पति की हत्या कर नीले ड्रम में छिपाया शव, नमक डालकर गलाने की कोशिश; पत्नी, बच्चे और मकान मालिक का बेटा लापता
हंसराम नामक युवक का शव नीले ड्रम में मिला, गला काटकर हत्या की गई; पत्नी, तीन बच्चे और मकान मालिक का बेटा जितेंद्र लापता।

खैरथल-तिजारा के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। आदर्श कॉलोनी में एक किराए के मकान की छत पर बने कमरे में नीले ड्रम में एक युवक का शव मिला। शव को गलाने के लिए उसमें नमक डाला गया था। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के नवादिया नवाजपुर निवासी हंसराम उर्फ सूरज के रूप में हुई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
बदबू ने खोला राज, पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस को मकान मालिक राजेश शर्मा की पत्नी मिथलेश ने रविवार दोपहर करीब 3 बजे फोन कर घर से बदबू आने की शिकायत की थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने छत पर बने कमरे में नीले ड्रम में हंसराम का शव बरामद किया। डीएसपी राजेंद्र सिंह निर्वाण ने बताया कि युवक का गला धारदार हथियार से काटा गया था और शव को छिपाने के लिए उस पर नमक डाला गया था।
किराएदार और मकान मालिक का बेटा गायब
हंसराम अपनी पत्नी सुनीता और तीन बच्चों के साथ डेढ़ महीने पहले इस मकान में किराए पर रहने आया था। वह किशनगढ़बास में ईंट-भट्टे पर काम करता था। डीएसपी के अनुसार, हंसराम नशे का आदी था और अक्सर मकान मालिक के बेटे जितेंद्र के साथ शराब पीता था। जितेंद्र ने ही हंसराम को यह कमरा किराए पर दिया था।
हैरानी की बात यह है कि शनिवार से हंसराम की पत्नी सुनीता, उनके तीन बच्चे और जितेंद्र लापता हैं। मिथलेश ने बताया कि शनिवार को जन्माष्टमी के कारण वह बाजार गई थीं। लौटने पर सुनीता और उसके बच्चे घर पर नहीं थे। शाम तक जितेंद्र भी घर नहीं लौटा। रविवार सुबह जब बदबू असहनीय हो गई, तब मिथलेश ने पुलिस को सूचना दी।
मकान मालिक की पत्नी और पोता घर पर मौजूद
जांच के दौरान पुलिस को घर में मकान मालिक राजेश शर्मा की पत्नी मिथलेश और उनका 14 साल का पोता मिला। मिथलेश ने बताया कि उनके पति राजेश प्रॉपर्टी कारोबारी हैं और 2-3 दिन में एक बार घर आते हैं। जितेंद्र की पत्नी की 12 साल पहले मृत्यु हो चुकी है।
पुलिस की जांच तेज, कई सवाल अनसुलझे
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी राजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। सुनीता, बच्चों और जितेंद्र के लापता होने से मामला और उलझ गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हंसराम की हत्या के पीछे का मकसद क्या था और लापता लोग कहां हैं।