पश्चिमी राजस्थान में फिर लौटेगी गर्मी, मौसम विभाग ने जारी किया लू और धूल भरी हवाओं का अलर्ट

पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में 8-10 जून को लू और 45-46 डिग्री तापमान का अलर्ट। धूल भरी हवाएं 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी। दक्षिण भारत में मानसून सक्रिय, केरल-कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना।

Jun 7, 2025 - 18:11
पश्चिमी राजस्थान में फिर लौटेगी गर्मी, मौसम विभाग ने जारी किया लू और धूल भरी हवाओं का अलर्ट

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हुई हालिया बारिश के बाद राजस्थान का मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों के लिए हीटवेव और धूल भरी हवाओं का अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून के आगमन से पहले इन जिलों में 8, 9 और 10 जून को तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे लू का प्रकोप बढ़ेगा।

तापमान में होगी 2-4 डिग्री की वृद्धि

IMD के वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बीते दिन बाड़मेर में अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले सप्ताह राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम रहने की संभावना है, जिसमें तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। खासकर बीकानेर संभाग और सीमावर्ती क्षेत्रों में गर्मी की नई लहर शुरू होने की आशंका है। शर्मा ने कहा, “अगले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में तापमान बढ़ना शुरू होगा, और 8 से 10 जून के बीच कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री तक पहुंच सकता है।”

धूल भरी हवाओं का भी रहेगा असर

पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में अगले 3-4 दिनों तक 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिमी हवाएं भी 40 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती हैं, जिससे वायु गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और निवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

उत्तर-पश्चिम भारत में भी लू का अलर्ट

दिल्ली के IMD वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में सामान्य या सामान्य से कम तापमान अगले 4-5 दिनों में धीरे-धीरे बढ़ेगा। पश्चिमी राजस्थान के अलावा दक्षिणी पंजाब, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में 10 जून को लू की स्थिति बन सकती है। कुमार ने कहा, “उत्तर-पश्चिम भारत में 9 जून से लू का प्रभाव शुरू हो सकता है, जो अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।”

दक्षिण भारत में मानसून की सक्रियता

दूसरी ओर, दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज अलग रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में दक्षिणी प्रायद्वीप में मानसून फिर से सक्रिय हो सकता है। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश की संभावना है, जिससे इन क्षेत्रों में राहत मिल सकती है।

सावधानी और तैयारियां जरूरी

मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान के निवासियों से गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। धूल भरी हवाओं के कारण आंखों और श्वसन तंत्र की सुरक्षा के लिए मास्क और चश्मे का उपयोग करने की भी सिफारिश की गई है। स्थानीय प्रशासन को भी अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों पर पानी और छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

मौसम विभाग की यह चेतावनी गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महत्वपूर्ण है। प्रभावित जिलों के निवासियों को सतर्क रहकर मौसम की इस चुनौती का सामना करने की जरूरत है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .