पाकिस्तानी सिम और आईडी के साथ सीमा के पास दो शव, संवेदनशील मामले में गहन जांच शुरू
जैसलमेर के साधेवाला क्षेत्र में भारत-पाक सीमा से 10-12 किमी अंदर रवि कुमार और शांति बाई के शव मिले, जिनके पास पाकिस्तानी सिम और पहचान पत्र थे, जिससे पुलिस, बीएसएफ और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गईं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का पता चलेगा।

जैसलमेर जिले के साधेवाला क्षेत्र में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से 10-12 किलोमीटर अंदर दो शव मिलने की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। मृतकों की पहचान 18 वर्षीय युवक रवि कुमार और 15 वर्षीय नाबालिग लड़की शांति बाई के रूप में हुई है। दोनों के पास से पाकिस्तानी सिम कार्ड और राष्ट्रीय पहचान पत्र बरामद हुए हैं, जिससे उनकी पाकिस्तानी नागरिकता की पुष्टि हुई है। शव 6-7 दिन पुराने बताए जा रहे हैं और रेतीले टीलों पर सड़ी-गली हालत में पाए गए।
जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुधीर चौधरी ने इस मामले को अत्यंत संवेदनशील बताते हुए कहा, "शनिवार सुबह करीब 11 बजे स्थानीय निवासियों की सूचना पर साधेवाला क्षेत्र में दो शव मिले। प्रारंभिक जांच में दोनों की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई है। शवों के पास से पाकिस्तानी सिम कार्ड और पहचान पत्र बरामद किए गए हैं। मामला संवेदनशील है और पुलिस, बीएसएफ, और खुफिया एजेंसियां संयुक्त रूप से हर पहलू की गहन जांच कर रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा।"
निरीक्षण के दौरान युवक के कुर्ते की जेब से दो पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र बरामद हुए। पहले पहचान पत्र पर युवक का नाम रवि कुमार पुत्र दीवान (जन्मतिथि: 03.01.2008, आइडेंटिटी नंबर: 45104-1149399-7) दर्ज था। दूसरे पहचान पत्र पर लड़की का नाम शांति बाई पुत्री गुलू (जन्मतिथि: 30.07.2010, आइडेंटिटी नंबर: 45104-2075074-6) लिखा था। दोनों कार्डों पर ‘पाकिस्तान’ का उल्लेख था और उनके पीछे उर्दू में लिखावट थी।
पुलिस और 26वीं बीएसएफ बटालियन के अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शवों को रामगढ़ सीएचसी की मोर्चरी में रखा गया है, जहां मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, दोनों की मौत भूख-प्यास के कारण हो सकती है, लेकिन शवों के पास कोई हथियार या जहर नहीं मिला। बीएसएफ ने सीमा पर तलाशी अभियान तेज कर दिया है, हालांकि घुसपैठ के स्पष्ट निशान नहीं मिले। आसपास के गांवों में पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों भारत में कैसे पहुंचे।
क्या है मामला?
पाकिस्तानी सिम और आईडी कार्ड की बरामदगी ने कई सवाल खड़े किए हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह प्रेम प्रसंग का मामला है, घुसपैठ की कोशिश, या कोई बड़ी साजिश। कुछ सूत्रों का दावा है कि दोनों पाकिस्तान के हिंदू समुदाय से हो सकते हैं, जो वहां अत्याचारों से तंग आकर भारत में शरण लेने की कोशिश कर रहे थे। यह भी जांच की जा रही है कि क्या दोनों वीजा के जरिए भारत आए या तारबंदी पार कर अवैध रूप से प्रवेश किया।