बाड़मेर: निजी अस्पताल में शर्मनाक हरकत, डॉक्टर पर नाबालिग के साथ अश्लील व्यवहार का आरोप
बाड़मेर के शिव उपखंड में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पर नाबालिग लड़की के साथ उपचार के दौरान अश्लील हरकतें करने का आरोप लगा है। नाबालिग को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल ले जाया गया था।

बाड़मेर जिले के शिव उपखंड मुख्यालय पर स्थित एक निजी अस्पताल में एक नाबालिग लड़की के साथ उपचार के दौरान अश्लील हरकतें करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया है, बल्कि निजी स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो एक्ट (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेज) सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन और संचालन की वैधता को लेकर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
घटना का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नाबालिग लड़की को पेट दर्द की शिकायत के बाद परिजनों द्वारा शिव उपखंड मुख्यालय पर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। उपचार के दौरान अस्पताल के एक डॉक्टर पर नाबालिग के साथ अश्लील हरकतें करने का आरोप लगा है। परिजनों को इस घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित किया। शिकायत के आधार पर बाड़मेर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस अधीक्षक (बाड़मेर) ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला गंभीर प्रतीत हो रहा है। नाबालिग की मेडिकल जांच कराई गई है, और उसका बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस ने यह भी संकेत दिए हैं कि आरोपी डॉक्टर को जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है, और मामले की गहन जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की जांच
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया है। विभाग ने निजी अस्पताल के रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस, और संचालन की वैधता की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, यह भी जांच की जा रही है कि क्या अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और अन्य स्टाफ के पास आवश्यक योग्यताएं और पंजीकरण हैं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग निजी अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा और चिकित्सकों की नैतिकता पर सवाल उठा रहे हैं। कुछ स्थानीय संगठनों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई और दोषी के खिलाफ कठोर सजा की मांग की है।
नाबालिगों के खिलाफ अपराधों पर बढ़ती चिंता
यह घटना राजस्थान में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों की बढ़ती घटनाओं को रेखांकित करती है। पॉक्सो एक्ट के तहत ऐसे मामलों में दोषियों को कठोर सजा का प्रावधान है, जिसमें आजीवन कारावास तक की सजा शामिल हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए न केवल कड़े कानूनों की जरूरत है, बल्कि समाज में जागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता भी आवश्यक है।