बाड़मेर: उण्डू गांव में दिल दहलाने वाली घटना, एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव पानी के टांके में मिले

बाड़मेर के उण्डू गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों—शिवलाल गौड, उनकी पत्नी कविता, और दो बच्चों, रामदेव व बजरंग—के शव घर के पानी के टांके में मिले। पुलिस ने आत्महत्या के संदेह में जांच शुरू की, लेकिन कारण अस्पष्ट। DSP मानाराम गर्ग के नेतृत्व में शव निकाले जा रहे हैं। शिवलाल जयपुर में हस्तशिल्प का काम करता था और दो महीने से गांव में था। ग्रामीणों में शोक, जांच जारी।

Jul 1, 2025 - 22:29
बाड़मेर: उण्डू गांव में दिल दहलाने वाली घटना, एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव पानी के टांके में मिले

बाड़मेर: उण्डू गांव में दिल दहलाने वाली घटना, एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव पानी के टांके में मिले

बाड़मेर, 1 जुलाई 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के उण्डू गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। एक ही परिवार के चार सदस्यों शिवलाल गौड, उनकी पत्नी कविता, और उनके दो मासूम बच्चों, रामदेव और बजरंगके शव उनके घर के पानी के टांके में पाए गए। इस घटना ने न केवल स्थानीय ग्रामीणों, बल्कि पूरे जिले में शोक और आश्चर्य की लहर पैदा कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस अभी तक इसकी असल वजह का पता नहीं लगा सकी है। 


घटना की जानकारी सबसे पहले आसपास के लोगों ने दी, जिन्होंने तुरंत शिव थाना पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) मानाराम गर्ग के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर ग्रामीण और मृतकों के रिश्तेदार इकट्ठा हो गए है पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में शवों को टांके से निकालने की प्रक्रिया शुरू की। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा ताकि मौत के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। 


मृतक शिवलाल गौड जयपुर में हस्तशिल्प (हैंडीक्राफ्ट) का काम करता था और पिछले दो महीनों से अपने पैतृक गांव उण्डू में रह रहा था। उनके परिवार में पत्नी कविता और दो बच्चे रामदेव और बजरंग थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, शिवलाल का परिवार सामान्य और शांत स्वभाव का था। ग्रामीणों को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि परिवार किसी गंभीर समस्या या तनाव से जूझ रहा था। फिर भी, इस भयावह घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 


पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत या कारण सामने नहीं आया है पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर जांच कर रही है। पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू कर दी है ताकि यह समझा जा सके कि इस घटना के पीछे की परिस्थितियां क्या थीं। 


उण्डू गांव में इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि शिवलाल और उसका परिवार गांव में सामान्य जीवन जी रहा था। कुछ लोगों ने आर्थिक तंगी या पारिवारिक विवाद की संभावना जताई, लेकिन कोई भी ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक पूरा परिवार इस तरह की त्रासदी का शिकार हो गया।


यह घटना बाड़मेर जिले में आत्महत्या के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, आर्थिक दबाव, और सामाजिक तनाव जैसे कारक ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर सरकार और समाज के सामने मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्थन प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया है। 

उण्डू गांव की यह त्रासदी पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। शिवलाल गौड और उनके परिवार की इस दुखद घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी सवाल उठाया है कि क्या हम अपने आसपास के लोगों की समस्याओं को समझने में नाकाम हो रहे हैं। पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के नतीजे इस रहस्य को सुलझाने में मदद करेंगे। फिलहाल, गांव में शोक का माहौल है, और लोग इस दुखद घटना से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ