ठंडी बीयर नहीं दो तो की दुकान में तोड़फोड़,बदमाशों की पुलिस ने करवाई पैदल परेड
शराब की दुकान में तोड़फोड़ और सेल्समैन की पिटाई कर वीडियो वायरल करने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और पैदल परेड करवाई। यह कार्रवाई आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय पैदा करने के लिए की गई।

जैसलमेर जिले के सांगड़ थाना क्षेत्र में 24 जून को पाबनासर स्थित एक शराब की दुकान पर तोड़फोड़ और सेल्समैन के साथ मारपीट की घटना सामने आई। इस मामले में तीन बदमाशों—मोहन सिंह, गोपाल सिंह और अशोक दान—को सांगड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया। बदमाशों ने न केवल दुकान में तोड़फोड़ की और सेल्समैन को पीटा, बल्कि इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी शेयर किया ताकि आमजन में उनका भय बना रहे। पुलिस ने इन बदमाशों की पैदल परेड करवाकर कानून का खौफ स्थापित करने और आमजन में विश्वास जगाने का प्रयास किया।
सांगड़ थाना प्रभारी बाबूराम ने बताया कि 24 जून को मोहन सिंह पुत्र फतेह सिंह (निवासी धारवी कला, शिव), गोपाल सिंह पुत्र हिम्मत सिंह (निवासी मेहरेरी, सांगड़) और अशोक दान पुत्र हिगंलाज दान (निवासी मेहरेरी) पाबनासर की शराब दुकान पर पहुंचे। वहां गर्म बीयर परोसे जाने को लेकर सेल्समैन कंवराज सिंह के साथ उनकी बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि तीनों ने लाठी-डंडों से कंवराज सिंह पर हमला कर दिया और दुकान में तोड़फोड़ की। इस दौरान बदमाशों ने पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
सेल्समैन कंवराज सिंह ने 25 जून को सांगड़ थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज करवाई। सांगड़ थाना प्रभारी बाबूराम के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। वायरल वीडियो के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई और 30 जून को तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया।
सांगड़ पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बदमाशों को सबक सिखाने और आमजन में विश्वास बढ़ाने के लिए अनोखा कदम उठाया। पुलिस ने तीनों बदमाशों को पैदल ही घटनास्थल पर ले जाकर उनकी परेड करवाई। थाना प्रभारी बाबूराम ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य पुलिस के स्लोगन "आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय" को साकार करना था। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधियों में कानून का डर पैदा होगा और आम लोग निडर होकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकेंगे।