श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी सहित नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने उनके सामाजिक योगदान और राष्ट्र निर्माण में भूमिका की सराहना की, जबकि सीएम शर्मा और शेखावत ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया। रोलसाहबसर ने चार दशक तक समाज सेवा, युवा प्रेरणा और संस्कारों के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके अंतिम संस्कार जयपुर में 6 जून 2025 को हुआ, और देशभर में उनके अनुयायियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक और सामाजिक चेतना के प्रतीक भगवान सिंह रोलसाहबसर का गुरुवार देर रात जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से राजस्थान सहित देशभर में शोक की लहर है। रोलसाहबसर, जिनका जन्म 2 फरवरी 1944 को सीकर के रोलसाहबसर गांव में हुआ था, ने चार दशकों तक समाज सेवा और युवा पीढ़ी को संस्कार व अनुशासन की प्रेरणा दी। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया और उनके योगदान को याद किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख लक्ष्मण सिंह को प्रेषित एक शोक संदेश में भगवान सिंह रोलसाहबसर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने संदेश में रोलसाहबसर के सामाजिक योगदान और समाज के उत्थान के लिए उनके समर्पण की सराहना की। पीएम मोदी ने लिखा, “श्री भगवान सिंह जी रोलसाहबसर का निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन सेवा, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण का प्रतीक था।”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की श्रद्धांजलि
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रोलसाहबसर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक श्री भगवान सिंह जी रोलसाहबसर के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं उनके शोकाकुल परिजनों और अनुयायियों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और परिवार को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति।” मुख्यमंत्री ने जयपुर के झोटवाड़ा स्थित संघ शक्ति भवन में उनकी पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का भावुक संदेश
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रोलसाहबसर के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा, “श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक, पूज्य श्री भगवान सिंह रोलसाहबसर जी के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक और हृदयविदारक है। उनका जाना केवल एक महान व्यक्तित्व की विदाई नहीं है, बल्कि समाज, संस्कृति और सेवा के एक युग का अवसान है। उनके साथ एक आत्मीय और पारिवारिक रिश्ता रहा और वे पितृतुल्य थे।” शेखावत ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “श्रद्धेय रोलसाहबसर साहब के साथ बिताए पल और उनकी शिक्षाएं सदैव स्मरणीय रहेंगी। यह मेरे लिए एक निजी क्षति है।”
अन्य नेताओं के शोक संदेश
रोलसाहबसर के निधन पर कई अन्य प्रमुख नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी: उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक श्री भगवान सिंह जी रोलसाहबसर के निधन का समाचार अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। उन्होंने सदैव संगठन के हित में कार्य किया और युवाओं को एकजुट कर समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। उनका सरल, विनम्र तथा प्रेरणादायी व्यक्तित्व सदैव स्मरणीय रहेगा।”
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पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत: गहलोत ने कहा, “उनके आकस्मिक देहावसान से समाज में शोक की लहर है। वे एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन सादगी, अनुशासन और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।”
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पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे: उन्होंने संघ शक्ति भवन में रोलसाहबसर को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके सामाजिक योगदान को याद किया।
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट: पायलट ने अपने शोक संदेश में कहा, “श्री भगवान सिंह रोलसाहबसर जी के निधन से समाज ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया। उनका समाज के प्रति समर्पण और कार्य हमेशा स्मरणीय रहेंगे।”
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रविंद्र सिंह भाटी: उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “आज सर्व समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है, आपने क्षत्रिय युवक संघ के माध्यम से समाज को राह दिखाई, राहदृष्टा को खोने के गम को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सहित कई अन्य नेताओं ने भी अपने शोक संदेशों में रोलसाहबसर के योगदान को याद किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
भगवान सिंह रोलसाहबसर का योगदान
भगवान सिंह रोलसाहबसर ने 1960 के दशक में श्री क्षत्रिय युवक संघ से जुड़कर समाज सेवा की शुरुआत की। वे 1989 से 2021 तक संघ के प्रमुख रहे और 2021 में संरक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने बाड़मेर में ग्राम्य आलोकायन आश्रम की स्थापना की, जहां युवाओं को संस्कार, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की शिक्षा दी जाती थी। उनके नेतृत्व में संघ ने बालिका शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, और सामाजिक एकता जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए। रोलसाहबसर ने ‘श्री प्रताप फाउंडेशन’ की स्थापना कर समाज और जनप्रतिनिधियों के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास किया।
अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि सभा
रोलसाहबसर की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए 6 जून को जयपुर के संघ शक्ति भवन में रखा गया। उनका अंतिम संस्कार उसी दिन शाम 4 बजे झोटवाड़ा पुलिया के पास मोक्षधाम में पूरे सम्मान के साथ संपन्न हुआ। बाड़मेर के आलोक आश्रम में 8 जून को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सांसद, विधायक और समाज के गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रोलसाहबसर का निधन न केवल क्षत्रिय समाज, बल्कि पूरे राजस्थान और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प समाज ने दोहराया है।