जालोर में स्टेट हाईवे पर सांड के कारण हुए भीषण हादसे में 4 की मौत, 13 घायल
जालोर के आहोर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात स्टेट हाईवे पर सांड से टकराने के कारण जीप और तूफान गाड़ी की भिड़ंत में चार लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हुए। हादसा चरली गांव के पास रात 12 बजे हुआ। तीन लोगों की मौके पर और एक की अस्पताल में मौत हुई। मृतकों में पूरण सिंह, जगदीश सिंह, रखमा देवी और शारदा शामिल हैं। घायलों को सुमेरपुर और आहोर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस जांच कर रही है।

जालोर जिले के आहोर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात स्टेट हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। इस हादसे में सांड से टकराने के बाद दो वाहनों की आपसी भिड़ंत में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 13 लोग घायल हो गए।
हादसे का विवरण
आहोर थाने के SHO करण सिंह ने बताया कि यह हादसा रात करीब 12 बजे चरली गांव के पास हुआ। एक जीप तख्तगढ़ से आहोर की ओर जा रही थी, जबकि दूसरी गाड़ी (तूफान) आहोर से तख्तगढ़ की दिशा में थी। दोनों वाहन स्टेट हाईवे पर सांड से टकराने के बाद अनियंत्रित हो गए और आपस में जोरदार भिड़ंत हो गई।
मृतकों की जानकारी
हादसे में दोनों वाहनों में सवार कुल 19 लोग थे। इस भीषण टक्कर में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान निम्नलिखित है:
- पूरण सिंह, निवासी मोरू, उम्मेदपुर
- जगदीश सिंह, पुत्र सरद वैष्णव
- रखमा देवी, पत्नी मनसाराम मेघवाल
- शारदा, पत्नी डूगरदास (इलाज के दौरान मौत)
मृतकों में दो जीप सवार थे और दो तूफान गाड़ी के यात्री थे।
घायलों का हाल
हादसे में 13 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घायलों को सुमेरपुर और आहोर के अस्पतालों में उपचार के लिए ले जाया गया। घायलों की स्थिति के बारे में अभी और जानकारी नहीं मिली है, लेकिन उनका इलाज जारी है।
पुलिस की कार्रवाई
SHO करण सिंह के अनुसार, पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, जिसमें सांड के सड़क पर अचानक आने को प्राथमिक वजह माना जा रहा है।
यह हादसा सड़क सुरक्षा और आवारा पशुओं की समस्या को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि सड़कों पर आवारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।