हैवानियत की हद: मेरठ में पति ने 7 महीने की गर्भवती पत्नी की बेरहमी से हत्या की, 2 घंटे तक शव के पास बैठा रहा...

मेरठ में रविशंकर ने अपनी 7 महीने की गर्भवती पत्नी सपना की चाकू और सर्जिकल ब्लेड से गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद वह दो घंटे तक शव के पास बैठा रहा और फिर खुद पुलिस को बुलाया। शक और दहेज के आरोपों के बीच इस घटना ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया।

Aug 8, 2025 - 12:34
हैवानियत की हद: मेरठ में पति ने 7 महीने की गर्भवती पत्नी की बेरहमी से हत्या की, 2 घंटे तक शव के पास बैठा रहा...

मेरठ, उत्तर प्रदेश के गंगानगर थाना क्षेत्र के अम्हेड़ा गांव में  एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। रविशंकर जाटव नाम के एक व्यक्ति ने अपनी 7 महीने की गर्भवती पत्नी सपना की चाकू और सर्जिकल ब्लेड से गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस जघन्य अपराध के बाद रविशंकर ने न केवल शव के पास करीब दो घंटे तक बैठकर खौफनाक मंजर को देखा, बल्कि खुद पुलिस को फोन कर अपनी पत्नी की हत्या की जानकारी दी। इस घटना ने रिश्तों की पवित्रता और भरोसे को तार-तार कर दिया, साथ ही एक अजन्मे बच्चे की भी निर्मम हत्या कर दी।

घटना का विवरण

सपना (25 वर्ष) की शादी 23 जनवरी 2025 को मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र के किनानगर निवासी रविशंकर (28 वर्ष) से हुई थी। सपना के माता-पिता का निधन 18 साल पहले हो चुका था, और तब से वह अपनी बड़ी बहन सरिता और जीजा मुन्ना के साथ अम्हेड़ा गांव में रहती थी। सरिता और मुन्ना ने ही सपना का पालन-पोषण किया और उसकी शादी रविशंकर से कराई थी। रविशंकर गांव में एक जनरल स्टोर चलाता था। शादी के बाद से ही दंपति के बीच अनबन की खबरें थीं, और सपना पिछले कुछ महीनों से अपनी बहन के घर पर रह रही थी।घटना वाले दिन,  रविशंकर ने सुबह करीब 9 बजे अपनी पत्नी सपना को फोन किया और कहा कि उसने एक बुरा सपना देखा है और उससे मिलने आना चाहता है। इससे पहले, उसने अपने जीजा मुन्ना को फोन कर पुष्टि की कि वह घर पर नहीं होगा। जब रविशंकर अम्हेड़ा पहुंचा, तो सरिता मोहल्ले में थी, उनके बच्चे स्कूल गए थे, और मुन्ना काम के सिलसिले में बाहर था। घर में सपना अकेली थी। रविशंकर ने मौके का फायदा उठाया और घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।

 वह सपना को पहली मंजिल पर ले गया और उससे कहा, "आंखें बंद करो, मैं तुम्हें एक लॉकेट पहनाना चाहता हूं।" जैसे ही सपना ने भरोसे में आंखें बंद कीं, रविशंकर ने चाकू और सर्जिकल ब्लेड से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। उसने सपना के गले, सिर, और पेट पर कई वार किए, जिससे चाकू तक टूट गया। सपना की चीखें सुनकर उसकी बहन सरिता और पड़ोसी मौके पर पहुंचे, लेकिन दरवाजा बंद होने के कारण कोई अंदर नहीं जा सका। करीब दो घंटे बाद, सुबह 11 बजे, रविशंकर ने पुलिस कंट्रोल रूम (112) पर फोन कर कहा, "मैंने अपनी पत्नी को मार डाला है, डेड बॉडी घर में पड़ी है, आकर उठा लो।"

पुलिस की कार्रवाई

गंगानगर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दरवाजा खुलवाया। कमरे में खून से लथपथ सपना का शव पड़ा था, और रविशंकर उसके पास बैठा था। कमरे में चारों ओर खून बिखरा हुआ था, और रविशंकर का शरीर भी खून से सना था। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हत्या में इस्तेमाल चाकू और सर्जिकल ब्लेड भी बरामद किए गए। मेरठ के एसपी (देहात) राकेश कुमार मिश्रा और गंगानगर थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि रविशंकर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, और उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

हत्या का कारण

पुलिस पूछताछ में रविशंकर ने दावा किया कि उसे सपना और उसके जीजा मुन्ना के बीच अवैध संबंध का शक था। उसने कहा कि सपना हमेशा अपनी बहन और जीजा के साथ फोन पर बात करती थी, और वह अपनी बहन के घर ज्यादा समय बिताती थी। रविशंकर ने यह भी कहा कि उसने सपना को कई बार मुन्ना से दूर रहने की चेतावनी दी, लेकिन सपना ने कहा कि वह अपने पति को छोड़ सकती है, पर अपनी बहन और जीजा को नहीं। इस बात से गुस्से में आकर रविशंकर ने हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। हालांकि, सपना के परिजनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि रविशंकर खुद को बचाने के लिए झूठे आरोप लगा रहा है।सपना के भाई सोनू ने पुलिस में तहरीर देकर रविशंकर और उसके परिवार वालों—ससुर विशंबर, सास विमला, और ननद रजनी व रचना—पर दहेज हत्या का आरोप लगाया। सोनू ने कहा कि रविशंकर ने कार और दो लाख रुपये की मांग की थी, जो पूरी न होने पर उसने सपना की हत्या कर दी। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।

परिवार का दर्द

सपना की हत्या की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। सरिता और मुन्ना ने बताया कि उन्होंने सपना को अपनी बेटी की तरह पाला-पोसा था। मुन्ना ने कहा, "जब सपना 7 साल की थी, तभी उसके माता-पिता का निधन हो गया था। हमने उसे बेटी की तरह पाला और उसकी शादी कराई। हमें यकीन नहीं हो रहा कि रविशंकर ने ऐसा क्यों किया।" सपना की मौत ने न केवल एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि एक अजन्मे बच्चे की भी जान ले ली। 

सामाजिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गुस्से और दुख की लहर दौड़ा दी। गांव की महिलाओं ने रविशंकर को "वहशी" करार देते हुए सख्त सजा की मांग की। लोगों का कहना था कि यह घटना न केवल एक हत्या है, बल्कि पति-पत्नी के भरोसे और रिश्तों की पवित्रता पर हमला है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की तीखी निंदा हुई, और कई लोगों ने इसे घरेलू हिंसा और शक की मानसिकता का परिणाम बताया। 

यह दिल दहलाने वाली घटना रिश्तों में विश्वास, संवाद, और समझ की कमी को उजागर करती है। सपना की हत्या न केवल एक गर्भवती महिला और उसके अजन्मे बच्चे की जिंदगी का अंत है, बल्कि यह समाज के सामने एक गंभीर सवाल भी खड़ा करती है कि क्या हम अपने रिश्तों को सहेजने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहे हैं? पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।