डिनर की मधुर शाम से मौत की काली रात... जोधपुर की सड़क पर बुजुर्ग की जान ले गई बेकाबू कार.

जोधपुर में एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ, जब चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में तेज रफ्तार कार ने 70 वर्षीय बुजुर्ग को टक्कर मार दी। डिनर के बाद टहलने निकले बुजुर्ग की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। सीसीटीवी फुटेज में कैद इस दर्दनाक मंजर ने सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े किए। पुलिस ने अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

Sep 18, 2025 - 17:38
डिनर की मधुर शाम से मौत की काली रात... जोधपुर की सड़क पर बुजुर्ग की जान ले गई बेकाबू कार.

जोधपुर, 18 सितंबर 2025: सूर्यनगरी जोधपुर की सड़कों पर एक बार फिर रफ्तार का कहर बरपा। एक ऐसी शाम, जो खुशहाल परिवार की हंसी-खुशी को मातम में बदल देगी, किसी ने सोचा भी न था।  चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार कार ने एक बुजुर्ग की जिंदगी को पलभर में छीन लिया। सीसीटीवी फुटेज में कैद वो भयावह पल अब हर किसी की रूह को कंपा रहा है। ये कहानी सिर्फ एक हादसे की नहीं, बल्कि लापरवाही, गैर-जिम्मेदारी और हमारी सड़कों की असुरक्षा की है।

शाम के करीब 7 बजे, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड की एक सड़क पर रोज की तरह लोग अपने घरों के बाहर टहल रहे थे। उनमें से थे 70 वर्षीय बुजुर्ग जो डिनर के बाद थोड़ी ताजी हवा लेने निकले थे। परिवार के साथ हंसी-मजाक, गर्म खाने की थाली और फिर हल्की सैर – ये उनकी रोज की आदत थी। पड़ोसियों से गपशप, सड़क किनारे चलते हुए पुरानी यादों में खो जाना... लेकिन उस दिन किस्मत ने कुछ और लिखा था। अचानक, सड़क पर एक तेज रफ्तार कार दनदनाती हुई आई। ड्राइवर, जिसके लिए शायद समय ही सब कुछ था, ने न तो स्पीड कम की, न ही सड़क पर चल रहे लोगों की परवाह। सीसीटीवी में साफ दिखता है – वो कार, जो बेकाबू राकेट की तरह दौड़ रही थी, सीधे बुजुर्ग से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रामचंद्र जी हवा में उछलकर सड़क पर जा गिरे। आसपास के लोग दौड़े, चीख-पुकार मच गई। खून से लथपथ बुजुर्ग को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।

अस्पताल में जिंदगी की जंग, लेकिन...

अस्पताल में डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की। ऑपरेशन थिएटर की मशीनें, दवाइयां, और परिवार की दुआएं – सब कुछ था, गंभीर चोटों के कारण उनकी हालत बिगड़ती गई। कुछ ही घंटों में उनकी सांसें थम गईं। एक पिता, एक पति, एक पड़ोसी... जो कुछ पल पहले तक जीवंत था, वो अब सिर्फ यादों में रह गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उनकी पत्नी, जो हर शाम उनके साथ सैर पर निकलती थी, उस दिन घर पर ही थी। लेकिन अब वो हर पल उस फैसले को कोस रही है – "काश, मैं उनके साथ होती, शायद ये न होता!"

सीसीटीवी ने खोला राज, पुलिस की कार्रवाई

हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उसमें साफ दिखता है कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि ड्राइवर के पास ब्रेक लगाने का मौका ही नहीं बचा। स्थानीय लोगों का कहना है कि चौपासनी इलाके में तेज रफ्तार गाड़ियां आम बात हैं। पुलिस ने अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फुटेज के आधार पर गाड़ी की पहचान की कोशिश जारी है ?

 क्यों बार-बार होते हैं ऐसे हादसे?

जोधपुर जैसे शहर, जहां सड़कें चौड़ी हैं और ट्रैफिक का बोझ बढ़ता जा रहा है, वहां पैदल यात्रियों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल है। चौपासनी जैसे रिहायशी इलाकों में स्पीड लिमिट का पालन नहीं होता। फुटपाथ की कमी, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, और रात में खराब रोशनी – ये सब हादसों को न्योता देते हैं। 

ये हादसा सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं, बल्कि हम सबके लिए एक चेतावनी है। क्या हमारी सड़कें सिर्फ गाड़ियों के लिए बनी हैं? क्या पैदल चलने वालों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं? जरूरत है सख्त नियमों की, ट्रैफिक पुलिस की चौकसी की, और सबसे जरूरी – ड्राइवरों में जागरूकता की। एक पल की लापरवाही किसी का पूरा जीवन छीन लेती है।