कोटा: विधायक संदीप शर्मा ने चंबल गार्डन, गणेश उद्यान और भीतरिया कुंड का निरीक्षण किया, सुविधाओं में वृद्धि और सौंदर्यीकरण के सख्त निर्देश
कोटा विधायक संदीप शर्मा ने चंबल गार्डन, गणेश उद्यान और भीतरिया कुंड का निरीक्षण कर सुविधाएं बढ़ाने व सौंदर्यीकरण के सख्त निर्देश दिए। भाजपा नेता व अधिकारी साथ रहे।
शहर के प्रमुख उद्यानों को उनकी खोई हुई पहचान वापस दिलाने के उद्देश्य से विधायक संदीप शर्मा ने रविवार को तीन बड़े उद्यानों—चंबल गार्डन, गणेश उद्यान और भीतरिया कुंड—का सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इन उद्यानों की स्थिति का जायजा लिया और सुविधाओं को मजबूत बनाने तथा सौंदर्यीकरण कार्यों को गति देने के सख्त निर्देश जारी किए। विधायक ने स्पष्ट किया कि ये उद्यान शहरवासियों के मनोरंजन और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इन्हें जल्द से जल्द आदर्श रूप प्रदान किया जाए।निरीक्षण अभियान में विधायक संदीप शर्मा के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन, नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, कोटा विकास प्राधिकरण (केवीडीए) के अधिकारी तथा नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान स्थानीय नागरिकों और पार्क प्रबंधकों से भी फीडबैक लिया गया, जिससे उद्यानों की वर्तमान कमियों का स्पष्ट चित्रण हुआ।
चंबल गार्डन: पर्यावरणीय सौंदर्य को पुनर्जीवित करने पर जोर शहर के सबसे प्रसिद्ध उद्यान चंबल गार्डन में पहुंचे विधायक शर्मा ने सबसे पहले नदी किनारे की हरियाली और वॉकिंग ट्रैक की स्थिति का अवलोकन किया। उन्होंने पाया कि वर्षों की उपेक्षा के कारण पेड़-पौधे सूख रहे हैं और सीटियां क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि—तत्काल हरियाली बढ़ाने के लिए नए पौधे लगाए जाएं और मौजूदा पेड़ों की देखभाल सुनिश्चित की जाए। ,वॉकिंग पाथ को पुनः निर्माण कर रोशनी की व्यवस्था मजबूत की जाए, ताकि शाम के समय महिलाओं और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित हो। ,चंबल नदी के किनारे सौंदर्यीकरण के तहत फव्वारे और बैठने की सुविधाएं स्थापित की जाएं।,चंबल गार्डन को शहर का 'हृदय स्थल' बताते हुए विधायक ने कहा, "यह उद्यान न केवल पर्यटकों को आकर्षित करता है, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक स्वच्छ हवा का स्रोत है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।" अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अगले दो माह में कार्य शुरू हो जाएगा।
गणेश उद्यान: खेल और मनोरंजन क्षेत्रों का विस्तार निरीक्षण का अगला पड़ाव गणेश उद्यान रहा, जहां विधायक ने बच्चों के खेल क्षेत्र और वृद्धावस्था मंडल के लिए आरक्षित स्पेस का मुआयना किया। यहां की स्थिति देखकर उन्होंने नाराजगी जताई कि घास का मैदान उबड़-खाबड़ हो चुका है और झूले पुराने पड़ चुके हैं। सख्त लहजे में निर्देश देते हुए उन्होंने कहा—खेल उपकरणों को अपडेट किया जाए और नए स्विंग, स्लाइड तथा मल्टी-पर्पस ग्राउंड विकसित किए जाएं। ,बेंच और शेड की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही वाई-फाई और पेयजल की सुविधा अनिवार्य रूप से जोड़ी जाए। ,सौंदर्यीकरण के अंतर्गत फूलों की क्यारियां और मूर्तिकला स्थापित की जाएं, ताकि यह उद्यान धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित हो। ,भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन ने बताया कि गणेश उद्यान को 'परिवारिक पिकनिक स्पॉट' बनाने का लक्ष्य है, और इसके लिए बजट प्रावधान की मांग विधानसभा में उठाई जाएगी। निरीक्षण के दौरान स्थानीय निवासियों ने भी अपनी शिकायतें दर्ज कीं, जैसे पार्किंग की कमी और सफाई की अनियमितता, जिन पर तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए गए।
भीतरिया कुंड: ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित रखने पर बल तीसरा निरीक्षण भीतरिया कुंड उद्यान में हुआ, जो शहर के ऐतिहासिक स्थलों में शुमार है। यहां विधायक ने कुंड के जल स्तर, आसपास की सीढ़ियों और मंदिर क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने पाया कि कचरा जमा होने से जल प्रदूषित हो रहा है और घेराबंदी कमजोर पड़ चुकी है। निर्देशों में प्रमुख बिंदु थे—कुंड की सफाई अभियान चलाकर जल को शुद्ध किया जाए और फिल्ट्रेशन सिस्टम लगाया जाए। ,सौंदर्यीकरण के तहत परकोटे को मजबूत बनाया जाए तथा आसपास बगीचे विकसित किए जाएं। ,पर्यावरण संरक्षण के लिए सोलर लाइटिंग और वर्षा जल संचयन की व्यवस्था की जाए, ताकि यह स्थल पर्यटन मानचित्र पर चमके। ,नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी ने कहा, "भीतरिया कुंड कोटा की सांस्कृतिक धरोहर है। विधायक जी के निर्देशों से इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जाएगा।" अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और प्रस्तावित कार्यों के लिए फंडिंग की प्रक्रिया तेज की जा रही है।
निरीक्षण के अंत में विधायक संदीप शर्मा ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और एक समयबद्ध एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि सुधार कार्यों में स्थानीय निवासियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, जैसे 'हरित कोटा अभियान' के तहत पौधारोपण ड्राइव। इसके अलावा, नियमित मॉनिटरिंग के लिए मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया।