पुणे हाईवे पर 'आग का तांडव' ब्रेक फेल से ट्रक ने 13 वाहनों को रौंदा, 8 जिंदा जले, 20 से ज्यादा घायल.

पुणे के नवले ब्रिज पर मुंबई-बेंगलुरु हाईवे पर गुरुवार शाम ब्रेक फेल होने से एक कंटेनर ट्रक ने 13 वाहनों को टक्कर मारी। दो ट्रकों के बीच फंसी कार में आग लग गई, जिसमें 8 लोग जिंदा जलकर मर गए और 20+ घायल हुए। पुलिस-दमकल ने राहत कार्य किया, हाईवे 3 घंटे बंद रहा। जांच में ब्लैक स्पॉट, तेज रफ्तार और ब्रेक फेल मुख्य कारण। CM ने 5 लाख मुआवजा घोषित किया।

Nov 14, 2025 - 12:15
पुणे हाईवे पर 'आग का तांडव' ब्रेक फेल से ट्रक ने 13 वाहनों को रौंदा, 8 जिंदा जले, 20 से ज्यादा घायल.

पुणे, 14 नवंबर 2025: महाराष्ट्र के पुणे शहर के बाहरी इलाके में स्थित नवले ब्रिज पर मुंबई-बेंगलुरु हाईवे एक बार फिर मौत का सैलाब बन गया। गुरुवार शाम करीब 5:30 बजे एक कंटेनर ट्रक के ब्रेक फेल होने से भयानक हादसा हो गया, जिसमें ट्रक ने 13 वाहनों को जोरदार टक्कर मार दी। इस चेन रिएक्शन में दो कंटेनर ट्रकों के बीच फंसकर एक कार बुरी तरह कुचल गई और आग की लपटों में समा गई। हादसे में कम से कम 8 लोगों की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा पुणे के नारहे क्षेत्र के 'सेल्फी पॉइंट' स्ट्रेच पर हुआ, जो पहले से ही ब्लैक स्पॉट के रूप में कुख्यात है।

हादसे का पूरा विवरण: कैसे बनी मौत की घाटी?

पुलिस के अनुसार, सतारा से मुंबई की ओर जा रहा एक भारी कंटेनर ट्रक नवले ब्रिज की ढलान पर तेज रफ्तार में था। अचानक ब्रेक फेल हो जाने से ड्राइवर ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। ट्रक ने पहले एक मिनी बस और अन्य वाहनों को रौंदा, फिर आगे चल रहे दूसरे कंटेनर ट्रक से जोरदार धक्का खाया। इस दौरान दोनों ट्रकों के बीच फंसकर एक कार पूरी तरह चूरन हो गई। टक्कर की तीव्रता इतनी थी कि ट्रकों के ईंधन टैंक में स्पार्क लग गया और देखते ही देखते आग की भयावह लपटें उठने लगीं। आग तेजी से फैल गई, जिसमें फंसी कार के यात्रियों सहित कई लोग जिंदा जल गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सड़क पर चीख-पुकार मच गई, लेकिन धुंए की वजह से बचाव कार्य में काफी देरी हुई।हादसे में शामिल वाहनों में एक मिनी बस भी थी, जिसमें सवार यात्री घायलों में शुमार हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह स्ट्रेच हमेशा से ही दुर्घटनाओं का शिकार रहा है। महज सुबह 5 बजे ही इसी रूट पर एक टाइल लदे ट्रक ने दो कारों और एक डंपर को टक्कर मारी थी, लेकिन शाम का यह हादसा और भी विनाशकारी साबित हुआ।

तत्काल राहत कार्य: दमकल और पुलिस की रेस के बीच जिंदगियां

हादसे की सूचना मिलते ही राहगीरों ने तुरंत इमरजेंसी नंबरों पर कॉल किया। कुछ ही मिनटों में पुणे फायर ब्रिगेड की कई टीमें पानी के टैंकरों के साथ मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान दर्जनों एंबुलेंस घायलों को नजदीकी अस्पतालों—जैसे ससून अस्पताल और अन्य प्राइवेट मेडिकल सेंटर्स—में ले गईं। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनमें से कई को बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।पुणे पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (ट्रैफिक) हिम्मत जाधव ने बताया कि सतारा से मुंबई जाने वाली लेन को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। यात्रियों को पुराने कात्रज घाट रूट से डायवर्ट किया गया। क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाने का काम रातभर चला, जिसके बाद करीब तीन घंटे बाद ट्रैफिक सामान्य हुआ। डीसीपी संभाजी कदम ने कहा, "हमारी पहली प्राथमिकता घायलों का इलाज सुनिश्चित करना है। ब्रेक फेल की आशंका पर जांच चल रही है, और ट्रक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है।" 

जांच और कारण: ब्लैक स्पॉट पर फिर सवाल?

पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज, ड्राइवर के बयान और गवाहों के बयानों के आधार पर हादसे के सटीक कारणों की पड़ताल कर रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में ट्रक के ब्रेक सिस्टम में खराबी और तेज रफ्तार को मुख्य वजह बताया जा रहा है। नवले ब्रिज और सेल्फी पॉइंट को भारत सरकार के इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (iRAD) में ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है। पिछले कुछ वर्षों में यहां कई बड़े हादसे हो चुके हैं—नवंबर 2022 में एक ट्रक ने 48 वाहनों को टक्कर मारी थी, जिसमें 20 लोग घायल हुए थे। मई 2025 में भी इसी स्ट्रेच पर एक बाइक सवार की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ढलान वाली सड़क, भारी ट्रैफिक और अपर्याप्त सेफ्टी उपायों के कारण यह इलाका खतरे से खाली नहीं।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, "पुणे के नवले ब्रिज पर हुए इस हादसे से कई परिवारों का दुख बढ़ गया है। मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी, और घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।" राज्य सरकार ने इस ब्लैक स्पॉट पर तत्काल सुरक्षा उपायों की समीक्षा के आदेश दिए हैं।यह हादसा न केवल सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यात्रियों को सतर्क रहने की याद दिलाता है। हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए, वाहन चालकों से अपील है कि नियमों का पालन करें और ब्रेक चेक करवाएं। पुणे पुलिस ने ड्राइवरों को सलाह दी है कि ढलान वाले इलाकों में अतिरिक्त सावधानी बरतें।