शराब के नशे में पुलिस अधिकारी की गाड़ी ने मारी टक्कर, युवक गंभीर रूप से घायल, राजपूत समाज का उग्र प्रदर्शन.

जोधपुर में शराब के नशे में धुत एक पुलिस उपाधीक्षक (एपीओ) ने तेज रफ्तार कार से बाइक सवार ओम सिंह को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद राजपूत समाज के युवाओं ने सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और वाहन जब्त किया। ओम सिंह एम्स जोधपुर में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, जबकि जांच और कार्रवाई तेज।

Oct 4, 2025 - 09:49
शराब के नशे में पुलिस अधिकारी की गाड़ी ने मारी टक्कर, युवक गंभीर रूप से घायल, राजपूत समाज का उग्र प्रदर्शन.

जोधपुर, 04 अक्टूबर 2025: राजस्थान के नीले शहर जोधपुर में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। शुक्रवार देर रात एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार युवक ओम सिंह को जोरदार टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप वह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा शहर के व्यस्त इलाकों में से एक में हुआ, जहां प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन चालक शराब के नशे में धुत था और लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। इस भयावह टक्कर के बाद ओम सिंह सड़क पर गिर पड़े, और उनकी हालत तुरंत नाजुक हो गई।

हादसे का विवरण:

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा रात करीब 10:30 बजे के आसपास हुआ। ओम सिंह, जो कि जोधपुर के एक स्थानीय निवासी हैं, अपनी बाइक पर अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ओम सिंह कई फीट हवा में उछलकर सड़क पर गिरे। उनकी बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, और मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। घायल ओम सिंह को तत्काल जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें सिर, छाती और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं, और वे वेंटिलेटर पर हैं। अगले 48 घंटे उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं।

आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी:

हादसे के तुरंत बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब पता चला कि आरोपी वाहन चालक कोई और नहीं, बल्कि जोधपुर पुलिस में तैनात एक असिस्टेंट पुलिस ऑफिसर (एपीओ) पुलिस उपाधीक्षक है। प्रत्यक्षदर्शियों और प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपी शराब के नशे में था। उसका मेडिकल टेस्ट किया गया, जिसमें शराब की मात्रा पाई गई, जो सड़क सुरक्षा नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया और उसके वाहन को जब्त कर लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना), 337 (जानलेवा चोट पहुंचाना) और मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि आरोपी के पुलिस अधिकारी होने के बावजूद कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।

राजपूत समाज का आक्रोश और प्रदर्शन:

हादसे की खबर जैसे ही स्थानीय राजपूत समाज तक पहुंची, उनके बीच गुस्सा भड़क उठा। ओम सिंह राजपूत समुदाय से हैं, और उनके समर्थन में सैकड़ों युवा घटनास्थल पर एकत्र हो गए। गुस्साए युवाओं ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और नारेबाजी करते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले, खासकर एक पुलिस अधिकारी की ऐसी लापरवाही, समाज के लिए खतरनाक है। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया, और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ओम सिंह को न्याय मिले और आरोपी को नौकरी से बर्खास्त किया जाए।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:

प्रदर्शन और बढ़ते तनाव को देखते हुए जोधपुर पुलिस ने भारी पुलिस बल तैनात किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। एसएसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी। प्रशासन की तत्परता के कारण स्थिति को काबू में कर लिया गया, और प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से तितर-बितर हो गए। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि घटनास्थल पर कोई और बवाल न हो।

ओम सिंह की स्थिति और सामाजिक प्रतिक्रिया:

एम्स जोधपुर में भर्ती ओम सिंह की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। उनके परिवार वाले और दोस्त अस्पताल में उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। स्थानीय समुदाय और सामाजिक संगठनों ने ओम सिंह के परिवार के प्रति एकजुटता दिखाई है और उनके इलाज के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। सोशल मीडिया पर भी यह खबर तेजी से वायरल हो रही है, और लोग सड़क सुरक्षा और शराब पीकर वाहन चलाने के खिलाफ कड़े कानून की मांग कर रहे हैं।

सामाजिक और कानूनी सवाल:

यह हादसा कई गंभीर सवाल खड़े करता है। एक पुलिस अधिकारी, जो कानून का पालन कराने के लिए जिम्मेदार है, स्वयं शराब पीकर वाहन चलाए, यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि पुलिस विभाग की छवि पर भी सवाल उठाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। साथ ही, पुलिसकर्मियों को नैतिक और पेशेवर जिम्मेदारी का पालन करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए।

आगे की जांच और अपडेट:

पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की जांच की जा रही है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। साथ ही, आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। जोधपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और जांच में सहयोग करें।यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि समाज में सड़क सुरक्षा और कानून के प्रति जागरूकता की कमी को भी उजागर करता है।