मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल :राजस्थान में परिवहन सेवाओं का होगा नया दौर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान में परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदमों की घोषणा की। रोडवेज बसों को आधुनिक और सुविधाजनक बनाकर कार यात्रियों को आकर्षित करने, कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण, बस स्टैंडों का एकसमान विकास, धार्मिक स्थलों के लिए विशेष रूट, और बसों में कैमरे-जीपीएस जैसी सुविधाएं शुरू करने पर जोर दिया गया। ओवरलोडिंग और ओवरस्पीडिंग पर सख्त कार्रवाई, रूट्स का डिजिटाइजेशन, व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी, और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने जैसे कदम भी शामिल हैं। अन्य राज्यों का अध्ययन कर परिवहन व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की योजना है।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने परिवहन व्यवस्था को अधिक सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक बनाने के लिए व्यापक योजना की घोषणा की है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग और राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की समीक्षा बैठक में उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उनका लक्ष्य है कि रोडवेज बसों में ऐसी सुविधाएं हों कि कार से यात्रा करने वाले भी बसों को चुनें।
कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने रोडवेज के चालकों, परिचालकों और कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण सेमिनार आयोजित करने का निर्देश दिया। इनमें बस सुविधाओं के आधुनिकीकरण, स्वच्छता, नियमों की पालना और सामूहिक भागीदारी जैसे विषय शामिल होंगे। इससे कर्मचारियों की दक्षता बढ़ेगी और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
बस स्टैंड और विश्राम स्थलों का एकसमान विकास
शर्मा ने बस स्टैंड और विश्राम स्थलों पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने और इन्हें एकसमान रंग व डिजाइन में विकसित करने को कहा। बसों में भोजन और सरस उत्पादों जैसी नवीन सुविधाएं शुरू करने पर भी ध्यान दिया जाएगा।
धार्मिक स्थलों के लिए विशेष रूट
धार्मिक स्थलों के लिए समर्पित बस रूट तैयार करने और समयबद्ध संचालन के निर्देश दिए गए। बसों में कैमरे और जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि यात्रा सुरक्षित हो। लोक परिवहन बसों के लिए एक निश्चित रंग योजना लागू होगी और नई बसों की बॉडी की गुणवत्ता जांच अनिवार्य होगी।
सख्ती और निगरानी
मुख्यमंत्री ने ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग और पद के दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश दिया। ट्रांसपोर्ट व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग और इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का कमांड एंड कंट्रोल रूम जल्द शुरू होगा। राजधरा ऐप के जरिए बस रूट्स का डिजिटाइजेशन भी शीघ्र पूरा किया जाएगा।
नए रूट्स और परमिट
नए बस परमिट जारी करने से पहले रूट्स निर्धारित किए जाएंगे, जिनमें अस्पताल, स्कूल और सरकारी कार्यालयों को प्राथमिकता मिलेगी। नई बसों की खरीद और संचालन समयबद्ध होगा। राजस्थान व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी और ऑटोमैटिक टेस्टिंग स्टेशन भी जल्द शुरू होंगे।
अन्य राज्यों से सीख
परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अन्य राज्यों का अध्ययन करने और विशेषज्ञों से सुझाव लेने का निर्देश दिया गया। इससे राजस्थान में परिवहन व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाएगा।
सड़क सुरक्षा और पर्यावरण
शर्मा ने सड़क सुरक्षा को सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए नियमों की पालना पर जोर दिया। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहन देने की बात कही।
बैठक में उपस्थिति
बैठक में उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। यह पहल राजस्थान में परिवहन सेवाओं को नई दिशा देगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।