जोधपुर में बजरी माफिया का आतंक: कांस्टेबल सुनील बिश्नोई की डंपर से कुचलकर हत्या की गई थी, सरपंच सहित 4 गिरफ्तार
जोधपुर के लूणी थाना क्षेत्र में 25 मई 2025 को अवैध बजरी खनन रोकने के दौरान बजरी माफिया ने पुलिस कांस्टेबल सुनील बिश्नोई को डंपर से कुचल दिया था। गंभीर रूप से घायल सुनील का एमडीएम अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन 27 मई 2025 को उन्होंने दम तोड़ दिया। इस घटना में पुलिस ने खेजड़ली निवासी सरपंच पति हापूराम बिश्नोई, रविंद्र गोदारा, सागर सैन और महेंद्र डूडी को गिरफ्तार किया है। डंपर चालक राणाराम बिश्नोई अभी फरार है, और उसके खिलाफ हत्या की धारा जोड़ी गई है। विपक्ष ने इस घटना पर सरकार को निशाना साधा, अवैध खनन माफिया के बेखौफ रवैये और राजनीतिक संरक्षण की बात उठाई। पुलिस ने आरोपियों की खातेदारी निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

जोधपुर, राजस्थान: एक दिल दहला देने वाली घटना ने जोधपुर के लूणी क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। अवैध बजरी खनन के खिलाफ कार्रवाई करने गए पुलिस कॉन्स्टेबल सुनील खिलेरी (बिश्नोई) को बजरी माफियाओं ने डंपर से कुचल दिया। दो दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 27 मई की रात सुनील ने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में अंतिम सांस ली। लेकिन, मृत्यु के बाद भी उनकी नेकदिली ने समाज को प्रेरणा दी—उनकी आंखें दान कर दी गईं, जो किसी के जीवन में उजाला बनेंगी।
25 मई की सुबह लूणी पुलिस थाना क्षेत्र के खेजड़ली कला में अवैध बजरी खनन और परिवहन रोकने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की थी। सूचना मिली थी कि सरपंच पति हापुराम बिश्नोई (62) और जेसीबी मालिक शिवजी अवैध रूप से बजरी डंपर में भरवा रहे थे। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, जेसीबी ड्राइवर मशीन छोड़कर लॉयन्स नगर की ओर भाग गया। डंपर चालक राणाराम बाबल भी बजरी से भरा डंपर लेकर फरार होने की कोशिश में जुट गया। पुलिस ने डंपर का पीछा शुरू किया। इसी बीच, सफेद कार में सवार रवि गोदारा पुत्र शिवजी गोदारा ने पुलिस को धमकी दी कि डंपर का पीछा न करें। उसने कार की रफ्तार बढ़ा दी, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। गुलजी की प्याऊ के पास कच्ची सड़क पर डंपर चालक राणाराम ने बजरी खाली करनी शुरू की। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए राणाराम ने डंपर को तेजी से मोड़ा और कॉन्स्टेबल सुनील पर चढ़ा दिया। डंपर का पहिया सुनील के पेट और पैरों के ऊपर से गुजर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। साथी पुलिसकर्मियों ने तुरंत सुनील को एमडीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी हालत नाजुक थी। दो दिन तक चले इलाज के बाद सुनील जिंदगी की जंग हार गए। उनकी मृत्यु ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे पुलिस महकमे और समाज को झकझोर कर रख दिया।
सुनील की आंखों ने दी नई रोशनी सुनील की मृत्यु के बाद उनके परिवार ने एक मार्मिक निर्णय लिया। उन्होंने सुनील की आंखें दान करने का फैसला किया, ताकि उनकी मृत्यु के बाद भी कोई अंधेरे में जीने को मजबूर न हो। यह कदम सुनील की निष्ठा और मानवता का प्रतीक बन गया, जो उनके बलिदान को और भी गहरा अर्थ देता है। पुलिस की कार्रवाई: चार गिरफ्तार, तीन फरार लूणी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें खेजड़ली कला निवासी हापुराम पुत्र भैराराम बिश्नोई, रविन्द्र बिश्नोई (18) पुत्र शिवलाल बिश्नोई, सागर सैन (24) पुत्र सुरजाराम सैन, और सारण नगर नादड़ा कला निवासी महेन्द्र बिश्नोई (27) पुत्र सुखदेव बिश्नोई शामिल हैं। इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। हालांकि, हापुराम का भाई, जेसीबी मालिक शिवजी, डंपर चालक राणाराम बाबल, और एक अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने मौके से एक जेसीबी और 1240 टन अवैध बजरी का स्टॉक भी जब्त किया है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और मामले की गहन जांच कर रही है।