उदयपुर में VIP कॉलोनी के पास भंगार गोदाम में भीषण आग: शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई आग ने विकराल रूप धारण किया, 8 लाख का माल राख
उदयपुर के सेक्टर-9 में VIP कॉलोनी के पास भंगार गोदाम में शुक्रवार सुबह शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। करीब 8 लाख रुपये का माल जलकर राख, कोई जनहानि नहीं।
उदयपुर, 21 नवंबर 2025: राजस्थान के उदयपुर शहर में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। सेक्टर 9 इलाके में VIP कॉलोनी के नजदीक स्थित एक भंगार (स्क्रैप) गोदाम में अचानक आग लग गई। शॉर्ट सर्किट के कारण भड़की यह आग कुछ ही पलों में भयानक रूप ले चुकी थी, जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए। ऊंची-ऊंची लपटें और घना काला धुआं देखकर इलाके में अफरा-तफरी मच गई। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद करीब डेढ़ घंटे की जद्दोजहद के अंत में आग पर काबू पा लिया। इस हादसे में गोदाम में रखे करीब 8 लाख रुपये के भंगार का सामान जलकर राख हो गया। सौभाग्य से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि घटना सुबह के समय गोदाम बंद होने के कारण हुई।
घटना का पूरा विवरण; घटना शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे की बताई जा रही है। उदयपुर के व्यस्त सेक्टर 9 इलाके में VIP कॉलोनी के ठीक बगल में बने इस भंगार गोदाम में पुराने लोहे, प्लास्टिक, कागज और अन्य स्क्रैप सामग्री का ढेर लगा हुआ था। गोदाम मालिक ने बताया कि वह रोजाना की तरह दुकान खोलने के लिए आ रहे थे, तभी दूर से धुआं और आग की लपटें दिखाई दीं। "मैंने जैसे ही गेट खोला, तो अंदर का नजारा देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरा गोदाम घिर चुका था," उन्होंने बताया।आसपास के निवासियों ने बताया कि सुबह का समय होने के कारण बच्चे स्कूल जा रहे थे और महिलाएं घरेलू कामों में व्यस्त थीं। अचानक उठे धुएं और तेज गर्मी से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमने सोचा कि कोई बड़ा हादसा हो गया है। बच्चे डर के मारे रोने लगे। ऊंची लपटें देखकर लग रहा था जैसे कोई फिल्म का सीन चल रहा हो।" इलाके में बने अन्य गोदामों और आवासीय भवनों के कारण आग के फैलने का खतरा बढ़ गया था, लेकिन त्वरित सतर्कता ने इसे टाल दिया।
आग का कारण: शॉर्ट सर्किट की आशंका प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। गोदाम में बिजली के पुराने तारों और लोड अधिक होने के कारण यह हादसा हुआ। फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया, "गोदाम में रखी ज्वलनशील सामग्री जैसे प्लास्टिक और कागज ने आग को तेजी से फैलने में मदद की। शॉर्ट सर्किट से स्पार्क उड़ने के बाद यह अनियंत्रित हो गई। हमारी टीम ने मौके पर पहुंचते ही पानी की बौछारें शुरू कर दीं।" हालांकि, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गोदाम मालिक पर लापरवाही का आरोप लग सकता है, क्योंकि सुरक्षा उपायों की कमी के संकेत मिल रहे हैं।
बचाव कार्य: फायर ब्रिगेड की तत्परता से बचा बड़ा हादसा आग की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने से फायर ब्रिगेड को कॉल किया गया। सुबह 8:45 बजे तक तीन फायर टेंडर घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। फायरमैनों ने न केवल आग बुझाने के लिए पानी की बौछारें कीं, बल्कि आसपास के गोदामों और घरों को सुरक्षित करने के लिए भी प्रयास किए। अधिकारी ने बताया, "हमने तीनों गाड़ियों को बार-बार रिफिल करवाकर इस्तेमाल किया। धुआं इतना घना था कि सांस लेना मुश्किल हो गया, फिर भी टीम ने हार नहीं मानी। करीब 10:00 बजे आग पर पूर्ण नियंत्रण हासिल हो गया।"इस दौरान पुलिस ने इलाके को घेराबंदी कर ट्रैफिक को डायवर्ट किया, जिससे कोई बड़ा जाम नहीं लगा। स्थानीय प्रशासन ने भी तुरंत राहत टीम भेजी, लेकिन चूंकि कोई घायल नहीं था, इसलिए चिकित्सा सहायता की जरूरत नहीं पड़ी। फायर ब्रिगेड के प्रयासों की सराहना करते हुए गोदाम मालिक ने कहा, "अगर थोड़ी देरी हो जाती, तो पूरा इलाका जल सकता था।"
हादसे में गोदाम में रखा करीब 8 लाख रुपये का भंगार सामान जलकर नष्ट हो गया। इसमें पुराने वाहनों के पुर्जे, धातु के टुकड़े, प्लास्टिक के कचरे और अन्य रिसाइकिल सामग्री शामिल थी। मालिक ने अनुमान लगाया कि यह स्टॉक पिछले एक महीने का था, जो बाजार में अच्छा बिक रहा था। "यह हमारी आजीविका का स्रोत था। अब सब कुछ शून्य हो गया," उन्होंने उदास स्वर में कहा। बीमा कंपनी से संपर्क किया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।