पाकिस्तानी हमले में शहीद झुंझुनूं के वीर सपूत का अंतिम विदाई: तिरंगा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के मेहरादासी (मंडावा) गांव में आज उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब पाकिस्तानी हमले में शहीद हुए भारतीय वायुसेना के असिस्टेंट मेडिकल सार्जेंट सुरेंद्र कुमार की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंची। शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सुरेंद्र की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए।

May 11, 2025 - 14:37
पाकिस्तानी हमले में शहीद झुंझुनूं के वीर सपूत का अंतिम विदाई: तिरंगा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के मेहरादासी (मंडावा) गांव में आज उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब पाकिस्तानी हमले में शहीद हुए भारतीय वायुसेना के असिस्टेंट मेडिकल सार्जेंट सुरेंद्र कुमार की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंची। शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सुरेंद्र की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनकी पार्थिव देह को देखकर मां बेसुध हो गईं, पत्नी सीमा और बच्चे शहीद के चेहरे को छूने के लिए बेकरार दिखे। इस मार्मिक दृश्य ने वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम कर दीं।

तिरंगा यात्रा में गूंजे देशभक्ति के नारे

शहीद सुरेंद्र कुमार की अंतिम यात्रा दोपहर 12 बजे मंडावा से शुरू हुई। जयपुर से आई सैन्य टुकड़ी ने इस तिरंगा यात्रा को और गरिमामय बनाया। करीब दो घंटे तक चली इस यात्रा में 'भारत माता की जय' और 'सुरेंद्र कुमार अमर रहे' के नारे गूंजते रहे। सुबह 11:15 बजे दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए शहीद की पार्थिव देह को मंडावा लाया गया था। गांव के हर कोने से लोग अपने इस वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़े।

परिवार का हाल बेहाल

शहीद सुरेंद्र कुमार अपने परिवार के इकलौते बेटे थे। उनकी पार्थिव देह को देखकर मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पत्नी सीमा बार-बार अपने पति के चेहरे को थपथपाती रही और प्लास्टिक कवर को हटाने की कोशिश करती दिखीं। उनके बच्चे भी पिता की देह से लिपटकर फूट-फूटकर रोए। परिवार की ऐसी हालत देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें भर आईं। गांववासियों ने बताया कि सुरेंद्र बेहद मिलनसार और देशभक्ति से ओतप्रोत इंसान थे।

शहीद की वीरता और बलिदान

सुरेंद्र कुमार भारतीय वायुसेना में असिस्टेंट मेडिकल सार्जेंट के पद पर तैनात थे। शनिवार सुबह उधमपुर एयरपोर्ट पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के हमले में उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए देश की रक्षा की। इस हमले में उनकी शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया। उनके बलिदान की गाथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।

गांव में शोक की लहर, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

शहीद के गांव मेहरादासी में हर घर में मातम पसरा है। स्थानीय नेताओं, सैन्य अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरेंद्र को श्रद्धांजलि दी। उनके बलिदान को याद करते हुए कई लोगों ने कहा कि सुरेंद्र ने देश के लिए जो कुर्बानी दी, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

अंतिम संस्कार की तैयारियां

शहीद सुरेंद्र कुमार का अंतिम संस्कार आज देर शाम उनके पैतृक गांव मेहरादासी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। इस मौके पर सैन्य टुकड़ी, प्रशासनिक अधिकारी और हजारों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहेंगे।

शहीद सुरेंद्र कुमार का यह बलिदान देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी वीरता और देशभक्ति की कहानी हमेशा अमर रहेगी। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ