हादसे ने छीनी मासूम की जिंदगी: पिता का दर्द ,"मेरी हर्षिता को बुलाओ, उसका झूला अब कौन झूलेगा?"
पाली के सांडेराव फोरलेन हाइवे पर बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब तेज रफ्तार पिकअप ने बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में मासूम 8 साल की हर्षिता ने अपनी जान गंवा दी, और एक वृद्ध घायल हो गया। हर्षिता के पिता, एक बिजनेसमैन, अपनी लाडली की याद में फूट-फूटकर रोए। उनका दर्द तब और गहरा गया, जब उन्होंने कहा, "मेरी हर्षिता ने जिद करके झूला मंगवाया था, अब वो झूला कौन झूलेगा?" यह कहते हुए उनका दिल टूट गया। पुलिस जांच कर रही है, लेकिन हर्षिता की मुस्कान अब केवल यादों में रह गई।

पाली: एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा, जिसने एक परिवार की खुशियों को पलभर में मातम में बदल दिया। बुधवार की सुबह राजस्थान के पाली जिले में हुए एक दर्दनाक हादसे में 8 साल की मासूम हर्षिता की जिंदगी छिन गई। हादसे में एक वृद्ध व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हो गया। मासूम के पिता, जो पेशे से बिजनेसमैन हैं, अपनी बेटी के खोने के गम में फूट-फूटकर रो पड़े। उनकी करुण पुकार, "मेरी हर्षिता को बुलाओ, उसने जिद करके झूला मंगवाया था, अब वह झूला कौन झूलेगा?" सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
हादसे का मंजर
घटना बुधवार सुबह की है, जब पाली जिले में एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक पर सवार 8 वर्षीय हर्षिता अपने परिवार के साथ थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मासूम बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में बाइक पर सवार एक वृद्ध व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे का कारण माना जा रहा है।
पिता का दर्द: "मेरी हर्षिता को बुलाओ"
हादसे की खबर सुनते ही हर्षिता के पिता मौके पर पहुंचे। अपनी इकलौती बेटी को खोने का दर्द उनके लिए असहनीय था। हर्षिता ने हाल ही में अपने पिता से जिद करके घर में एक झूला मंगवाया था, जिसे वह बड़े चाव से झूलती थी। लेकिन अब वह झूला सूना रह गया। पिता की चीखें और आंसुओं से भरी आवाज ने मौके पर मौजूद हर शख्स को भावुक कर दिया। "मेरी हर्षिता को बुलाओ... उसने जिद करके झूला मंगवाया था, अब वह झूला कौन झूलेगा?" कहते हुए वह बार-बार बेसुध हो रहे थे। आसपास के लोग और परिजन उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनका गम कम होने का नाम नहीं ले रहा था।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हर्षिता अपने परिवार की लाडली थी। उसके मासूम हंसी-खुशी से भरा घर अब सन्नाटे में डूब गया है। परिजनों का कहना है कि हर्षिता बेहद चंचल और सबकी आंखों का तारा थी। उसकी छोटी-छोटी जिद और प्यारी बातें घर की रौनक थीं। लेकिन इस हादसे ने सबकुछ छीन लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि हर्षिता के पिता एक मेहनती बिजनेसमैन हैं, जिन्होंने अपनी बेटी के लिए बड़े-बड़े सपने संजोए थे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने हादसे के बाद पिकअप वाहन को जब्त कर लिया है और चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि तेज रफ्तार वाहनों पर सख्ती की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाता है। राजस्थान में आए दिन होने वाले सड़क हादसे चिंता का विषय बने हुए हैं। तेज रफ्तार, लापरवाही और सड़क नियमों की अनदेखी के कारण मासूम जिंदगियां असमय काल के गाल में समा रही हैं। इस घटना ने न केवल हर्षिता के परिवार, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।
समाज में शोक की लहर
हर्षिता की मौत की खबर पूरे इलाके में फैल गई और लोग शोक में डूब गए। स्थानीय लोग और पड़ोसी परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुंच रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की मांग कर रहे हैं।
एक अपील
इस हादसे ने एक बार फिर हमें सड़क पर सावधानी बरतने की जरूरत को याद दिलाया है। हर्षिता जैसी मासूम जिंदगियां खोने का दर्द कोई भी परिवार सहन नहीं कर सकता। हम सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलानी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियां रोकी जा सकें।