जोधपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान: नुक्कड़ नाटक और कविता के जरिए युवाओं ने दिया नशामुक्ति का संदेश.
जोधपुर के डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक प्रेरक कार्यक्रम आयोजित हुआ। छात्रों ने नुक्कड़ नाटक और कविता के जरिए “नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो” का संदेश दिया, जिसने उपस्थित लोगों को प्रभावित किया। आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक दृष्टिकोण से जोड़कर नशामुक्ति के उपायों पर जोर दिया गया।

जोधपुर, 13 अगस्त 2025:डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर में नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA) के अंतर्गत एक प्रेरक और जागरूकता भरा कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्नातकोत्तर अगद तंत्र विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में नशामुक्ति के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ और गतिविधियां
कार्यक्रम की शुरुआत नशा मुक्त भारत अभियान की जोधपुर क्षेत्र की नोडल अधिकारी प्रोफेसर रितु कपूर ने की। उन्होंने अभियान के उद्देश्यों और विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी, जिसमें नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के छात्र ने नशे के दुष्परिणामों को दर्शाती एक भावपूर्ण कविता प्रस्तुत की, जिसने उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इसके बाद बीएएमएस 2024 बैच के छात्रों ने एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक के जरिए उन्होंने नशे की लत के सामाजिक और व्यक्तिगत नुकसानों को रचनात्मक ढंग से दर्शाया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
नशे की लत को व्यक्ति, परिवार और समाज के लिए हानिकारक बताया। उन्होंने कहा, “नशा केवल शारीरिक स्वास्थ्य को ही नहीं बिगाड़ता, बल्कि यह सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति में भी बाधा बनता है। युवा शक्ति को इस दिशा में जागरूक करना हम सभी का दायित्व है।” उन्होंने आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ जोड़कर नशामुक्ति के प्रभावी उपायों पर बल दिया।
आभार और अन्य वक्ता
कार्यक्रम के समापन पर पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद के प्राचार्य प्रोफेसर चंदन सिंह ने नशे के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला और सभी प्रतिभागियों व आयोजकों का आभार व्यक्त किया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर महेंद्र कुमार शर्मा, पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर गोविंद सहाय शुक्ला, चिकित्सालय अधीक्षक प्रोफेसर गोविंद गुप्ता, उपकुलसचिव डॉ. मनोज कुमार अदलखा, डॉ. चन्द्रभान सिंह सहित आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा संकाय के सदस्य उपस्थित थे। स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
नशामुक्ति का संदेश
यह कार्यक्रम नशा मुक्त भारत अभियान के तहत युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। नुक्कड़ नाटक और कविता के माध्यम से युवाओं ने “नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो” का संदेश प्रभावी ढंग से समाज तक पहुंचाया।