"पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: CDS अनिल चौहान ने खारिज किया 6 जेट गिराने का दावा, ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई उजागर"
CDS जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 6 भारतीय जेट गिराने के दावे को खारिज किया। 31 मई 2025 को शांगरी-ला डायलॉग में उन्होंने कहा कि गलतियों से सीखकर भारत ने दो दिन बाद लक्ष्य नष्ट किए। एयर मार्शल एके भारती ने 11 मई को पुष्टि की कि भारत ने आतंकी ठिकाने सफलतापूर्वक नष्ट किए।

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने पाकिस्तान के उस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के 6 जेट, जिसमें राफेल भी शामिल था, मार गिराए। सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग के दौरान 31 मई 2025 को ब्लूमबर्ग के साथ बातचीत में जनरल चौहान ने न केवल पाकिस्तान के दावों को गलत बताया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि युद्ध में नुकसान से ज्यादा महत्वपूर्ण है गलतियों से सीखना और उन्हें सुधारना।
पाकिस्तान का दावा और भारत का जवाब
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बार-बार यह दावा किया था कि उसने भारतीय वायुसेना के जेट्स को निशाना बनाया और उन्हें मार गिराया। इन दावों में राफेल जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान को गिराने की बात भी शामिल थी। हालांकि, भारत ने हर बार इन दावों को सिरे से खारिज किया है। 11 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर मार्शल एके भारती ने भी स्पष्ट किया था कि युद्ध में नुकसान स्वाभाविक है, लेकिन भारत का लक्ष्य आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना था, जिसमें वह पूरी तरह सफल रहा।
जनरल चौहान ने ब्लूमबर्ग के सवालों का जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान का यह दावा कि उन्होंने हमारे 6 जेट गिराए, बिल्कुल गलत है। महत्वपूर्ण यह नहीं कि क्या हुआ, बल्कि यह है कि अगर कुछ हुआ तो वह क्यों हुआ। हमने अपनी सामरिक गलतियों को पहचाना, उन्हें सुधारा, और दो दिन बाद फिर से अपने जेट्स उड़ाकर लंबी दूरी के लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट किया।"
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद और सफलता
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। एयर मार्शल एके भारती ने 11 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, "हमसे यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि क्या हमने अपने लक्ष्य को हासिल किया? जवाब है- हां, और इसका परिणाम पूरी दुनिया देख सकती है।"
CDS जनरल चौहान ने भी इस बात पर जोर दिया कि भारत ने न केवल अपने लक्ष्यों को हासिल किया, बल्कि ऑपरेशन के दौरान हुई किसी भी कमी को तुरंत सुधारकर अपनी ताकत को और मजबूत किया। उन्होंने कहा, "हमने गलतियों से सीखा, उन्हें ठीक किया, और फिर से अपने मिशन को अंजाम दिया। यही हमारी ताकत है।"
पाकिस्तान के दावों का सच
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के जेट्स, खासकर राफेल, को गिराने का दावा बार-बार दोहराया। लेकिन जनरल चौहान ने इन दावों को "पूरी तरह गलत" करार देते हुए साफ किया कि भारत की ओर से कोई भी बड़ा नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि युद्ध में नुकसान से ज्यादा जरूरी है यह समझना कि वह क्यों हुआ और उससे क्या सीख मिली। भारत ने इस ऑपरेशन में न केवल अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि अपनी रणनीतिक समझ और सुधार की क्षमता को भी दुनिया के सामने रखा।
वैश्विक मंच पर भारत की बात
शांगरी-ला डायलॉग जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर जनरल चौहान का यह बयान न केवल पाकिस्तान के झूठे दावों का जवाब है, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक परिपक्वता को भी दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी गलतियों को तुरंत सुधारकर दो दिन बाद ही फिर से अपने लक्ष्यों को हासिल किया। यह भारत की सैन्य ताकत और उसकी त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का प्रमाण है।
CDS जनरल अनिल चौहान और एयर मार्शल एके भारती के बयानों से साफ है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने न केवल अपने लक्ष्यों को हासिल किया, बल्कि पाकिस्तान के झूठे दावों को भी बेनकाब किया। जनरल चौहान का यह बयान कि "महत्वपूर्ण यह है कि जेट क्यों गिरे और हमने उससे क्या सीखा," भारत की रणनीतिक सोच और उसकी सैन्य ताकत को दर्शाता है। यह ऑपरेशन न केवल भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत हर चुनौती का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।