स्वर्गीय राकेश बिश्नोई प्रकरण: केके विश्नोई के हस्तक्षेप से सरकार ने दिखाई संवेदनशीलता

स्वर्गीय राकेश बिश्नोई मामले में राजस्थान सरकार और पीड़ित परिवार के बीच सफल वार्ता हुई, जिसमें राज्य मंत्री केके विश्नोई की अहम भूमिका रही। कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार, जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी, और कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने परिवार और प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा कर उचित कार्रवाई और मुआवजे पर सहमति बनाई। सरकार ने निष्पक्ष जांच और न्याय का आश्वासन दिया, जिसमें केके विश्नोई के प्रयासों की सराहना हुई।

Jun 20, 2025 - 20:29
स्वर्गीय राकेश बिश्नोई प्रकरण: केके विश्नोई के हस्तक्षेप से सरकार ने दिखाई संवेदनशीलता

स्वर्गीय राकेश बिश्नोई मामले में राजस्थान सरकार ने संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय देते हुए पीड़ित परिवार के साथ सफल वार्ता की। इस वार्ता में राज्य मंत्री श्री केके विश्नोई की भूमिका अहम रही, जिनके प्रयासों से पीड़ित परिवार की मांगों पर सहमति बनी।

राज्य सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री श्री जोगाराम पटेल, राज्य मंत्री श्री केके विश्नोई, चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री अम्बरीश कुमार, जयपुर जिला कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार सोनी, और जयपुर कमिश्नर श्री बीजू जॉर्ज जोसफ ने पीड़ित परिवार और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान सरकार ने सकारात्मक और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। वार्ता में विधायक श्री अभिमन्यु पूनियां, उप जिला प्रमुख जोधपुर श्री विक्रम सिंह विश्नोई, श्री शिवराज विश्नोई सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

राज्य सरकार ने घटना के प्रति शुरू से ही संवेदनशील रुख अपनाया है और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित कदम उठाने का वादा किया है।

राज्य मंत्री श्री केके विश्नोई ने इस मामले में विशेष सक्रियता दिखाई और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उनकी मध्यस्थता और समर्पण ने वार्ता को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

सरकार ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि स्वर्गीय राकेश बिश्नोई के मामले में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ जांच की जाएगी, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। इसके साथ ही, धरना-प्रदर्शन के दौरान दर्ज किए गए सभी मामलों को वापस लेने पर भी सहमति बनी है।

यह वार्ता न केवल सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि श्री केके विश्नोई के प्रयासों को भी रेखांकित करती है, जिन्होंने इस संवेदनशील मामले में सकारात्मक हस्तक्षेप कर परिवार और सरकार के बीच विश्वास का सेतु बनाया।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ