"कांग्रेस नेताओं का सशक्त जवाब: तिरंगे की शान, सीजफायर का सच और मोदी सरकार से स्पष्टता की मांग!"

बाड़मेर में आयोजित 'जय हिंद सभा' में कांग्रेस नेताओं—अशोक गहलोत, सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला, सुखजिंदर सिंह रंधावा, टीकाराम जूली और गोविंद सिंह डोटासरा—ने मोदी सरकार और बीजेपी पर तिरंगे के अपमान और भारत-पाकिस्तान सीजफायर के फैसले को लेकर सवाल उठाए। गहलोत ने बीजेपी पर तिरंगे को कमजोर कर RSS के झंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जबकि सीजफायर के लिए अमेरिका की भूमिका पर सवाल उठे। पायलट और सुरजेवाला ने सेना की जीत के बीच अचानक युद्धविराम पर पारदर्शिता की मांग की। जूली और डोटासरा ने सेना और संविधान के सम्मान पर जोर दिया। सभा में युद्ध में दिव्यांग सैनिकों और वीरांगनाओं को सम्मानित किया गया, साथ ही कांग्रेस ने एकजुटता का प्रदर्शन किया।

May 26, 2025 - 15:38
"कांग्रेस  नेताओं का सशक्त जवाब: तिरंगे की शान, सीजफायर का सच और मोदी सरकार से स्पष्टता की मांग!"

बाड़मेर में आयोजित 'जय हिंद सभा' में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर तीखे सवाल उठाए। तिरंगे के कथित अपमान से लेकर भारत-पाकिस्तान सीजफायर तक, नेताओं ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। 

अशोक गहलोत: "बीजेपी तिरंगे को खत्म कर RSS का झंडा लहराना चाहती है!"

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर तिरंगे के अपमान का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जयपुर में बीजेपी नेता रैली के दौरान तिरंगे से मुंह पोंछते और इसे पैरों तले कुचलते नजर आए। गहलोत ने तंज कसते हुए कहा, "अगर बीजेपी की मर्जी चले, तो ये तिरंगा खत्म कर RSS का झंडा राष्ट्रीय ध्वज बना दें। RSS मुख्यालय में 80 साल से तिरंगा नहीं फहराया गया, इनका तिरंगे से कोई लगाव नहीं है।"

गहलोत ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "अचानक युद्धविराम क्यों हुआ? अगर बातचीत चल रही थी, तो देश को क्यों नहीं बताया गया? अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर सीजफायर की घोषणा की, जैसे वो पंचायत कर रहे हों। यह खतरनाक खेल है, ट्रंप पर भरोसा नहीं किया जा सकता।" गहलोत ने सवाल किया कि क्या भारत की संप्रभुता इतनी कमजोर हो गई है कि तीसरा देश हमारे फैसले तय करेगा?

सचिन पायलट: "सेना का सम्मान, लेकिन सीजफायर का सच बताए सरकार!"

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा, "देश की सामूहिक आस्था अगर किसी में है, तो वह हमारी सेना में है। जब-जब देश को ललकारा गया, सेना ने दुश्मनों के दांत खट्टे किए।" लेकिन उन्होंने सीजफायर पर सवाल उठाते हुए कहा, "हमने यह नहीं पूछा कि पहलगाम में आतंकी कैसे घुसे, कहां चूक हुई। लेकिन अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति ने सीजफायर की घोषणा कर दी। यह कैसे हुआ, किन शर्तों पर हुआ? सरकार को देश को जवाब देना चाहिए।" पायलट ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया और पारदर्शिता की मांग की।

रणदीप सुरजेवाला: "जब सेना जीत रही थी, तो सीजफायर क्यों?"

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने सीजफायर के मुद्दे पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, "जब हमारी सेना जीत रही थी, पाकिस्तान के घुटने टूट चुके थे, तब बिना सेना से सलाह किए युद्धविराम क्यों घोषित किया गया? 75 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा किसी तीसरे देश ने की। अमेरिका को बीच में लाने की क्या जरूरत थी?" सुरजेवाला ने पीएम मोदी की चुप्पी पर तंज कसते हुए कहा, "ट्रंप ने आठ बार कहा कि मैंने युद्धविराम कराया। पीएम की चुप्पी बताती है कि दाल में कुछ काला है। क्या व्यापार देश से ज्यादा जरूरी है?"

टीकाराम जूली: "सेना और संविधान का सम्मान हमारी पहचान"

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सभा में सेना के सम्मान पर जोर दिया और बीजेपी पर संविधान को बदलने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हमारी सेना और संविधान हमारी ताकत हैं। बीजेपी संविधान बदलने की बात करती है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।" जूली ने बीजेपी के तिरंगे के प्रति रवैये की भी आलोचना की और कहा कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करती है।

गोविंद सिंह डोटासरा: "बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब"

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, "बीजेपी का असली चेहरा तिरंगे के अपमान और संविधान विरोधी रवैये से सामने आता है।" उन्होंने सभा में कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का आह्वान किया और कहा कि कांग्रेस सेना और देश के सम्मान के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। डोटासरा ने सीजफायर के मुद्दे पर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए, हालांकि उनका मुख्य जोर बीजेपी की नीतियों की आलोचना पर रहा।

बाड़मेर के बालाजी फार्म हाउस में आयोजित इस सभा में कांग्रेस नेताओं ने युद्ध में दिव्यांग हुए सैनिकों और वीरांगनाओं को प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया। सभा का मकसद सेना के प्रति सम्मान दिखाना था, लेकिन नेताओं ने मौका पाकर बीजेपी और मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। गहलोत और पायलट जैसे नेताओं का एक मंच पर आना भी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना, क्योंकि दोनों के बीच पहले मतभेद की खबरें सुर्खियों में रह चुकी हैं।

मोदी सरकार पर तीखे सवाल

कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में पीएम मोदी से सवाल किया कि सीजफायर का फैसला इतनी जल्दबाजी में और अमेरिका के दखल के बाद क्यों लिया गया? नेताओं ने इसे भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाने वाला कदम बताया। साथ ही, बीजेपी पर तिरंगे के अपमान और RSS के एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर कांग्रेस ने राष्ट्रीयता के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की।

यह सभा न केवल सेना के सम्मान का मंच थी, बल्कि कांग्रेस की एकजुटता और बीजेपी पर हमले की रणनीति का भी प्रदर्शन थी। नेताओं के बयानों ने राजस्थान की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ