पूर्व जम्मू-कश्मीर राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में ली अंतिम सांस

पिछले कुछ महीनों से सत्यपाल मलिक का स्वास्थ्य लगातार खराब हो रहा था। किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा था। उनके निजी सचिव केएस राणा ने बताया कि मलिक ने अपनी बीमारी से डटकर मुकाबला किया, लेकिन अंततः वह इसे हरा नहीं सके।

Aug 5, 2025 - 14:03
पूर्व जम्मू-कश्मीर राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में ली अंतिम सांस

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। 79 वर्षीय मलिक लंबे समय से किडनी संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निजी सचिव केएस राणा ने उनके निधन की पुष्टि की। अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, मलिक ने मंगलवार दोपहर 1:10 बजे अंतिम सांस ली।

गंभीर थी हालत, सोशल मीडिया पर दी थी स्वास्थ्य की जानकारी

सत्यपाल मलिक ने 8 जून को सोशल मीडिया के जरिए अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी साझा की थी। उन्होंने अपनी हालत को "गंभीर" बताया था। इससे एक दिन पहले, 7 जून को, उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया था कि वह पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और किडनी संबंधी समस्याओं का इलाज करा रहे थे। उनकी यह पोस्ट उनके चाहने वालों के बीच चिंता का कारण बनी थी।

एक नजर में सत्यपाल मलिक का जीवन

सत्यपाल मलिक का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक करियर में कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में 2018 से 2019 तक कार्यरत रहे। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसलों और नीतियों को लागू करने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, वह बिहार और गोवा जैसे राज्यों में भी राज्यपाल के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके थे।

मलिक अपने स्पष्टवादी स्वभाव और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई मौकों पर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी, जिसके कारण वह चर्चा में रहे। उनकी सादगी और जनता के प्रति संवेदनशीलता ने उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया।

अंतिम दिनों में स्वास्थ्य की चुनौतियां

पिछले कुछ महीनों से सत्यपाल मलिक का स्वास्थ्य लगातार खराब हो रहा था। किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा था। उनके निजी सचिव केएस राणा ने बताया कि मलिक ने अपनी बीमारी से डटकर मुकाबला किया, लेकिन अंततः वह इसे हरा नहीं सके।

शोक की लहर, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

मलिक के निधन की खबर सामने आने के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। कई राजनीतिक हस्तियों, सहयोगियों और प्रशंसकों ने उनके निधन पर दुख जताया। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें एक निष्ठावान नेता और सच्चे देशसेवक के रूप में याद कर रहे हैं। उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।

सत्यपाल मलिक का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किए जाने की संभावना है, हालांकि इस संबंध में परिवार की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

Yashaswani Journalist at The Khatak .