जोधपुर:मंडोर एक्सप्रेस में चोरी का बड़ा मामला,चोरों ने बनाया विदेशी यात्रियों को निशाना ,कई यात्रियों का सामान चोरी

दिल्ली से जोधपुर पहुंची मंडोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। सेकंड और थर्ड एसी कोच में यात्रियों के कीमती सामान, जैसे लैपटॉप, सोना, बैग और विदेशी मुद्रा चोरी हो गए। विदेशी पर्यटकों के पासपोर्ट भी गायब, जिससे वे जोधपुर स्टेशन पर परेशान दिखे। पुलिस और RPF जांच में जुटे, यात्रियों में दहशत। चोरों ने रात में सोते समय सेंधमारी की।

Aug 6, 2025 - 10:58
जोधपुर:मंडोर एक्सप्रेस में चोरी का बड़ा मामला,चोरों ने बनाया विदेशी यात्रियों को निशाना ,कई यात्रियों का सामान चोरी

जोधपुर: दिल्ली से जोधपुर पहुंची मंडोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में बड़ी चोरी की घटना ने यात्रियों को हिलाकर रख दिया। चोरों ने न केवल भारतीय यात्रियों, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी निशाना बनाया। इस सनसनीखेज वारदात में विदेशी मुद्रा, लैपटॉप, सोने के आभूषण और बैग समेत कई कीमती सामान चोरी हो गए। घटना के बाद जोधपुर रेलवे स्टेशन पर विदेशी यात्री खासे परेशान नजर आए, क्योंकि उनके पासपोर्ट भी चोरों के हत्थे चढ़ गए।

क्या है पूरा मामला? 

घटना मंगलवार, 5 अगस्त 2025 की सुबह की है, जब मंडोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 22995/22996) दिल्ली से अपनी 10 घंटे 15 मिनट की यात्रा पूरी कर जोधपुर जंक्शन पर पहुंची। जानकारी के अनुसार, चोरों ने सेकंड एसी (2A) और थर्ड एसी (3A) कोच को निशाना बनाया। ये कोच आमतौर पर मध्यम और उच्च वर्ग के यात्रियों के लिए आरक्षित होते हैं, जहां कीमती सामान होने की संभावना अधिक होती है। चोरों ने बारीकी से रेकी कर यात्रियों की नींद और लापरवाही का फायदा उठाया। यात्रियों का आरोप है कि चोरों ने रात के समय, जब अधिकांश लोग सो रहे थे, सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। कई यात्रियों ने सुबह उठकर अपने बैग, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान गायब पाए। विदेशी यात्रियों ने बताया कि उनके पासपोर्ट, विदेशी मुद्रा (अमेरिकी डॉलर और यूरो) और अन्य जरूरी दस्तावेज भी चोरी हो गए, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई।

विदेशी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं 

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर विदेशी पर्यटकों का गुस्सा और परेशानी साफ देखी गई। कई विदेशी यात्री, जो राजस्थान की सैर के लिए उत्साहित होकर आए थे, इस घटना से हताश और निराश दिखे। पासपोर्ट चोरी होने के कारण उन्हें अपनी आगे की यात्रा और कानूनी औपचारिकताओं को लेकर चिंता सताने लगी। कुछ यात्रियों ने बताया कि उनके बैग में न केवल नकदी, बल्कि महंगे गैजेट्स और गहने भी थे, जिन्हें चोरों ने बखूबी निशाना बनाया।

पुलिस और रेलवे प्रशासन की कार्रवाई 

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और स्थानीय पुलिस हरकत में आई। यात्रियों ने जोधपुर रेलवे स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि चोरों का गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था, जो ट्रेनों में यात्रियों की लापरवाही का फायदा उठाता है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के बयानों के आधार पर चोरों की तलाश में जुट गई है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मंडोर एक्सप्रेस में पहले भी चोरी की छोटी-मोटी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस बार की वारदात की गंभीरता ने सभी को चौंका दिया। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने हाल ही में टिकट चेकिंग और सुरक्षा अभियान को तेज किया था, फिर भी चोरों ने सेंधमारी कर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। 

यात्रियों में दहशत, सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने मंडोर एक्सप्रेस और अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों में दहशत पैदा कर दी है। कई यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है, खासकर रात के समय। कुछ यात्रियों ने सुझाव दिया कि एसी कोच में सीसीटीवी कैमरे और अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाए।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं 

हाल के महीनों में ट्रेनों में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। उदाहरण के लिए, जनसेवा एक्सप्रेस में एक यात्री का मोबाइल चोरी होने का मामला सामने आया था, जहां चोर ट्रेन से कूदकर फरार हो गया था। इसी तरह, गंगा दामोदर एक्सप्रेस में भी एसी कोच से फोन, लैपटॉप और अन्य सामान चोरी होने की शिकायत दर्ज की गई थी। ये घटनाएं रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती हैं।

पुलिस की सलाह और सतर्कता की जरूरत 

पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान अपने सामान पर कड़ी नजर रखें और कीमती सामान को सुरक्षित स्थान पर रखें। साथ ही, रात में सोते समय बैग को चेन से बांधने और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत RPF को सूचित करने की सलाह दी गई है। 

इस घटना ने जोधपुर रेलवे स्टेशन और मंडोर एक्सप्रेस को सुर्खियों में ला दिया है। विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाए जाने से न केवल रेलवे की साख पर असर पड़ा है, बल्कि राजस्थान के पर्यटन उद्योग पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस और रेलवे प्रशासन ने चोरों को जल्द पकड़ने का दावा किया है, लेकिन यात्रियों का भरोसा जीतने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा के दौरान सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत 139 नंबर पर रेलवे हेल्पलाइन को सूचित करें।