उदयपुर में शोक की लहर: पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का निधन, अंतिम संस्कार आज

पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार (1 मई) शाम करीब 7:15 बजे अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में निधन हो गया। वे 90 प्रतिशत जलने के कारण गंभीर हालत में थीं।

May 2, 2025 - 10:41
उदयपुर में शोक की लहर: पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का निधन, अंतिम संस्कार आज

उदयपुर, 2 मई 2025: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार (1 मई) शाम करीब 7:15 बजे अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में निधन हो गया। वे 90 प्रतिशत जलने के कारण गंभीर हालत में थीं। उनकी पार्थिव देह देर रात उदयपुर लाई गई, जहां शुक्रवार सुबह उनके देत्यमगरी स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखी गई। आज शाम 4 बजे उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

हादसे का दुखद विवरण

31 मार्च को डॉ. गिरिजा व्यास अपने उदयपुर स्थित देत्यमगरी आवास पर गणगौर पूजन कर रही थीं। इस दौरान दीपक की लपटों से उनकी चुन्नी में आग लग गई। घर में मौजूद एक कर्मचारी ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वे 90 प्रतिशत जल चुकी थीं। प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां से गंभीर हालत के कारण उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया। उनके भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि शुरुआत में उनकी हालत में सुधार हो रहा था, लेकिन पिछले दो दिनों से स्थिति फिर बिगड़ गई, जिसके बाद उनका निधन हो गया।

उदयपुर में शोक, नेताओं का जमावड़ा

डॉ. व्यास के निधन की खबर से उदयपुर में शोक की लहर दौड़ गई। उनके सम्मान में कई वरिष्ठ नेता उदयपुर पहुंचे। डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के बीच एक औपचारिक मुलाकात हुई। इस दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, पवन गोदारा, संदीप चौधरी, दिनेश खोडनिया और पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर भी मौजूद थे। नेताओं ने आपस में शोक संवेदनाएँ साझा कीं और डॉ. व्यास के योगदान पर चर्चा की।

डॉ. गिरिजा व्यास का राजनीतिक सफर

डॉ. गिरिजा व्यास एक प्रख्यात राजनेता, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता थीं। वे उदयपुर से कई बार सांसद रहीं और केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाईं। उनकी सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें राजस्थान की राजनीति में एक विशेष स्थान दिलाया। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी और उदयपुर ने एक मजबूत स्तंभ खो दिया है।

अंतिम संस्कार की तैयारियाँ

शुक्रवार सुबह से ही डॉ. व्यास के देत्यमगरी आवास पर लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। प्रशासन ने अंतिम संस्कार की तैयारियाँ पूरी कर ली हैं, जो आज शाम 4 बजे उदयपुर में संपन्न होगा। इस दौरान कई गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की संभावना है।

डॉ. गिरिजा व्यास के निधन से न केवल उदयपुर, बल्कि पूरे राजस्थान में एक युग का अंत हो गया है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ