बाड़मेर में जनजीवन सामान्य जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने दिखाई संवेदनशीलता, प्रदेश भर में तारीफ़
राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण बीते कुछ दिनों में असामान्य परिस्थितियां बनी हुई थीं। इस संकटकाल में जिला कलेक्टर टीना डाबी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीणा के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस ने तत्परता, संवेदनशीलता और रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ कार्य किया।

बाड़मेर, 11 मई 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण बीते कुछ दिनों में असामान्य परिस्थितियां बनी हुई थीं। इस संकटकाल में जिला कलेक्टर टीना डाबी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीणा के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस ने तत्परता, संवेदनशीलता और रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ कार्य किया। इन प्रयासों ने स्थिति को नियंत्रित करने और जिले में सामान्य स्थिति बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
8 मई 2025 को बाड़मेर में ब्लैकआउट की घोषणा के साथ ही जिला प्रशासन ने स्कूलों में अनिश्चितकाल के लिए अवकाश घोषित किया और सभी परीक्षाएं स्थगित कर दीं। 10 मई को एक पाकिस्तानी ड्रोन को सेना द्वारा मार गिराए जाने और हवाई हमले की चेतावनी के बाद हाई रेड अलर्ट जारी किया गया। बाजारों को पूरी तरह बंद कराया गया और आवाजाही पर रोक लगा दी गई।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने संकट के दौरान कुशल नेतृत्व का परिचय दिया। उन्होंने लगातार शहर का दौरा किया और यह सुनिश्चित किया कि पैनिक न फैले। प्रशासन ने केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखा। वहीं दूसरी तरफ़ पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पुलिस बल को रणनीतिक रूप से तैनात किया और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई। यह सुनिश्चित किया गया कि कोई अप्रिय घटना न हो और अफवाहों पर अंकुश लगे। उनकी रणनीति ने जिले में शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद की।
चार दिनों के समन्वित प्रयासों से 11 मई तक बाड़मेर में स्थिति काफी हद तक सामान्य हो चुकी है। बाजारों में रौनक लौट रही है और लोग दैनिक कार्यों में जुट रहे हैं। प्रशासन ने ब्लैकआउट और प्रतिबंधों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की प्रक्रिया शुरू की है।
हालांकि स्थिति सामान्य है, प्रशासन सतर्क है। किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां पूरी हैं। जनता से संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देने की अपील की गई है।
बाड़मेर में तनावपूर्ण हालात के बीच जिला कलेक्टर टीना डाबी और एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने प्रशासनिक कुशलता और समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके प्रयासों ने न केवल स्थिति को नियंत्रित किया, बल्कि शांति और सामान्य स्थिति बहाल कर लोगों का विश्वास भी मजबूत किया।