जयपुर: गुलाबी शहर में तिरंगा यात्रा की धूम, सीएम भजनलाल शर्मा ने अल्बर्ट हॉल से दिखाई हरी झंडी
15 मई 2025 को जयपुर में भारतीय सशस्त्र बलों के सम्मान और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अल्बर्ट हॉल से यात्रा को हरी झंडी दिखाई। बीजेपी कार्यकर्ताओं, छात्रों और विभिन्न संगठनों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यात्रा ने देशभक्ति और एकता का संदेश दिया, और शहर में "भारत माता की जय" के नारे गूंजे। सीएम ने सैनिकों के साहस की सराहना की। समापन अल्बर्ट हॉल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ।

5 मई 2025 को जयपुर, जिसे गुलाबी शहर के नाम से जाना जाता है, में भारतीय सशस्त्र बलों के सम्मान में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य को समर्पित थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सुबह 11 बजे अल्बर्ट हॉल से इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उनके साथ बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ भी मौजूद रहे। यह यात्रा देशभक्ति और एकता का प्रतीक बनकर उभरी, जिसमें हजारों लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
तिरंगा यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के अदम्य साहस और ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की उपलब्धि को सम्मानित करना था। यह आयोजन न केवल सैनिकों के बलिदान को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बना, बल्कि देशवासियों में राष्ट्रीय एकता और गौरव की भावना को भी प्रज्वलित किया। बीजेपी के जयपुर संभाग समन्वयक और पूर्व विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि यह यात्रा राष्ट्र की रक्षा करने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक प्रयास है।
अल्बर्ट हॉल से शुरू हुआ देशभक्ति का कारवां
जयपुर का ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल इस तिरंगा यात्रा का प्रारंभिक बिंदु रहा। सुबह 10 बजे से ही लोग यहां जुटने शुरू हो गए थे, और 11 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तिरंगे को लहराकर यात्रा की शुरुआत की। यात्रा में बीजेपी कार्यकर्ताओं, छात्रों, गैर-सरकारी संगठनों, विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक समूहों के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। तिरंगे झंडे और देशभक्ति के नारों के साथ यह कारवां शहर की सड़कों पर निकला, जिसने जयपुर की गुलाबी छटा को और भी आकर्षक बना दिया।
इस भव्य आयोजन की तैयारियों के लिए बीजेपी ने पहले ही व्यापक स्तर पर बैठकें आयोजित की थीं। बीजेपी के राज्य कार्यालय में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में तिरंगा यात्रा के राज्य समन्वयक अंकित चेची, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष अजयपाल सिंह, हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य, पूर्व विधायक रामलाल शर्मा, जयपुर शहर अध्यक्ष अमित गोयल, जयपुर हेरिटेज की मेयर कुसुम यादव, जयपुर ग्रेटर के उपमहापौर पुनीत कर्णावट, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे। इन नेताओं ने यात्रा को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की।
तिरंगा यात्रा ने जयपुर के गुलाबी शहर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। अल्बर्ट हॉल से शुरू होकर यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी, जहां लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकलकर इसका स्वागत कर रहे थे। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी इस आयोजन में शामिल हुए, जिसने जयपुर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को और भी समृद्ध किया। यात्रा के दौरान "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" जैसे नारे गूंजते रहे, जो हर किसी के दिल को छू गए।
सीएम भजनलाल शर्मा का संदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर कहा, "यह तिरंगा यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी सेना के प्रति कृतज्ञता और देश के प्रति हमारी निष्ठा का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ताकत को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है, और हम सभी को अपने सैनिकों पर गर्व है।" उनके इस संदेश ने उपस्थित लोगों में जोश और उत्साह भर दिया।
तिरंगा यात्रा का समापन अल्बर्ट हॉल पर ही हुआ, जहां सैनिकों के सम्मान में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया। इस आयोजन ने न केवल जयपुरवासियों को एकजुट किया, बल्कि पूरे राजस्थान में एकता और देशप्रेम का संदेश फैलाया।
जयपुर की तिरंगा यात्रा न केवल एक सफल आयोजन था, बल्कि यह गुलाबी शहर की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावना का एक शानदार प्रदर्शन भी था। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में यह यात्रा हर जयपुरवासी के लिए गर्व का क्षण बन गई। यह आयोजन निश्चित रूप से लंबे समय तक लोगों के दिलों में बसा रहेगा, और यह देशभक्ति की भावना को और भी मजबूत करेगा।