केरू में पेयजल संकट गहराया: पानी की टंकी पर चढ़ीं प्रधान अनुश्री पूनिया, पांच घंटे चले विरोध के बाद मिली कार्रवाई की आश्वासन

भीषण गर्मी में जल संकट से त्रस्त ग्रामीणों की आवाज बनीं केरू प्रधान, प्रशासन को चेताया – अब और चुप नहीं बैठेंगे! इस घटनाक्रम ने राजस्थान सरकार के उस दावे की भी पोल खोल दी जिसमें हाल ही में जल संकट पर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा था कि “सरकार पेयजल संकट को लेकर कृतसंकल्पित है और जनता को समय पर पानी मिल रहा है।” लेकिन, दोपहर होते-होते उन्हीं की पार्टी की प्रधान को पानी की मांग के लिए टंकी पर चढ़ना पड़ा।

May 31, 2025 - 17:24
May 31, 2025 - 17:29
केरू में पेयजल संकट गहराया: पानी की टंकी पर चढ़ीं प्रधान अनुश्री पूनिया, पांच घंटे चले विरोध के बाद मिली कार्रवाई की आश्वासन

जोधपुर जिले की पंचायत समिति केरू में पेयजल संकट ने विकराल रूप ले लिया है। जलदाय विभाग की लापरवाही से नाराज़ होकर केरू की प्रधान (प्रशासक) अनुश्री पूनिया ने गुरुवार को लोरड़ी देजगरा स्थित एसआर टंकी पर चढ़कर अनूठा विरोध दर्ज कराया। ग्रामीणों के साथ दोपहर करीब 2 बजे टंकी पर बैठीं पूनिया ने पांच घंटे तक प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया।

प्रधान पूनिया का कहना है कि पंचायत समिति क्षेत्र की कई टंकियों में लंबे समय से पानी नहीं भरा जा रहा है, जिससे गांवों में पानी की आपूर्ति बाधित है। जल वितरण की जिम्मेदारी संभाल रही फर्म के ठेकेदार ने भीषण गर्मी में व्यवस्था को सुचारू नहीं किया, जिससे आमजन त्रस्त हैं।

इस प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए शाम करीब 7 बजे एसडीएम पंकज जैन, जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता महेन्द्र किराड़ और संबंधित फर्म के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दो दिन में जल व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद पूनिया टंकी से नीचे उतरीं।

इस घटनाक्रम ने राजस्थान सरकार के उस दावे की भी पोल खोल दी जिसमें हाल ही में जल संकट पर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा था कि “सरकार पेयजल संकट को लेकर कृतसंकल्पित है और जनता को समय पर पानी मिल रहा है।” लेकिन, दोपहर होते-होते उन्हीं की पार्टी की प्रधान को पानी की मांग के लिए टंकी पर चढ़ना पड़ा।

गांव-गांव से जुटे लोग, टंकी बना प्रदर्शन का केंद्र
जैसे ही प्रधान के टंकी पर चढ़ने की खबर फैली, आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। झंवर थाना पुलिस भी एएसआई महेन्द्र सिंह के नेतृत्व में मौके पर तैनात रही।

बड़ी बात यह भी है कि इंदिरा गांधी नहर से अब पानी की आपूर्ति शुरू हो चुकी है, लेकिन जल प्रबंधन में लापरवाही के चलते समस्या अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई है।

गांव के लोगों ने चेताया है कि अगर दो दिन में पानी की स्थिति नहीं सुधरी तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

Yashaswani Journalist at The Khatak .