बीकानेर के नापासर में पराली से लदे ओवरलोड ट्रक में भीषण आग: ग्रामीणों की तत्परता से बड़ा हादसा टला, मुख्य बाजार से ट्रेलरों पर लगी रोक की मांग

बीकानेर के नापासर मुख्य बाजार में शुक्रवार रात ओवरलोड पराली ट्रक में बिजली की तारों से टकराव के कारण भीषण आग लग गई। ग्रामीणों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। अब लोग मुख्य बाजार से ट्रेलरों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने की मांग कर रहे हैं।

Nov 22, 2025 - 17:20
बीकानेर के नापासर में पराली से लदे ओवरलोड ट्रक में भीषण आग: ग्रामीणों की तत्परता से बड़ा हादसा टला, मुख्य बाजार से ट्रेलरों पर लगी रोक की मांग

बीकानेर, 22 नवंबर 2025 : राजस्थान के बीकानेर जिले के नापासर कस्बे में शुक्रवार रात एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। चावल की पराली से भरा एक ओवरलोड ट्रेलर मुख्य बाजार मार्ग से गुजर रहा था, जब अचानक उसमें भीषण आग लग गई। ओवरलोडिंग के कारण ट्रेलर की ऊंचाई अधिक होने से पराली बिजली की तारों से टकरा गई, जिससे चिंगारी फैल गई और पूरे ट्रेलर में आग की लपटें भड़क उठीं। स्थानीय ग्रामीणों की फुर्तीली कार्रवाई और सामूहिक प्रयासों से आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस घटना ने कस्बे के निवासियों में दहशत फैला दी है। अब ग्रामीणों ने मुख्य बाजार से भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग तेज कर दी है।

घटना का पूरा विवरण: रात के सन्नाटे में भड़की आग शुक्रवार रात करीब 9 बजे नापासर कस्बे का मुख्य बाजार, जो दिनभर की हलचल के बाद शांत हो चुका था, अचानक अफरा-तफरी से भर गया। पंजाब या हरियाणा की ओर से आ रही चावल की पराली से लदा एक विशाल ट्रेलर बाजार की संकरी सड़क से गुजर रहा था। ट्रेलर की ऊंचाई लोड के कारण सामान्य से कहीं अधिक थी, जो स्थानीय नियमों का खुला उल्लंघन था। बाजार मार्ग पर लटकी कम ऊंचाई वाली बिजली की तारों से पराली का ढेर टकरा गया। इससे निकली चिंगारी ने सूखी पराली को हवा दे दी और कुछ ही पलों में ट्रेलर का पिछला हिस्सा लपटों की चपेट में आ गया।आंखों देखा हाल बताते हुए एक स्थानीय निवासी रामलाल ने कहा, "रात का समय था, बाजार में लोग दुकानें बंद कर घर लौट रहे थे। अचानक धुआं और आग की लपटें दिखीं। ट्रेलर रुक गया था, लेकिन ड्राइवर घबरा गया था। अगर समय पर मदद न मिली होती तो पूरा बाजार जल सकता था।" आग इतनी तेज थी कि ट्रेलर का पिछला हिस्सा धधक उठा, और पराली के जलने से काला धुआं पूरे इलाके में फैल गया। बाजार में स्थित दुकानों, घरों और सैकड़ों लोगों की जान को खतरा मंडराने लगा।

ग्रामीणों की बहादुरी: सामूहिक प्रयास से आग पर काबू सौभाग्य से नापासर के ग्रामीणों ने देर नहीं की। बाजार में मौजूद दर्जनों लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। कुछ ने पास के कुओं और हैंडपंपों से पानी भरा, तो कुछ ने गाड़ियों से पानी का इंतजाम किया। स्थानीय पंचायत सदस्य सुरेश जोशी ने बताया, "हमने तुरंत चेन बनाकर पानी की सप्लाई की। फायर ब्रिगेड को कॉल की गई, लेकिन आने में समय लग रहा था। लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।" ग्रामीणों ने न केवल आग बुझाई, बल्कि ट्रेलर को बाजार से बाहर खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाने में भी मदद की।फायर ब्रिगेड की एक टीम बीकानेर से नापासर पहुंची, लेकिन तब तक ग्रामीणों ने ज्यादातर काम संभाल लिया था। ड्राइवर को मामूली झुलस आने से मामला गंभीर होने से बच गया। ट्रेलर में लदी पराली का बड़ा हिस्सा जल गया, जिससे ड्राइवर को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। हालांकि, बाजार की कोई दुकान या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा।

ओवरलोडिंग का खतरा: बार-बार हो रही चेतावनी यह घटना ओवरलोड ट्रेलरों के खतरे को एक बार फिर उजागर करती है। नापासर जैसे छोटे कस्बों में पराली का परिवहन बढ़ रहा है, खासकर फसल कटाई के मौसम में। विशेषज्ञों के अनुसार, पराली सूखी और ज्वलनशील होने के कारण बिजली की तारों से टकराने पर तुरंत आग पकड़ लेती है। स्थानीय प्रशासन ने पहले भी ओवरलोडिंग पर सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं, लेकिन अमल में कमी बनी हुई है। इस घटना के बाद पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।ग्रामीणों का आक्रोश: मुख्य बाजार से ट्रेलरों पर रोक लगेघटना के बाद नापासर के ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। उन्होंने एकत्र होकर पंचायत में चर्चा की और मुख्य बाजार से भारी ट्रेलरों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने की मांग की। "यह हमारा बाजार है, जहां बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग घूमते हैं। ओवरलोड ट्रेलरों से न केवल दुर्घटना का खतरा है, बल्कि सड़कें भी खराब हो रही हैं। प्रशासन को वैकल्पिक मार्ग बनाना चाहिए।" ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपने का फैसला किया है। उनका कहना है कि अगर ऐसी मांग पूरी न हुई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे।

प्रशासन की प्रतिक्रिया: जांच और कड़े कदमों का आश्वासन बीकानेर जिला प्रशासन ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। एसपीसी (सर्कल इंस्पेक्टर)

ने बताया, "ओवरलोडिंग और बिजली की तारों की ऊंचाई की जांच की जा रही है। फायर सेफ्टी नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।" साथ ही, बिजली विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि बाजार मार्ग पर तारों की ऊंचाई बढ़ाई जाए। यह घटना न केवल नापासर बल्कि पूरे बीकानेर जिले के लिए एक सबक है, जहां परिवहन और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाना जरूरी हो गया है।