जैसलमेर में भीषण सड़क हादसा: एडवोकेट की मौत, सब इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल
जैसलमेर में गुरुवार देर रात नेशनल हाईवे 11 पर बासनपीर गांव के पास हुए भीषण सड़क हादसे में 28 वर्षीय एडवोकेट गेनाराम की मौत हो गई, जबकि सब इंस्पेक्टर भोमाराम गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों शादी समारोह में जा रहे थे,

जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर जिले में गुरुवार देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में 28 वर्षीय एडवोकेट गेनाराम की मौत हो गई, जबकि जोधपुर कमिश्नरेट में कार्यरत सब इंस्पेक्टर भोमाराम गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर बासनपीर गांव के पास रात 11 बजे हुआ, जब दोनों एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जैसलमेर से रामदेवरा जा रहे थे।
क्या हुआ हादसा?
जैसलमेर सदर थाने के ASI मुकेश बीरा के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब एक ट्रैक्टर, जो पानी की टंकी लेकर बासनपीर गांव की ओर जा रहा था, रास्ते में खराब हो गया। ट्रैक्टर की पानी की टंकी का टायर पंक्चर होने के कारण ड्राइवर ने उसे सड़क पर ही खड़ा कर दिया और टायर ठीक करने लगा। टंकी के पीछे रिफ्लेक्टर न होने के कारण पीछे से तेज गति से आ रही गेनाराम और भोमाराम की कार टंकी से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार और पानी की टंकी पूरी तरह बिखर गई।
हादसे का दर्दनाक परिणाम
हादसे में कार में सवार एडवोकेट गेनाराम (28), पुत्र सत्यनारायण, निवासी भैंसड़ा, और सब इंस्पेक्टर भोमाराम, पुत्र भाखरराम, निवासी रामदेवरा, गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत दोनों को जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल पहुंचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान गेनाराम ने दम तोड़ दिया, जबकि भोमाराम की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया। गेनाराम का शव पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
पुलिस कार्रवाई और मामला दर्ज
हादसे की सूचना मिलते ही सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। ASI मुकेश बीरा ने बताया कि टंकी पर रिफ्लेक्टर न होने के कारण यह हादसा हुआ। गेनाराम के भाई समुंदर ने ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हादसे ने छोड़ा गहरा सदमा
यह हादसा स्थानीय समुदाय के लिए गहरा झटका है। गेनाराम एक युवा और होनहार वकील थे, जिनकी अचानक मृत्यु से परिवार और समुदाय में शोक की लहर है। वहीं, भोमाराम की गंभीर हालत को लेकर उनके परिवार और सहकर्मी चिंतित हैं। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और रात में सड़क पर खड़े वाहनों पर रिफ्लेक्टर की अनिवार्यता जैसे मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है।