बाड़मेर के दिग्गज अमीन खान की सियासी हलचल, जयपुर में राजेंद्र राठौड़ से मुलाकात, क्या पश्चिमी राजस्थान में बुलाएंगे महापंचायत?

बाड़मेर के पूर्व विधायक अमीन खान इन दिनों जयपुर में सक्रिय हैं और कई नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ से मुलाकात की, जिसने उनकी संभावित "घर वापसी" या भाजपा के साथ गठजोड़ की अटकलों को हवा दी।

May 30, 2025 - 13:21
बाड़मेर के दिग्गज अमीन खान की सियासी हलचल, जयपुर में राजेंद्र राठौड़ से मुलाकात, क्या पश्चिमी राजस्थान में बुलाएंगे महापंचायत?

जयपुर/बाड़मेर, 30 मई 2025: राजस्थान की सियासत में एक बार फिर बाड़मेर के शिव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और पांच बार के कांग्रेसी दिग्गज अमीन खान चर्चा में हैं। पिछले कुछ दिनों से जयपुर में डेरा डाले अमीन खान की लगातार नेताओं से मुलाकातें और उनकी ताजा गतिविधियां सियासी गलियारों में नया रंग ला रही हैं। आज, 30 मई 2025 को, अमीन खान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के जयपुर स्थित निवास पर मुलाकात की, जिसने सियासी अटकलों को और हवा दे दी है। इस मुलाकात के साथ ही यह चर्चा भी जोर पकड़ रही है कि अमीन खान जल्द ही पश्चिमी राजस्थान में एक महापंचायत बुला सकते हैं।

 महापंचायत की चर्चा: पश्चिमी राजस्थान में हलचल

सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि अमीन खान पश्चिमी राजस्थान में जल्द ही एक महापंचायत बुलाने की योजना बना रहे हैं। यह महापंचायत बाड़मेर, जैसलमेर और आसपास के क्षेत्रों में उनके समर्थकों और समाज के प्रभावशाली लोगों को एकजुट करने का प्रयास हो सकता है। अमीन खान की यह रणनीति उनकी राजनीतिक प्रासंगिकता को फिर से स्थापित करने और क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है। खासकर, जब 2023 के विधानसभा चुनाव में उनकी हार और 2024 में कांग्रेस से निलंबन ने उनकी सियासी जमीन को कमजोर किया था।

क्या कहते हैं सियासी विश्लेषक?

सियासी विश्लेषकों का मानना है कि अमीन खान की यह सक्रियता और राजेंद्र राठौड़ से मुलाकात कई संभावनाओं को जन्म दे रही है। कुछ का कहना है कि अमीन खान कांग्रेस में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए दबाव रणनीति अपना रहे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि वह भाजपा के साथ गठजोड़ की संभावनाएं तलाश रहे हैं। @RahmtullahKhan

 ने अपने पोस्ट में लिखा, "अमीन का राठौड़ से मिलने का क्या तात्पर्य? चर्चा है कि डोटासरा के राजनीति प्रतिद्वंदी राठौड़ से अमीन मिले।" यह इशारा करता है कि अमीन खान की यह मुलाकात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ उनकी पुरानी प्रतिद्वंदिता से भी जुड़ी हो सकती है।

पिछले विवाद और बयानबाजी

अमीन खान का सियासी सफर विवादों से भी भरा रहा है। 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कहा था, "शिव विधानसभा में मेरे अलावा कोई मुसलमान जीतकर आए तो 1 लाख एक रुपये इनाम दूंगा।" इसके अलावा, लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने जाट समुदाय पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि जाटों ने उनके खिलाफ वोटिंग की, जिसके चलते वह कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे। इस बयान के बाद उन्हें धमकी भी मिली थी। इन विवादों ने उनकी छवि को प्रभावित किया, लेकिन बाड़मेर में उनके समर्थकों का आधार अभी भी मजबूत है।

क्या होगा अगला कदम?

अमीन खान की जयपुर में लगातार मुलाकातें और राजेंद्र राठौड़ से ताजा भेंट ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या वह कांग्रेस में वापसी की कोशिश कर रहे हैं, या भाजपा के साथ नया सियासी अध्याय शुरू करने की योजना बना रहे हैं? पश्चिमी राजस्थान में प्रस्तावित महापंचायत क्या उनके सियासी प्रभाव को फिर से स्थापित कर पाएगी? ये सवाल राजस्थान की सियासत में अगले कुछ दिनों तक चर्चा का केंद्र रहेंगे।

फिलहाल, अमीन खान की गतिविधियां और उनकी राठौड़ से मुलाकात ने बाड़मेर से जयपुर तक सियासी हलचल को तेज कर दिया है। आने वाले दिन इस बात का खुलासा करेंगे कि यह मुलाकात पश्चिमी राजस्थान की सियासत में कितना बड़ा बदलाव लाती है।