अजमेर सेंट्रल जेल में चाय नहीं देने पर बंदी ने की जानलेवा हमला: गर्म चाय आंख पर फेंकी, स्टील मग से तीन बार मारा; पीड़ित की आंख की रोशनी पर 50% खतरा, पुलिस जांच में जुटी

अजमेर जेल में चाय नहीं देने पर कैदी रामदेव ने राजकुमार की आंख पर गर्म चाय फेंकी और मग से तीन वार किए; रोशनी जाने का 50% खतरा, पुलिस जांच जारी।

Nov 12, 2025 - 11:04
अजमेर सेंट्रल जेल में चाय नहीं देने पर बंदी ने की जानलेवा हमला: गर्म चाय आंख पर फेंकी, स्टील मग से तीन बार मारा; पीड़ित की आंख की रोशनी पर 50% खतरा, पुलिस जांच में जुटी

अजमेर की सेंट्रल जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां छोटी-सी बात पर भड़के एक कैदी ने दूसरे कैदी पर जानलेवा हमला कर दिया। मामला चाय वितरण का है। एक कैदी ने दूसरी बार चाय मांगने पर गुस्से में आकर गर्म चाय पीड़ित की बाईं आंख पर फेंक दी और स्टील के मग से उसकी आंख पर तीन बार वार किया। हमले में पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी आंख की रोशनी जाने की आशंका 50 प्रतिशत बताई जा रही है। जेल प्रशासन ने तुरंत पीड़ित को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना जेल के अंदर सुरक्षा व्यवस्था और कैदियों के बीच तनाव पर सवाल उठा रही है।

घटना का पूरा विवरण: कैसे हुई वारदात?  घटना अजमेर सेंट्रल जेल के अंदर हुई, जो सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है। पीड़ित कैदी राजकुमार (उम्र 47 वर्ष), जो ब्यावर रोड, अजमेर का निवासी है और जेल में 20 साल की सजा काट रहा है, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। राजकुमार जेल में चाय वितरण का कार्य कर रहा था। सुबह का समय और चाय वितरण: जेल खुलने के बाद राजकुमार ने कैदियों को चाय बांटनी शुरू की। इस दौरान आरोपी कैदी रामदेव (पुत्र नरपत राम) ने राजकुमार से एक बार फिर चाय डालने को कहा।,विवाद की शुरुआत: राजकुमार ने रामदेव को जवाब दिया कि सभी कैदियों को एक-एक बार चाय वितरित हो जाने के बाद बची हुई चाय डाल दी जाएगी। यह बात रामदेव को नागवार गुजरी और वह अचानक आवेश में आ गया।,जानलेवा हमला: गुस्से में रामदेव ने अपनी गर्म चाय सीधे राजकुमार की बाईं आंख पर फेंक दी। इसके बाद उसने हाथ में मौजूद स्टील का मग उठाया और राजकुमार की आंख पर तीन बार जोरदार वार किया। हमले से राजकुमार की आंख में गंभीर चोट आई और वह दर्द से कराहने लगा।,घटना के तुरंत बाद जेल के अन्य कैदी और स्टाफ मौके पर पहुंचे। जेल प्रशासन ने राजकुमार को फौरन अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया।

चिकित्सकीय स्थिति: आंख की रोशनी पर संकट अस्पताल में डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में पता चला कि राजकुमार की बाईं आंख गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। गर्म चाय फेंके जाने से आंख में जलन और सूजन हो गई।,स्टील मग के वार से आंख की पुतली और आसपास के हिस्से में गहरी चोट आई।,डॉक्टरों का कहना है कि आंख की रोशनी वापस आने की संभावना मात्र 50 प्रतिशत है। आगे की जांच और सर्जरी की जरूरत बताई जा रही है। राजकुमार का इलाज जारी है और उसकी स्थिति स्थिर लेकिन गंभीर बनी हुई है।

पुलिस जांच और कानूनी कार्रवाई;   सिविल लाइन थाना पुलिस ने राजकुमार की शिकायत पर रामदेव के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया है। धाराएं: भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं (जैसे 307 - हत्या का प्रयास, 325 - गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत केस दर्ज।,जांच की दिशा: पुलिस जेल के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। गवाहों (अन्य कैदियों और जेल स्टाफ) के बयान लिए जा रहे हैं। आरोपी रामदेव से पूछताछ की जा रही है।,जेल प्रशासन की भूमिका: जेल अधीक्षक ने घटना की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। कैदियों के बीच हथियार (जैसे स्टील मग) कैसे उपलब्ध हुए, इस पर सवाल उठ रहे हैं।

पृष्ठभूमि: दोनों कैदियों की स्थिति पीड़ित राजकुमार: 47 वर्षीय, 20 साल की सजा काट रहा है। जेल में छोटे-मोटे कार्य सौंपे जाते हैं, जैसे चाय वितरण।,आरोपी रामदेव: दंडित कैदी, पिता का नाम नरपत राम। उसकी सजा और अपराध का विवरण अभी पुलिस जांच में आएगा।,जेल की स्थिति: अजमेर सेंट्रल जेल में सैकड़ों कैदी हैं। ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जो कैदियों के बीच तनाव, मानसिक दबाव और सुरक्षा चूक को दर्शाती हैं।