"हेरा फेरी 3 में बाबू भैया की विदाई: परेश रावल पर 25 करोड़ का मुकदमा, साइनिंग अमाउंट लौटाया!"
"हेरा फेरी 3" को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब परेश रावल ने बाबू भैया का किरदार छोड़ने का ऐलान किया। अक्षय कुमार की कंपनी 'केप ऑफ गुड फिल्म्स' ने उन पर 25 करोड़ का मुकदमा ठोका, क्योंकि परेश ने साइनिंग अमाउंट लिया और शूटिंग शुरू होने के बाद प्रोजेक्ट छोड़ दिया। परेश ने 11 लाख का साइनिंग अमाउंट 15% ब्याज समेत और कुछ अतिरिक्त राशि लौटाई। उनकी कुल फीस 15 करोड़ थी, जिसमें 14.89 करोड़ रिलीज के बाद मिलने थे। फैंस नाराज हैं और सोशल मीडिया पर "नो परेश, नो हेरा फेरी" ट्रेंड कर रहा है। अक्षय और सुनील शेट्टी ने निराशा जताई, जबकि परेश ने निजी कारणों का हवाला दिया।

हाल ही में बॉलीवुड की सबसे चर्चित कॉमेडी फ्रेंचाइजी "हेरा फेरी 3" को लेकर एक बड़ा विवाद सुर्खियों में छाया हुआ है। इस फिल्म के प्रशंसक, जो राजू, श्याम और बाबू भैया की तिकड़ी को फिर से बड़े पर्दे पर देखने के लिए बेताब थे, अब निराशा के आलम में हैं। इस बार खबर यह है कि परेश रावल, जिन्होंने "हेरा फेरी" और "फिर हेरा फेरी" में बाबू भैया का आइकॉनिक किरदार निभाकर दर्शकों का दिल जीता था, ने इस तीसरे भाग से खुद को अलग कर लिया है। इस फैसले ने न सिर्फ फैंस को चौंकाया, बल्कि फिल्म के निर्माता और अभिनेता अक्षय कुमार की कंपनी 'केप ऑफ गुड फिल्म्स' को भी तगड़ा झटका दिया है।
"हेरा फेरी 3" की शूटिंग इस साल अप्रैल में शुरू हुई थी। फिल्म में अक्षय कुमार (राजू), सुनील शेट्टी (श्याम) और परेश रावल (बाबू भैया) की तिकड़ी को फिर से देखने की उम्मीद थी। फिल्म का निर्देशन प्रियदर्शन कर रहे हैं, और अक्षय कुमार ने अपने प्रोडक्शन हाउस 'केप ऑफ गुड फिल्म्स' के तहत फिल्म के अधिकार निर्माता फिरोज नाडियाडवाला से खरीदे थे। लेकिन, शूटिंग शुरू होने के बाद अचानक परेश रावल ने फिल्म छोड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साफ किया कि उनका यह फैसला किसी क्रिएटिव मतभेद या फीस से संबंधित नहीं है। उन्होंने लिखा, "मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि 'हेरा फेरी 3' से मेरा हटना किसी भी तरह के क्रिएटिव मतभेद की वजह से नहीं है। मेरे मन में निर्देशक प्रियदर्शन जी के लिए बहुत प्यार, सम्मान और विश्वास है।"
हालांकि, परेश के इस फैसले ने फैंस को निराश करने के साथ-साथ मेकर्स को भी मुश्किल में डाल दिया। परेश रावल ने 27 मार्च 2025 को फिल्म के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था और 11 लाख रुपये का साइनिंग अमाउंट लिया था। इसके बाद 3 अप्रैल को टीजर की शूटिंग भी हुई, जिसमें उनके साथ तीन मिनट से ज्यादा का फुटेज फिल्माया गया। लेकिन, अचानक प्रोजेक्ट छोड़ने के कारण 'केप ऑफ गुड फिल्म्स' ने उन पर गैर-पेशेवर व्यवहार का आरोप लगाते हुए 25 करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस भेज दिया।
साइनिंग अमाउंट और ब्याज की वापसी
परेश रावल ने इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की है। उन्होंने 'केप ऑफ गुड फिल्म्स' को 11 लाख रुपये का साइनिंग अमाउंट 15% वार्षिक ब्याज के साथ वापस कर दिया है। इसके अलावा, उन्होंने फिल्म छोड़ने के मुआवजे के रूप में कुछ अतिरिक्त राशि भी लौटाई है। टर्म शीट के मुताबिक, परेश रावल को फिल्म के लिए कुल 15 करोड़ रुपये की फीस तय की गई थी, जिसमें से बाकी 14.89 करोड़ रुपये फिल्म रिलीज के एक महीने बाद मिलने थे। लेकिन, लंबे इंतजार की शर्त को देखते हुए परेश ने फिल्म से हटने का फैसला किया, जिसके बाद यह कानूनी विवाद शुरू हुआ।
क्यों छोड़ी परेश रावल ने फिल्म?
परेश रावल के फिल्म छोड़ने की वजह को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उन्होंने अपनी फीस बढ़ाने की मांग की थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि बाबू भैया का किरदार ही फिल्म की जान है। हालांकि, परेश ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि पैसा उनके फैसले का कारण नहीं था। उन्होंने ईटाइम्स को बताया, "पैसा कोई मुद्दा नहीं था। मेरे दर्शकों का प्यार और सम्मान किसी भी पैसे से बढ़कर है।"
मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में परेश ने कहा, "मुझे पता है कि यह कई लोगों के लिए शॉकिंग हो सकता है। लेकिन सच यह है कि मुझे इस फिल्म का हिस्सा होने में कुछ ठीक नहीं लगा। अभी तो मेरा यही फैसला है।" उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका निर्देशक प्रियदर्शन या मेकर्स के साथ कोई विवाद नहीं है।
अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी की प्रतिक्रिया
अक्षय कुमार, जो इस फिल्म के निर्माता और अभिनेता दोनों हैं, ने परेश के इस कदम को गैर-पेशेवर बताया। उनकी कंपनी का कहना है कि परेश ने कॉन्ट्रैक्ट साइन करने, साइनिंग अमाउंट लेने और शूटिंग में हिस्सा लेने के बाद बिना कोई ठोस वजह बताए फिल्म छोड़ दी, जिससे प्रोडक्शन को भारी नुकसान हुआ। प्री-प्रोडक्शन, शूटिंग और प्रचार पर पहले ही काफी खर्च हो चुका था।
सुनील शेट्टी ने भी इस मामले पर अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा झटका है। अगर कोई एक फिल्म थी जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था, तो वह 'हेरा फेरी' थी। मेरे और अक्षय के बिना यह फिल्म शायद हो जाए, लेकिन परेश के बिना 100% नहीं हो सकती। बाबू भैया के बिना राजू और श्याम की जोड़ी अधूरी है।"
निर्देशक प्रियदर्शन ने भी अक्षय का समर्थन करते हुए कहा, "अक्षय को यह कदम उठाने का हक है, क्योंकि उनकी पूंजी दांव पर है। परेश ने हमें उनके हटने की वजह नहीं बताई, जिससे मुझे हैरानी हुई।"
फैंस का गुस्सा और "नो परेश, नो हेरा फेरी" ट्रेंड
परेश रावल के इस फैसले से फैंस में भारी निराशा है। सोशल मीडिया पर "नो परेश, नो हेरा फेरी" जैसे ट्रेंड शुरू हो गए हैं। फैंस का मानना है कि बाबू भैया के बिना "हेरा फेरी 3" की आत्मा अधूरी रहेगी। कुछ फैंस ने सुझाव दिया है कि परेश की जगह पंकज त्रिपाठी, बमन इरानी, संजय मिश्रा या राजपाल यादव जैसे अभिनेता बाबू भैया का किरदार निभा सकते हैं, लेकिन ज्यादातर का कहना है कि परेश रावल की जगह कोई नहीं ले सकता।
क्या है "हेरा फेरी" का जादू?
"हेरा फेरी" (2000) और "फिर हेरा फेरी" (2006) बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा कॉमेडी फिल्मों में से हैं। इन फिल्मों में अक्षय कुमार (राजू), सुनील शेट्टी (श्याम) और परेश रावल (बाबू भैया) की तिकड़ी ने अपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और यादगार डायलॉग्स से दर्शकों का दिल जीता। बाबू भैया के डायलॉग जैसे "ये बाबू राव का स्टाइल है" और "उठा ले रे बाबा" आज भी लोगों की जुबान पर हैं।