जिम में सुबह की कसरत बनी मौत का मंजर,कुचामन में व्यापारी की गोली मारकर हत्या....

कुचामन सिटी में मंगलवार सुबह BJP नेता और व्यापारी रमेश रुलानिया की जिम में गोली मारकर हत्या कर दी गई। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने करोड़ों की रंगदारी न देने पर यह सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। तीन नकाबपोश हमलावरों ने जिम में घुसकर 10-12 राउंड फायरिंग की और फरार हो गए। रमेश को पहले से धमकियां मिल रही थीं, जिन्हें उन्होंने नजरअंदाज किया। हत्या से व्यापारिक समुदाय में दहशत और आक्रोश फैल गया। परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया, कुचामन बंद रहा, और सर्व समाज ने धरने की चेतावनी दी। पुलिस ने SIT गठित की, सीसीटीवी फुटेज और सुरागों के आधार पर जांच तेज कर दी है।

Oct 7, 2025 - 19:20
जिम में सुबह की कसरत बनी मौत का मंजर,कुचामन में व्यापारी की गोली मारकर हत्या....

कुचामन सिटी (राजस्थान), 7 अक्टूबर 2025: राजस्थान के नागौर जिले के कुचामन सिटी में मंगलवार सुबह एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। स्टेशन रोड स्थित एक जिम में अपनी रोजाना की एक्सरसाइज कर रहे स्थानीय BJP नेता और प्रमुख व्यापारी रमेश रुलानिया (उम्र करीब 50 वर्ष) को तीन नकाबपोश बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियों से भून डाला। हमलावर जिम के अंदर घुसकर करीब 10-12 राउंड फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए। रमेश को तुरंत जिला चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह हत्या कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग की साजिश थी, जो रमेश से करोड़ों रुपये की रंगदारी की मांग कर रहा था। रंगदारी न देने पर धमकियों को नजरअंदाज करने वाले रमेश की यह निर्मम हत्या अब गैंगवार की नई कड़ी बन चुकी है।

घटना का खौफनाक मंजर: दो स्कॉर्पियो से आए बदमाशों ने जिम को बनाया निशाना

घटना मंगलवार सुबह करीब 5:40 बजे की है। रमेश रुलानिया अपने घर से निकलकर स्टेशन रोड पर स्थित जिम पहुंचे, जहां वे रोजाना सुबह कसरत करते थे। जिम इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित था। बताया जाता है कि दो स्कॉर्पियो गाड़ियों में सवार तीन नकाबपोश युवक जिम के पास रुके। उन्होंने अपनी गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी कीं और सीढ़ियां चढ़कर जिम में घुस गए। वहां एक्सरसाइज कर रहे रमेश पर उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि हमलावर हथियार लहराते हुए रमेश के करीब पहुंचे और बिना रुके गोलियां बरसाईं। रमेश मौके पर ही खून से लथपथ गिर पड़े। हमलावरों ने फायरिंग के बाद शव को छुआ तक नहीं और सीढ़ियां उतरकर अपनी गाड़ियों में सवार होकर फरार हो गए। जिम में मौजूद अन्य लोग भागने में कामयाब रहे, लेकिन घटना की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई।रमेश रुलानिया कुचामन सिटी के प्रमुख कारोबारी थे। वे होंडा बाइक शोरूम के मालिक थे, जो थाने के पास स्थित है। इसके अलावा, हनुमानगढ़-किशनगढ़ मेगा हाईवे पर कुचामन बाइपास के पास उनका एक बड़ा होटल भी चलता था। स्थानीय स्तर पर वे BJP के सक्रिय नेता भी थे, जिसके कारण उनकी सामाजिक पहुंच काफी मजबूत थी। उनकी हत्या ने न केवल व्यापारिक समुदाय को स्तब्ध कर दिया है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी हड़कंप मचा दिया है।

रंगदारी का काला खेल: लॉरेंस गैंग की धमकियां नजरअंदाज कीं, तो मौत बन गई हकीकत

पुलिस जांच में सामने आया है कि रमेश रुलानिया को पिछले कई दिनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। मुख्य आरोपी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने उनसे करोड़ों रुपये की रंगदारी की मांग की थी। गैंग के सदस्यों ने फोन और सोशल मीडिया के जरिए रमेश को चेतावनी दी थी कि तय समय तक पैसे न देने पर 'गंभीर परिणाम' भुगतने पड़ेंगे। रमेश ने इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लिया और रंगदारी देने से साफ इनकार कर दिया। इससे बौखलाए गैंग ने इस हत्या की साजिश रची।इसके अलावा, कुछ दिन पहले ही रमेश को रोहित गोदारा गैंग  से भी रंगदारी की धमकी मिली थी। रोहित गोदारा गैंग के सदस्यों ने भी फोन पर रमेश को निशाना बनाने की बात कही थी। इन धमकियों के बाद रमेश ने स्थानीय पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके चलते उन्हें पुलिस सुरक्षा भी प्रदान की गई थी। लेकिन सुबह के इस हमले में सुरक्षा में चूक हो गई, जिसकी जांच चल रही है। पुलिस अधिकारी इसे गैंगवार का हिस्सा मान रहे हैं, क्योंकि राजस्थान में हाल के महीनों में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कई व्यापारियों को निशाना बनाया है। उदाहरण के तौर पर, हनुमानगढ़ के संगरिया में व्यापारी विकास जैन की हत्या में भी इसी गैंग का नाम आया था, जहां फेसबुक पोस्ट के जरिए जिम्मेदारी ली गई थी।

आक्रोश की लहर: शव लेने से इनकार, कुचामन बंद, धरना-प्रदर्शन की चेतावनी

रमेश की हत्या की खबर फैलते ही कुचामन सिटी में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी। उनके परिजन, जिसमें पत्नी, दो बेटे और अन्य परिवारजन शामिल हैं, ने शव लेने से साफ इनकार कर दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद राजकीय जिला चिकित्सालय के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। सर्व समाज संगठन ने एलान किया है कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा। व्यापारिक प्रतिष्ठान, निजी शिक्षण संस्थान और बाजारों ने स्वत: बंद का ऐलान कर दिया। सड़कों पर सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थिति को शांत रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी भी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जाए। परिजनों ने मांग की है कि न केवल हत्यारों, बल्कि गैंग के मास्टरमाइंड को भी सजा दिलाई जाए।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:

जांच में नई कड़ियां जोड़ रही टीमेंघटना की सूचना मिलते ही डीडवाना एसपी डॉ. ऋचा तोमर मौके पर पहुंचीं। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचंद खारिया और सीओ अरविंद बिश्नोई भी थे। फॉरेंसिक टीम ने जिम से खाली कारतूस, स्कॉर्पियो गाड़ियों के नंबर और सीसीटीवी फुटेज बरामद किए हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है। एसपी तोमर ने बताया कि हमलावरों की पहचान जल्द हो जाएगी, क्योंकि उनके चेहरे नकाब में होने के बावजूद फुटेज में कई सुराग हैं। साथ ही, रमेश के फोन रिकॉर्ड और धमकी कॉल्स की जांच की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कनेक्शन को देखते हुए राजस्थान STF और दिल्ली पुलिस से भी सहयोग लिया जा रहा है।पुलिस ने आसपास के जिलों में नाकेबंदी कर दी है और संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है। एसपी ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए नई रणनीति बनाई जाएगी

व्यापारियों में दहशत: राजस्थान में गैंगवार का बढ़ता साया

यह हत्याकांड राजस्थान में अपराधियों के बुलंद हौसले का एक और उदाहरण है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग, जो कनाडा से संचालित होता है, हाल के वर्षों में राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं को अंजाम दे चुका है। श्रीगंगानगर से लेकर गुरुग्राम तक व्यापारियों पर रंगदारी की घटनाएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि गैंग की कमाई का बड़ा हिस्सा रंगदारी और जबरन वसूली से आता है। इस घटना के बाद राज्य सरकार पर व्यापारियों की सुरक्षा को मजबूत करने का दबाव बढ़ गया है। BJP नेतृत्व वाली सरकार ने इसे