श्रद्धालुओं की कार और ट्रेलर में भयानक टक्कर, 6 गंभीर रूप से घायल
ट्रेलर और कार की जोरदार टक्कर में छह श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुआ; पुलिस ने ट्रेलर ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। घायलों को जयपुर के निम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

राजस्थान के दौसा-मनोहरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-148) पर आज सुबह एक बार फिर तेज रफ्तार का काला साया मंडरा गया। सानकोटड़ा मोड़ के पास एक ट्रेलर और कार के बीच हुई जोरदार भिड़ंत में कार सवार छह श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायल खाटूश्यामजी मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे। यह हादसा हाईवे की बदहाली और लापरवाह ड्राइविंग का जीता-जागता उदाहरण है, जहां पहले भी कई जिंदगियां लील चुका है यह 'मौत का हाईवे'।
सुबह की शांति भंग करने वाली भयावह टक्कर
घटना आज सुबह करीब 11 बजे के आसपास जमवारामगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत सानकोटड़ा मोड़ पर घटी। मध्य प्रदेश पंजीकृत एक कार, जिसमें छह श्रद्धालु सवार थे, खाटूश्यामजी मंदिर दर्शन के बाद लौट रही थी। अचानक सामने से आ रहे एक ट्रेलर ने कार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेलर की तेज रफ्तार मुख्य कारण रही, जबकि कार सवार भी मंदिर दर्शन की थकान के कारण सतर्क नहीं थे।
हादसे की आवाज सुनते ही आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को कार से बाहर निकाला और तुरंत 108 एम्बुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, लेकिन उनके नाम और उम्र की पुष्टि अभी नहीं हो सकी है। सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है, और वे जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं, जहां डॉक्टरों ने उनके सिर और छाती में चोटों का इलाज शुरू कर दिया है।
घायलों की स्थिति और चिकित्सा सहायता
हादसे में घायल छह लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। ग्रामीणों की मदद से एम्बुलेंस बुलाई गई, और घायलों को जमवारामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जयपुर के निम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, दो घायलों को वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि बाकी चार की हालत स्थिर लेकिन नाजुक है। परिवारजन मध्य प्रदेश से जयपुर पहुंच रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि घायलों के बयान अभी नहीं लिए जा सके हैं, लेकिन जांच में ट्रेलर ड्राइवर की लापरवाही उजागर हो रही है। ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया है, और उसकी तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं।
ड्राइवर पर केस दर्ज, हाईवे पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश
जमवारामगढ़ पुलिस थाने की टीम ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट में तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग को हादसे का कारण बताया गया है। पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर लिया है और ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। एसपी जयपुर ग्रामीण ने बताया कि हाईवे पर स्पीड कैमरे की निगरानी बढ़ाई जाएगी और नियमित चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने सानकोटड़ा मोड़ पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का सुझाव दिया है। राहगीरों से अपील की गई है कि हाईवे पर सावधानी बरतें और मंदिर दर्शन के दौरान थकान महसूस होने पर रुकें।
'मौत का हाईवे' NH-148: लगातार हादसों की क्यों है श्रृंखला?
दौसा-मनोहरपुर NH-148 को स्थानीय लोग 'मौत का हाईवे' कहते हैं, क्योंकि यहां पिछले एक साल में दर्जनों हादसे हो चुके हैं। अगस्त 2025 में बापी के पास एक पिकअप और ट्रेलर की टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई थी। मई 2025 में गठवाड़ी मोड़ पर ट्रक-कार भिड़ंत में तीन की मौके पर ही जान चली गई। जून 2025 में भी इसी रूट पर केंटर और गाड़ी की टक्कर में चार से अधिक घायल हुए।
सांसद मुरारी लाल मीणा ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सड़क की मरम्मत, स्पीड ब्रेकर लगाने और लाइटिंग सुधारने की मांग की है। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क की संकरी लेन, खराब रखरखाव और भारी वाहनों की अंधाधुंध आवाजाही हादसों को न्योता दे रही है।