रात के अंधेरे में चोरों की सेंधमारी, स्कूल की लैब से कंप्यूटर गायब!"

इस घटना ने स्कूल के बच्चों और शिक्षकों को गहरे सदमे में डाल दिया है। कंप्यूटर लैब बच्चों के लिए डिजिटल शिक्षा का प्रमुख साधन थी, और इस चोरी ने उनके सीखने के अवसरों पर गहरा आघात किया है।

Apr 16, 2025 - 14:35
Apr 16, 2025 - 14:39
रात के अंधेरे में चोरों की सेंधमारी, स्कूल की लैब से कंप्यूटर गायब!"

चौहटन के बिंडाणियों की ढाणी गांव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की कंप्यूटर लैब में चोरों ने धावा बोल दिया। शनिवार रात को अज्ञात चोरों ने ताले तोड़कर लाखों रुपये के कंप्यूटर, यूपीएस, वेबकैम, स्पीकर और अन्य उपकरण चुरा लिए। इस सनसनीखेज वारदात ने स्कूल प्रशासन और ग्रामीणों को हक्का-बक्का कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन चोरों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला। 

15 मार्च 2025 की रात को बिंडाणियों की ढाणी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब चोरों ने स्कूल की कंप्यूटर लैब को निशाना बनाया। अज्ञात चोरों ने आरी कटर से लैब का ताला काटा और 10 डेस्कटॉप, यूपीएस, वेबकैम, स्पीकर, हेडफोन, वायरलेस राउटर, मॉनिटर, थिन क्लाइंट और कीबोर्ड-माउस सेट समेत लाखों रुपये की सामग्री चुरा ली।

घटना का खुलासा अगले दिन रविवार, 16 मार्च को हुआ, जब बच्चों ने टूटा ताला देखा और स्कूल इंचार्ज खेनाराम को सूचना दी। खेनाराम ने तुरंत प्रधानाचार्य जसविंद्र कौर और ग्रामीणों को फोन पर जानकारी दी। प्रधानाचार्य ने तत्काल पुलिस थाना बीजराड को फोन पर सूचना दी। ग्रामीणों ने मिलकर लैब में नया ताला लगवाया, लेकिन तब तक चोर अपना काम कर चुके थे।

पुलिस थाना बीजराड में खेनाराम ने लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 331(4) और 305(E) BNS 2023 के तहत प्रकरण दर्ज किया। FIR नंबर 18/25 दर्ज कर जांच का जिम्मा ASI करण सिंह को सौंपा गया है। SHO मगाराम ने बताया कि प्रकरण को CCTNS सिस्टम में दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही चोरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

इस घटना ने स्कूल के बच्चों और शिक्षकों को गहरे सदमे में डाल दिया है। कंप्यूटर लैब बच्चों के लिए डिजिटल शिक्षा का प्रमुख साधन थी, और इस चोरी ने उनके सीखने के अवसरों पर गहरा आघात किया है। ग्रामीणों ने पुलिस से जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने और सामान बरामद करने की मांग की है।  

यह चोरी न केवल स्कूल की संपत्ति का नुकसान है, बल्कि ग्रामीण बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ भी है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हैं। क्या चोर पकड़े जाएंगे और बच्चों की लैब फिर से चालू हो पाएगी? यह सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है।