बाड़मेर में वनरक्षक भर्ती घोटाला: SOG ने दो महिला वनरक्षकों को दबोचा, पूर्व पार्षद की पूछताछ से खुला राज

वनरक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले ने नया मोड़ ले लिया है। विशेष संचालन समूह (SOG) ने रविवार को दो महिला वनरक्षकों को गिरफ्तार किया, जिनका नाम इस घोटाले में सामने आया है।

Mar 23, 2025 - 21:51
Mar 23, 2025 - 21:52
बाड़मेर में वनरक्षक भर्ती घोटाला: SOG ने दो महिला वनरक्षकों को दबोचा, पूर्व पार्षद की पूछताछ से खुला राज

बाड़मेर रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में 2020 की वनरक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले ने नया मोड़ ले लिया है। विशेष संचालन समूह (SOG) ने रविवार को दो महिला वनरक्षकों को गिरफ्तार किया, जिनका नाम इस घोटाले में सामने आया है। गिरफ्तार की गईं दोनों महिला वनरक्षक चौहटन रेंज और बालोतरा रेंज में कार्यरत थीं। यह कार्रवाई जोधपुर SOG और बाड़मेर पुलिस की संयुक्त टीम ने की, जिसने इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। 

दो दिन पहले पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी से शुरू हुआ खुलासा

इस मामले में ताजा कार्रवाई दो दिन पहले हुई, जब SOG ने बाड़मेर के पूर्व कांग्रेस पार्षद नरेश देव उर्फ एन.डी. सारण को गिरफ्तार किया था। सारण को शुक्रवार शाम उनके बाड़मेर स्थित आवास से हिरासत में लिया गया और शनिवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। SOG के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) वी.के. सिंह ने बताया कि सारण से पूछताछ के दौरान दो महिला वनरक्षकों के नाम सामने आए, जिन्हें चौहटन रेंज में कार्यरत "टीम" और बालोतरा रेंज में कार्यरत "सीमा" के रूप में पहचाना गया। इनके खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद SOG ने तुरंत कार्रवाई की और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

2020 वनरक्षक भर्ती परीक्षा में घोटाले की परतें उजागर

2020 की वनरक्षक भर्ती परीक्षा, जो 13 नवंबर 2022 को दो पालियों में आयोजित की गई थी, में पेपर लीक का यह मामला पिछले साल जून में तब सामने आया था, जब बांसवारा के शास्त्रीनगर निवासी प्रवीण मालवीय को 28 जून 2024 को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि इस घोटाले का मास्टरमाइंड हरिश ने बाड़मेर से लीक हुआ पेपर हासिल किया था। परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को एक घर और होटल में प्रशिक्षित किया गया था, जहां उन्हें लीक हुए पेपर को हल करने की ट्रेनिंग दी गई। प्रत्येक उम्मीदवार से इसके लिए 8 लाख रुपये वसूले गए थे।

अब तक 29 गिरफ्तार, जांच जारी

SOG ने इस मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया था, और अब दो महिला वनरक्षकों की गिरफ्तारी के साथ यह संख्या 29 हो गई है। सूत्रों के अनुसार, नरेश देव सारण ने इस घोटाले में परिवहन की व्यवस्था करने, लीक हुए पेपर को वितरित करने और उम्मीदवारों से पैसे लेने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर SOG अब अन्य संदिग्धों की तलाश में जुट गई है।

SOG और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

जोधपुर SOG और बाड़मेर पुलिस की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। SOG के ADG वी.के. सिंह ने कहा, "हम इस मामले की गहराई तक जा रहे हैं। हर उस शख्स को बेनकाब किया जाएगा, जो इस घोटाले में शामिल है।" जांच में यह भी पता चला है कि सारण का एक अन्य वांछित संदिग्ध जबरराम जाट से संपर्क था, जिसकी तलाश जारी है। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ