हॉस्टल की लापरवाही ने छीनी मासूम की जिंदगी: पिकनिक बनी काल"
बाड़मेर के शारदा हॉस्टल के 9वीं कक्षा के छात्र लक्ष्मण की नींबड़ी माता मंदिर के स्विमिंग पूल में डूबने से मौत; परिजनों ने हॉस्टल संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई।

बाड़मेर जिले के नींबड़ी माता मंदिर के स्विमिंग पूल में रविवार दोपहर एक दुखद हादसा हो गया। शारदा हॉस्टल में रहने वाले 9वीं कक्षा के छात्र लक्ष्मण (15) की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। परिजनों ने हॉस्टल संचालक और वार्डन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ सदर थाने में FIR दर्ज कराई है।
सदर थाने के एएसआई देदाराम ने बताया कि जैसलमेर के फतेहगढ़ निवासी लक्ष्मण, पुत्र अमराराम, बलदेव नगर स्थित शारदा हॉस्टल में रहकर मयूर नोबल्स स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ता था। रविवार को हॉस्टल संचालक ने 25 छात्रों को टैक्सी से पिकनिक के लिए नींबड़ी माता मंदिर ले गए। मंदिर दर्शन के बाद छात्र स्विमिंग पूल में नहाने चले गए। दोपहर करीब 1 बजे लक्ष्मण अपने साथियों के साथ पूल में नहाने उतरा और डूब गया।
हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लक्ष्मण के शव को पूल से निकालकर बाड़मेर जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने हॉस्टल संचालक और वार्डन के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों का आरोप
लक्ष्मण के चाचा सुखदेव, जिन्होंने FIR दर्ज कराई, ने बताया कि लक्ष्मण को 6 साल पहले पढ़ाई के लिए शारदा हॉस्टल में भेजा गया था। उन्होंने हॉस्टल संचालक को पहले ही हिदायत दी थी कि बच्चों को कहीं ले जाने से पहले परिजनों की अनुमति लेनी होगी। इसके बावजूद, संचालक ने बिना सूचना दिए बच्चों को पिकनिक पर ले गए। सुखदेव ने कहा, “हमें ग्रामीणों से सूचना मिली, तब हम बाड़मेर पहुंचे। हॉस्टल संचालक ने हमें कोई जानकारी नहीं दी। उनकी लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।”
पुलिस जांच जारी
पुलिस के अनुसार, हॉस्टल संचालक ने हादसे के बाद पुलिस को सूचित किया था। सदर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि स्विमिंग पूल में सुरक्षा इंतजामों का पालन किया गया था या नहीं और हॉस्टल संचालक की लापरवाही की हद क्या थी।