"जयपुर में 15 जनवरी 2026 को गूंजेगा सेना का शौर्य: आर्मी डे परेड का भव्य आयोजन"
15 जनवरी 2026 को जयपुर में पहली बार भारतीय सेना का शौर्य आर्मी डे परेड के रूप में गूंजेगा! यह भव्य आयोजन सेना की वीरता, आधुनिक सैन्य शक्ति और राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत का अनूठा संगम होगा। टैंक, मिसाइल, स्टंट और ‘शौर्य संध्या’ जैसे कार्यक्रमों के साथ यह परेड युवाओं में देशभक्ति जगाएगी। जन-जागरूकता अभियान, रक्तदान शिविर और प्रदर्शनियां इसे और खास बनाएंगी। जयपुर की धरती पर यह ऐतिहासिक पल देश के गौरव को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा!

जयपुर, राजस्थान: भारतीय सेना के अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान को सम्मान देने के लिए 15 जनवरी 2026 को राजस्थान की राजधानी जयपुर में पहली बार आर्मी डे परेड का ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। यह परेड न केवल सेना की ताकत और वीरता का प्रदर्शन करेगी, बल्कि राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी दुनिया के सामने पेश करेगी। यह पहला अवसर होगा जब भारतीय सेना अपनी परेड को सैन्य क्षेत्र से बाहर, आम जनता के बीच खुले में आयोजित करेगी, जिससे युवाओं में देशभक्ति की भावना को और बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश: भव्यता और जन भागीदारी पर जोर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस आयोजन को लेकर भारतीय थल सेना और राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की विश्व में पराक्रम और वीरता के लिए एक विशिष्ट पहचान है। हमारे सैनिकों ने समय-समय पर अपनी बहादुरी से यह साबित किया है कि वे देश की आन, बान और शान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हैं। इस परेड को और भव्य बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजन में स्कूल-कॉलेज के छात्रों, पर्यटकों और आम जनता की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, परेड स्थल का चयन करते समय दर्शक क्षमता, पार्किंग और यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।मुख्यमंत्री ने यह भी जोर दिया कि परेड में राजस्थान की अनूठी संस्कृति की झलक दिखनी चाहिए। इसके लिए जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी को आयोजन स्थल का नक्शा और विस्तृत रोडमैप तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
परेड में होगा सैन्य शक्ति और संस्कृति का संगम
आर्मी डे परेड में भारतीय सेना की आधुनिक क्षमताओं और परंपरागत युद्ध कौशल का शानदार प्रदर्शन होगा। परेड में पैदल सैनिक दस्ते, टैंक, तोप, मिसाइल, सेना बैंड और मोटरसाइकिल स्टंट जैसे रोमांचक प्रदर्शन शामिल होंगे। इसके अलावा, ‘शौर्य संध्या’ नामक एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सेना का युद्ध कौशल और राजस्थान की लोक कला, नृत्य, संगीत और शिल्पकला का संगम देखने को मिलेगा। यह आयोजन सेना और आम जनता के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा।
जन-जागरूकता और प्रेरक कार्यक्रम
परेड से पहले पूरे राज्य में कई जन-जागरूकता और प्रेरक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इनमें रक्तदान शिविर, ‘ऑनर रन’ मैराथन, साइकिल रैली और ‘नो यॉर आर्मी’ प्रदर्शनियां शामिल होंगी। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को सेना की भूमिका, उपकरणों और कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देना है, ताकि वे सेना के योगदान को गहराई से समझ सकें। लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, दक्षिण पश्चिम कमान के प्रमुख, ने बताया कि इस परेड का आयोजन आम लोगों तक सेना की ताकत और गौरव को पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। परेड में आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जो भारत की रक्षा क्षमता का स्पष्ट संदेश देगी।
राजस्थान के लिए गर्व का पल
यह आयोजन न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय होगा। जयपुर, जो पहले से ही अपने किलों, महलों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए विश्व प्रसिद्ध है, इस परेड के जरिए भारतीय सेना के शौर्य और गौरव का साक्षी बनकर एक नई पहचान बनाएगा। यह आयोजन पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि देश-विदेश से पर्यटक, स्कूली छात्र, कॉलेज के युवा और पूर्व सैनिक इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए जयपुर पहुंचेंगे।
कैबिनेट मंत्री का आभार
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस आयोजन के लिए सेना मुख्यालय को धन्यवाद दिया और इसे राजस्थान के लिए गर्व का विषय बताया। उन्होंने हाल ही में सफल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की भी सराहना की, जिसे उन्होंने योजना, सटीकता और तकनीकी कौशल का आदर्श उदाहरण बताया।
15 जनवरी 2026 को जयपुर में होने वाली आर्मी डे परेड भारतीय सेना के शौर्य और राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत का अनूठा संगम होगी। यह आयोजन न केवल सैनिकों के बलिदान को सम्मान देगा, बल्कि युवाओं में देशभक्ति की भावना को भी प्रबल करेगा। जयपुर का यह ऐतिहासिक दिन लंबे समय तक लोगों के दिलों में बसा रहेगा।