"कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का धमाकेदार एक्शन मोड: बीकानेर से शुरूआत, गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई का ऐलान"

रिपोर्ट जसवंत सिंह -राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शनिवार, 29 मार्च 2025 को दौसा कलेक्ट्रेट में उन्होंने अपनी सक्रियता का जोरदार प्रदर्शन करते हुए कहा कि उनके कार्यक्रम अब तेज गति से शुरू हो गए हैं। बीकानेर से इसकी शुरुआत हुई थी और अब वह पूरे जोश के साथ अपने विभाग की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार हैं। डॉ. मीणा ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "मुझे कृषि और ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुछ दिनों बाद बड़े धमाके देखने को मिलेंगे कि काम कितनी तेजी से होता है। जिसने भी गड़बड़ी या लापरवाही की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।"
सरकार से मनमुटाव की अटकलों पर खुलासा
दौसा में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ. मीणा ने अपनी ही सरकार के साथ मनमुटाव की अफवाहों पर भी विराम लगाया। उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने घोषणा की थी कि अगर हम हार गए तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। यह कोई मनमुटाव की बात नहीं थी। चुनाव परिणाम आने के बाद मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया था। लेकिन अब केंद्रीय नेतृत्व ने मुझसे काम करने को कहा है और आगे के लिए कोई नया रास्ता निकालने की बात कही है।" उनके इस बयान से साफ है कि वह अब पूरी तरह से सक्रिय मोड में लौट आए हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
बीकानेर से शुरू हुआ नया दौर
डॉ. मीणा ने हाल ही में बीकानेर में तीन दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन किया था, जहां उन्होंने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने पर जोर दिया। वहां से शुरू हुआ यह सिलसिला अब पूरे राज्य में तेजी से फैलने वाला है। उन्होंने कहा, "किसानों की दशा सुधारना और कम लागत में अधिक उत्पादन सुनिश्चित करना मेरा लक्ष्य है। इसके लिए सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ किसानों तक पहुंचाया जाएगा।" बीकानेर में उनकी वापसी को लेकर उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके लिए खास है क्योंकि वहां उन्होंने अपनी पढ़ाई की थी और अब मंत्री के रूप में वहां से सक्रियता की नई शुरुआत कर रहे हैं।
गड़बड़ी पर सख्त रुख
कृषि मंत्री ने अपने विभाग में किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी। "जो लोग गड़बड़ी या लापरवाही में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। कोई स्तर पर कोताही स्वीकार्य नहीं होगी," उन्होंने दो टूक कहा। यह बयान न केवल अधिकारियों के लिए एक सख्त संदेश है बल्कि यह भी दर्शाता है कि वह अपने विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आगे क्या?
डॉ. मीणा के इस नए जोश और ऐलान के बाद अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि वह अपने वादे को कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से जमीन पर उतारते हैं। केंद्रीय नेतृत्व के भरोसे के साथ वह अब नई ऊर्जा से काम शुरू कर चुके हैं। आने वाले दिनों में उनके द्वारा किए जाने वाले "बड़े धमाके" क्या होंगे, यह देखना रोचक होगा। लेकिन इतना तय है कि राजस्थान की सियासत और कृषि क्षेत्र में उनकी सक्रियता एक नया रंग लाने वाली है।