फ्लोरिया बनी पहली ‘प्राइड क्वीन’: रेनबो राइट फेस्टिवल में ट्रांसजेंडर समुदाय ने बिखेरे आत्मविश्वास और रंग
रेनबो राइट फेस्टिवल 2025 में ट्रांसजेंडर और एलजीबीटी समुदाय को सम्मान व समानता के लिए प्राइड क्वीन कॉन्टेस्ट, रैंप वॉक, प्राइड कार रैली और संवेदनशीलता प्रशिक्षण के साथ समावेशन को बढ़ावा दिया गया। फ्लोरिया ने प्राइड क्वीन का ताज जीता।

एलजीबीटी और ट्रांसजेंडर समुदाय को सामाजिक मुख्यधारा में सम्मान और समानता दिलाने के उद्देश्य से आयोजित रेनबो राइट फेस्टिवल 2025 का समापन जयपुर में शानदार अंदाज में हुआ। रेनबो राइट और वसुधा जन विकास संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस 15 दिवसीय उत्सव का मुख्य आकर्षण प्राइड क्वीन कॉन्टेस्ट रहा, जिसमें राजापार्क निवासी मॉडल फ्लोरिया को प्राइड क्वीन का ताज पहनाया गया।
प्राइड क्वीन कॉन्टेस्ट: फ्लोरिया ने जीता सबका दिल
पेशे से मॉडल फ्लोरिया ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस इवेंट में प्लास्टिक सर्जन डॉ. नकुल सोमानी, मुंबई के एक्टर नकुल सोनी, यूएस-बेस्ड एंटरप्रिन्योर अदिति शर्मा और बिजनेसमैन नरेंद्र शेखावत ने फ्लोरिया को ताज पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों ने आत्मविश्वास से भरे रैंप वॉक में अपनी रचनात्मकता और फैशन सेंस का प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों का ध्यान खींचा।
जयपुर में पहली बार आयोजित प्राइड कार रैली ने शहर को इंद्रधनुषी रंगों से सराबोर कर दिया। इस रैली ने न केवल जागरूकता फैलाई, बल्कि समावेशी समाज की भावना को भी मजबूत किया।
सामाजिक संवेदनशीलता और समावेशन पर जोर
रेनबो राइट के निदेशक शशांक वर्मा ने कहा, “यह आयोजन एलजीबीटी और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए समाज में संवेदनशीलता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए किया गया। यह समुदाय फैशन, कला और रचनात्मकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट है और इसे उचित मंच व अवसर मिलने चाहिए।”
रोजगार और काउंसलिंग के अवसर
एक्टर मानव सोनी ने बताया कि राजस्थान में फिल्म और फैशन प्रोजेक्ट्स में इस समुदाय के लिए रोजगार के कई अवसर उपलब्ध हैं। वहीं, मनोचिकित्सक डॉ. कशिश थापर ने एलजीबीटी समुदाय के लिए मुफ्त काउंसलिंग सत्र आयोजित किए, जिससे मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी।
राजस्थान पुलिस की भागीदारी
वसुधा जन विकास संस्थान की निदेशक मोना शर्मा ने बताया कि यह राजस्थान में अपनी तरह का पहला प्राइड फेस्टिवल था, जिसमें राजस्थान पुलिस को शामिल किया गया। ‘ऑपरेशन स्माइल’ के तहत पुलिस अधिकारियों और नोडल अफसरों को संवेदनशीलता आधारित प्रशिक्षण दिया गया, ताकि ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ होने वाले अपराधों पर त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई हो सके।
ट्रांसजेंडर अचीवर्स का सम्मान
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। यह पहल न केवल उन्हें सामाजिक पहचान दिलाने में कारगर रही, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी।
रेनबो राइट फेस्टिवल 2025 ने न केवल जयपुर को रंगों से सजाया, बल्कि समानता और सम्मान के लिए एक मजबूत संदेश भी दिया। यह आयोजन समाज में समावेशी बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।