बाड़मेर में लेन-देन का खूनी खेल: होटल मालिक को बोलेरो कैंपर से कुचला, एक लाख के लेन-देन का विवाद बना काल
बाड़मेर के गुड़ामालानी में 5 जून 2025 को महादेव होटल के मालिक अचलाराम (60) की बोलेरो कैंपर से कुचलकर हत्या कर दी गई। एक लाख रुपये के लेन-देन विवाद के चलते आरोपी हनुमानाराम (35) ने यह जघन्य अपराध किया और फरार हो गया। घटना में एक अन्य व्यक्ति चनणाराम गंभीर रूप से घायल हुआ। पुलिस ने गाड़ी जब्त कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी क्षेत्र में 5 जून 2025 को दोपहर करीब 3 बजे एक सनसनीखेज और दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। एनएच-68 पर बेरी गांव के नजदीक महादेव होटल के मालिक अचलाराम (60) की बोलेरो कैंपर से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस हमले में उनके पास बैठे चनणाराम नामक एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हत्या का कारण एक लाख रुपये के लेन-देन का पुराना विवाद बताया जा रहा है। आरोपी हनुमानाराम (35) ने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद अपनी गाड़ी मौके पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में जुट गई है।
घटना गुरुवार दोपहर की है, जब अचलाराम पुत्र वेहनाराम, निवासी उड़ासर, अपने होटल के बाहर टीनशेड के नीचे चारपाई पर आराम कर रहे थे। उनके पास चनणाराम पुत्र फूसाराम, जो पास में ही एक सैलून चलाता है, बैठा हुआ था। दोनों शायद उस समय सामान्य बातचीत में व्यस्त थे। तभी हनुमानाराम पुत्र जेहाराम, जो बेरी गांव का ही निवासी है, एक बोलेरो कैंपर लेकर वहां पहुंचा। उसने बिना किसी हिचक के गाड़ी को अचलाराम पर चढ़ा दिया। इस हमले में अचलाराम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चनणाराम को गंभीर चोटें आईं। हमले के बाद हनुमानाराम गाड़ी से उतरा और पैदल ही मौके से भाग निकला।
हत्या का कारण:
एक लाख का लेन-देन पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है अचलाराम और हनुमानाराम के बीच एक लाख रुपये के लेन-देन को लेकर लंबे समय से तनाव चल रहा था। यह विवाद इतना बढ़ गया कि हनुमानाराम ने इस क्रूर कदम को उठाने का फैसला किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों के बीच पहले भी कई बार इस मुद्दे पर बहस हो चुकी थी, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह विवाद इतने भयावह अंजाम तक पहुंचेगा।
पुलिस का एक्शन: सबूत जुटाए, गाड़ी जब्त
घटना की सूचना मिलते ही गुड़ामालानी पुलिस तुरंत हरकत में आई। बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र कुमार मीना स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) और मोबाइल ऑपरेशन ब्रांच (एमओबी) की टीमें भी मौके पर बुलाई गईं, जिन्होंने घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किए। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बोलेरो कैंपर को जब्त कर लिया और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया ताकि कोई सबूत नष्ट न हो।
गुड़ामालानी थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि घायल चनणाराम को तुरंत गुड़ामालानी के अस्पताल ले जाया गया। उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें बेहतर इलाज के लिए सांचौर रेफर किया गया। दूसरी ओर, अचलाराम के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया। अचलाराम के परिवार की शिकायत पर हनुमानाराम के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने हनुमानाराम को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं, जो आसपास के गांवों और संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। थानाधिकारी के अनुसार, आरोपी के भागने के रास्तों और उसके संभावित छिपने के स्थानों की गहन जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही हनुमानाराम को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना ने बेरी गांव और आसपास के इलाकों में डर और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। अचलाराम एक जाना-माना और सम्मानित व्यक्ति थे, जो अपने होटल व्यवसाय के जरिए क्षेत्र में पहचाने जाते थे। उनकी इस तरह की क्रूर हत्या ने स्थानीय लोगों को सदमे में डाल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि लेन-देन के विवाद आम बात हैं, लेकिन इतनी क्रूरता के साथ किसी की हत्या करना अभूतपूर्व और अमानवीय है। अचलाराम के परिवार में शोक की लहर है, और लोग उनके लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
यह हत्याकांड न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह समाज में बढ़ते तनाव और छोटे-मोटे विवादों को सुलझाने की जरूरत को भी उजागर करता है। अगर समय रहते अचलाराम और हनुमानाराम के बीच का विवाद सुलझा लिया गया होता, तो शायद यह दुखद घटना टल सकती थी। यह घटना हमें आपसी संवाद, सहनशीलता और विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की अहमियत सिखाती है।
बाड़मेर का यह हत्याकांड एक छोटे से लेन-देन के विवाद का भयावह परिणाम है, जिसने एक परिवार को हमेशा के लिए उजाड़ दिया। पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। इस बीच, अचलाराम के परिवार और समुदाय के लिए यह एक बड़ा झटका है। समाज को इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।