जोधपुर में डमी अभ्यर्थी बैठाने का आरोपी गिरफ्तार:RAS की तैयारी करने वाला मास्टरमाइंड 2 साल बाद धराया

जोधपुर की प्रताप नगर पुलिस ने एक सनसनीखेज नकल रैकेट का पर्दाफाश करते हुए ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम को धर दबोचा, जो दो साल से फरारी काट रहा था। 1 सितंबर 2023 को वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय की बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा में रामा और निर्मा के लिए डमी अभ्यर्थी बैठाने का मास्टरमाइंड वही था। चौंकाने वाली बात? यह शातिर अपराधी खुद आरएएस की तैयारी कर रहा था! क्या है इस नकल रैकेट का पूरा राज? पुलिस अब गहराई से तहकीकात में जुटी है।

Jul 10, 2025 - 16:55
जोधपुर में डमी अभ्यर्थी बैठाने का आरोपी गिरफ्तार:RAS की तैयारी करने वाला मास्टरमाइंड 2 साल बाद धराया

जोधपुर, राजस्थान: जोधपुर की प्रताप नगर पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल नकल मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने करीब दो साल से फरार चल रहे आरोपी ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम को गिरफ्तार किया है, जो विभिन्न परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाकर नकल करवाने के गंभीर आरोप में वांछित था। यह गिरफ्तारी जोधपुर पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि ओमप्रकाश थाना स्तर पर टॉप-10 वांछित अपराधियों की सूची में शामिल था।

मामले का विवरण

प्रताप नगर थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि 1 सितंबर 2023 को जोधपुर के महिला PG महाविद्यालय केंद्र पर वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय की BA प्रथम वर्ष की परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम ने रामा और निर्मा नामक अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी अभ्यर्थी बैठाकर नकल करवाने की साजिश रची थी। इस मामले में उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था, और तब से वह फरार चल रहा था।पुलिस को सूचना मिली थी कि ओमप्रकाश जोधपुर में ही छिपा हुआ है। इसके आधार पर प्रताप नगर पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया और गुप्त सूचना के आधार पर उसे धर दबोचा। थानाधिकारी भवानी सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सटीक कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी की पृष्ठभूमि

जांच में सामने आया कि ओमप्रकाश स्वयं राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की तैयारी कर रहा था। आर्थिक तंगी के कारण उसने नकल के इस अवैध धंधे में कदम रखा। वह पैसे के लालच में अन्य अभ्यर्थियों की जगह डमी उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठाता था। इस मामले में रामा और निर्मा के साथ उसकी संलिप्तता पाई गई है, और पुलिस अब इन दोनों के साथ-साथ अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश में जुट गई है।

पुलिस की कार्रवाई

प्रताप नगर पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए ओमप्रकाश को हिरासत में लिया। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है ताकि इस नकल रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके। थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश के खिलाफ पहले से ही कई सबूत मौजूद थे, और उसकी गिरफ्तारी से इस मामले में अन्य आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।पुलिस के अनुसार, यह गिरफ्तारी नकल के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। राजस्थान में परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग  और पुलिस ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें सख्त निगरानी, बायोमेट्रिक सत्यापन, और नकल विरोधी कानूनों का कड़ाई से पालन शामिल

नकल के खिलाफ कड़े कदम

यह घटना राजस्थान में परीक्षाओं की शुचिता को बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों को और मजबूत करती है। आरपीएससी ने आरएएस प्री-2023 परीक्षा के लिए 46 जिलों में 2158 केंद्र बनाए थे, जहां 6.97 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। नकल रोकने के लिए आधार कार्ड और अन्य फोटो पहचान पत्रों की अनिवार्यता जैसे कदम उठाए गए थे। 

ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम की गिरफ्तारी से जोधपुर पुलिस ने नकल के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर साबित किया है। यह घटना उन सभी अभ्यर्थियों के लिए एक चेतावनी है जो अवैध तरीकों से परीक्षा में सफलता पाने की कोशिश करते हैं। राजस्थान में नकल विरोधी कानूनों के तहत ऐसे मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान है, और पुलिस इस दिशा में सख्ती से काम कर रही है।