फ्रिज खोला और हुआ अचानक धमाका! बच्चे का चेहरा झुलसा, 108 हड्डियां टूटीं.....
मध्य प्रदेश के कटनी में 14 साल के बच्चे ने फ्रिज का दरवाजा खोला तो जोरदार ब्लास्ट हुआ, चेहरा झुलस गया और 108 हड्डियां क्रैक हो गईं। 2.5 घंटे की सर्जरी से जान बची। मार्च 2025 में राजस्थान के सिरोही में भी फ्रिज ब्लास्ट से एक युवक की मौत हुई। एक्सपर्ट शशिकांत उपाध्याय बताते हैं कि पुराने फ्रिज में कंप्रेसर खराबी, गैस लीक, शॉर्ट सर्किट या ओवरहीटिंग से ब्लास्ट होता है। बचाव के लिए वेंटिलेशन, नियमित सर्विसिंग (हर 6 महीने), डीफ्रॉस्टिंग और स्थिर वोल्टेज जरूरी। 10+ साल पुराने फ्रिज बदलें।
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब महज 14 साल का एक बच्चा घर में रखे फ्रिज का दरवाजा खोलते ही जोरदार धमाके का शिकार हो गया। धमाका इतना भयानक था कि बच्चे का पूरा चेहरा बुरी तरह झुलस गया और उसके चेहरे की 108 हड्डियां क्रैक हो गईं। पड़ोसियों ने फौरन उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने ढाई घंटे की जटिल सर्जरी कर उसकी जान बचाई। अच्छी खबर यह है कि अब उसकी हालत में सुधार हो रहा है और वह खतरे से बाहर है।यह कोई इकलौता मामला नहीं है। इसी साल मार्च 2025 में राजस्थान के सिरोही जिले में भी ऐसा ही खतरनाक वाकया सामने आया था। वहां फ्रिज से सामान निकालते समय कंप्रेसर में अचानक ब्लास्ट हो गया, जिससे एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। ये दोनों घटनाएं चेतावनी दे रही हैं कि घरेलू फ्रिज जैसी साधारण चीज गलत इस्तेमाल या रखरखाव की कमी से जानलेवा हथियार बन सकती है।
ब्लास्ट के पीछे छिपे टेक्निकल राज – एक्सपर्ट की जुबानी
पावर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर शशिकांत उपाध्याय (अहमदाबाद) बताते हैं कि कटनी वाले केस में 15 साल पुराना फ्रिज इस्तेमाल हो रहा था। इतने पुराने उपकरण में कंप्रेसर, थर्मोस्टेट और अन्य पार्ट्स कमजोर पड़ जाते हैं। दरवाजा खोलते समय अंदर स्पार्क उत्पन्न हुआ होगा, जो लीक हुई रेफ्रिजरेंट गैस के संपर्क में आकर विस्फोट में बदल गया।फ्रिज में ब्लास्ट होने के मुख्य कारण:
कंप्रेसर की खराबी: फ्रिज के पीछे लगा कंप्रेसर एक पंप और मोटर से मिलकर काम करता है, जो आइसोब्यूटेन (R-600a) जैसी ज्वलनशील गैस को कॉइल्स में घुमाता है। लगातार इस्तेमाल या बर्फ जमने से गैस का फ्लो रुकता है, पिछला हिस्सा गर्म होता है, कॉइल्स सिकुड़ती हैं और दबाव बढ़ने से ब्लास्ट हो जाता है।
गैस लीकेज: यह ज्वलनशील गैस लीक होकर बंद कमरे में जमा हो जाए तो कोई छोटा स्पार्क या बिजली का संपर्क भी विस्फोट ट्रिगर कर सकता है।
शॉर्ट सर्किट या ओवरहीटिंग: पुराने वायरिंग, डस्ट जमा होना या खराब थर्मोस्टेट से इलेक्ट्रिकल फॉल्ट पैदा होता है, जो ब्लास्ट का कारण बनता है।
एक्सपर्ट साफ कहते हैं – फ्रिज खुद नहीं फटता, बल्कि इन तकनीकी गड़बड़ियों से खतरा पैदा होता है।
फ्रिज इस्तेमाल करते समय बरतें ये जरूरी सावधानियां – हादसों से 100% बचाव!
थोड़ी सी सतर्कता से बड़ी दुर्घटना रोकी जा सकती है। यहां घरेलू फ्रिज के सुरक्षित इस्तेमाल के गोल्डन टिप्स:
वेंटिलेशन का ध्यान रखें: फ्रिज को दीवार से कम से कम 10-15 सेमी दूर रखें, ताकि पीछे की गर्मी निकल सके। बंद जगह या कैबिनेट में न रखें।
ओवरलोडिंग से बचें: फ्रिज में ज्यादा सामान ठूंसने से कंप्रेसर पर लोड पड़ता है, जो ओवरहीटिंग का कारण बनता है।
डोर सील चेक करें: दरवाजे की रबर गैस्केट खराब हो तो गैस लीक का खतरा बढ़ता है। नियमित जांचें और जरूरत पड़े तो बदलवाएं।
बर्फ जमने न दें: फ्रिज में ज्यादा बर्फ जमा होने से गैस फ्लो रुकता है। हर 3-4 महीने में डीफ्रॉस्ट करें।
इलेक्ट्रिकल सेफ्टी: फ्रिज को स्थिर वोल्टेज स्टेबलाइजर से कनेक्ट करें। ढीले प्लग या पुराने सॉकेट का इस्तेमाल न करें।
बच्चों से सावधानी: छोटे बच्चों को अकेले फ्रिज खोलने न दें, खासकर पुराने मॉडल में।
गैस स्मेल आए तो तुरंत एक्शन: अगर फ्रिज से अजीब गंध आए, तो तुरंत अनप्लग करें, कमरे को हवादार बनाएं और टेक्निशियन बुलाएं।
पुराना फ्रिज न चलाएं: 10-12 साल से ज्यादा पुराने फ्रिज को रिप्लेस करें, क्योंकि कंपोनेंट्स कमजोर हो जाते हैं।
कितने दिनों में कराएं फ्रिज की सर्विसिंग? एक्सपर्ट की सलाह
शशिकांत उपाध्याय के अनुसार, फ्रिज की नियमित सर्विसिंग अनदेखी करने से 80% ब्लास्ट के मामले होते हैं। हर 6 महीने में:
सामान्य चेकअप – डस्ट क्लीनिंग, गैस लेवल चेक, कॉइल्स और थर्मोस्टेट की जांच।
हर 1 साल में: पूरी सर्विसिंग – कंप्रेसर ऑयल चेंज, गैस टॉप-अप अगर जरूरी हो, और सभी इलेक्ट्रिकल पार्ट्स की टेस्टिंग।
समर सीजन से पहले: गर्मियों में लोड ज्यादा होता है, इसलिए मार्च-अप्रैल में जरूर सर्विस कराएं।
अगर फ्रिज 8-10 साल पुराना है, तो हर 3-4 महीने में प्रोफेशनल चेकअप करवाएं। ब्रांडेड सर्विस सेंटर से ही काम करवाएं, लोकल मैकेनिक से बचें।