थार की डिमांड करता था BJP युवा मोर्चा का नेता: पिता का आरोप- बेटी को मार डाला; सबूत मिटाने को बिना बताए अंतिम संस्कार करने लगे
भरतपुर में भाजपा युवा मोर्चा नेता आकाश फौजदार की पत्नी प्रियंका की संदिग्ध मौत; पिता ने दहेज के लिए हत्या और बिना बताए अंतिम संस्कार का आरोप लगाया, थार गाड़ी की मांग कर रहा था दामाद। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया।
भरतपुर (राजस्थान), 16 नवंबर 2025: भरतपुर जिले के पिंडावली गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के युवा मोर्चा नेता आकाश फौजदार की पत्नी प्रियंका की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के पिता ने गंभीर आरोप लगाते हुए दामाद आकाश, उसके परिवार और ससुराल वालों पर हत्या का इल्जाम ठोका है। उन्होंने दावा किया है कि ससुराल पक्ष ने सबूत मिटाने के इरादे से पीहर पक्ष को बिना सूचना दिए ही अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी थी। पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण: संदिग्ध मौत की सूचना शनिवार शाम करीब 6:00 बजे भरतपुर के कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि पिंडावली गांव निवासी आकाश फौजदार (उम्र 35 वर्ष) की पत्नी प्रियंका (उम्र 33 वर्ष) की अचानक और संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, प्रियंका का शव उनके घर में ही मिला, लेकिन मौत का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रियंका लंबे समय से बीमार चल रही थीं, लेकिन उनके पिता का दावा है कि यह बीमारी नहीं, बल्कि ससुराल पक्ष की साजिश का नतीजा है।पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमॉर्टम के लिए भरतपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। डॉक्टरों की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा। फिलहाल, मामला हत्या, दहेज उत्पीड़न और सबूत नष्ट करने के प्रयासों से जुड़ा नजर आ रहा है।
शादी का खर्च और दहेज की मांग: थार SUV का लालच प्रियंका और आकाश की शादी 24 नवंबर 2018 को हुई थी। शादी में पीहर पक्ष ने भारी खर्च किया था—कुल मिलाकर लगभग 20 लाख रुपये का व्यय आंका गया। इसमें नकद के रूप में करीब 4 लाख रुपये भी दिए गए थे। शादी के बाद से ही आकाश दहेज के नाम पर लगातार मांगें करता रहा। मृतका के पिता हरिनारायण ने बताया कि दामाद आकाश लगातार थार SUV (महिंद्रा थार) की डिमांड करता था। उन्होंने कहा, "शादी के समय हमने जो दिया, वह पर्याप्त था। लेकिन आकाश कभी संतुष्ट न हुआ। वह हमेशा कहता था कि बिना थार के वह खुश नहीं रहेगा। प्रियंका ने कई बार फोन पर रोते हुए बताया कि ससुराल वाले दहेज के लिए तंग कर रहे हैं।"हरिनारायण के अनुसार, प्रियंका शादी के बाद से ही मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान थीं। वह अक्सर पीहर आतीं और ससुराल की मारपीट व ताने-त श्रृंगार की शिकायत करतीं। "मेरी बेटी ने कभी कोई शिकायत नहीं की, लेकिन आखिरी बार जब वह आई थी, तो बोली थी कि अब सहन नहीं होता।" पिता ने दावा किया कि दहेज की लालच में ही प्रियंका की हत्या कर दी गई।
अंतिम संस्कार का प्रयास: सबूत मिटाने की कोशिश? मौत की खबर फैलते ही ससुराल पक्ष ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारी शुरू कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने पीहर पक्ष को कोई सूचना नहीं दी। आसपास के रिश्तेदारों को जब यह पता चला, तो उन्होंने तुरंत प्रियंका के मायके वालों को फोन किया। हरिनारायण ने बताया, "अगर रिश्तेदारों ने न बताया होता, तो शायद सबूत मिट जाते। हम पहुंचे तो ससुराल वाले शव को ले जा रहे थे। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी।" इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि ससुराल पक्ष का यह व्यवहार संदेहास्पद है, क्योंकि सामान्यत: ऐसी स्थिति में दोनों पक्षों को सूचित किया जाता है। पुलिस ने अंतिम संस्कार को रोक दिया और शिकायत दर्ज की।
पुलिस कार्रवाई: हत्या का केस दर्ज पीड़ित परिवार के बयान पर भरतपुर सदर थाने में आकाश फौजदार, उसके माता-पिता और अन्य ससुराल वालों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 498A (पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता), 304B (दहेज हत्या) और 201 (सबूत नष्ट करने का प्रयास) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी (भरतपुर) तेजस्विनी गौतम ने बताया कि जांच पूरी ईमानदारी से की जा रही है। "पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। अगर हत्या के सबूत मिले, तो सभी आरोपी गिरफ्तार होंगे। दहेज संबंधी शिकायतों की भी गहन जांच होगी।"पुलिस टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और ससुराल के घर से कुछ सामान जब्त किए हैं। प्रियंका के फोन रिकॉर्ड और मैसेज भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि दहेज उत्पीड़न के दावों की पुष्टि हो सके।
परिवार का दर्द: न्याय की गुहार प्रियंका के पिता हरिनारायण (निवासी: भरतपुर के पास गांव) ने आंसुओं भरी आवाज में कहा, "मेरी इकलौती बेटी थी। वह पढ़ी-लिखी थी, लेकिन शादी के बाद नर्क झेला। हम गरीब हैं, लेकिन बेटी की खुशी के लिए सब कुछ दिया। अब न्याय चाहिए।" मृतका की मां और भाई भी सदमे में हैं। भाई ने बताया कि प्रियंका का एक 5 वर्षीय बेटा है, जो अब अनाथ जैसा हो गया है। परिवार ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और स्थानीय विधायक से न्याय की अपील की है।
आकाश फौजदार BJP युवा मोर्चा का सक्रिय नेता है, जो जिले में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेता रहा है। पार्टी नेताओं ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। स्थानीय BJP कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर आरोप साबित हुए, तो पार्टी उचित कार्रवाई करेगी। हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे दहेज लोभ का मामला बताते हुए BJP पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा, "BJP खुद दहेज विरोधी अभियान चलाती है, लेकिन उसके नेता ही ऐसी हरकतें कर रहे हैं।"यह मामला राजस्थान में दहेज प्रथा और महिलाओं पर अत्याचार के बढ़ते मामलों को एक बार फिर उजागर करता है। राज्य में पिछले साल 1,200 से अधिक दहेज हत्या के केस दर्ज हुए थे। प्रियंका की मौत से परिवार टूट गया है, और अब न्याय की आस बाकी है। जांच जारी है, और आगे की अपडेट्स का इंतजार है।