राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि: राजस्थान के दौसा में श्रद्धांजलि का महासमागम, सचिन पायलट के नेतृत्व में जुटेंगे कांग्रेस के दिग्गज
राजस्थान के दौसा में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर जीरोता-भंडाना स्मृति स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हो रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर रहे हैं। सुबह 11 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा और दो मिनट का मौन होगा। सचिन पायलट ने अशोक गहलोत, सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित कई बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है। यह आयोजन राजेश पायलट की विरासत को याद करने और कांग्रेस की एकता प्रदर्शित करने का मंच है।

दौसा, राजस्थान: राजस्थान का दौसा आज एक ऐतिहासिक और भावनात्मक पल का गवाह बन रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री, किसानों के मसीहा और जननायक स्वर्गीय राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दौसा जिला मुख्यालय के निकट जीरोता-भंडाना में स्थित उनके भव्य स्मृति स्मारक पर एक विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हो रहा है। सुबह से ही स्मारक परिसर श्रद्धालुओं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के जनसैलाब से गूंज रहा है। लोग अपने प्रिय नेता की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर और सिर झुकाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। यह आयोजन न केवल राजेश पायलट की स्मृति को समर्पित है, बल्कि राजस्थान की सियासत में कांग्रेस की एकता और ताकत का प्रतीक भी बन गया है।
सर्वधर्म प्रार्थना और मौन श्रद्धांजलि:
आज सुबह 11 बजे से स्मृति स्मारक पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा शुरू होगी, जिसमें विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि एकजुट होकर राजेश पायलट को याद करेंगे। इसके बाद दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी। यह पल हर उस व्यक्ति के लिए भावुक कर देने वाला होगा, जो राजेश पायलट के विचारों और उनके जनसेवा के जज्बे से प्रेरित है।
सचिन पायलट का आह्वान,
दिग्गज नेताओं की मौजूदगी: इस भव्य आयोजन के सूत्रधार और राजेश पायलट के पुत्र, कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने इस सभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने राजस्थान सहित देशभर के कई बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कई सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री और स्थानीय नेता इस सभा में शिरकत करेंगे। इसके अलावा, कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के कुछ बड़े चेहरों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। सचिन पायलट ने स्वयं आयोजन स्थल का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया और कार्यकर्ताओं से भारी संख्या में उपस्थित होकर अपने नेता को श्रद्धांजलि देने की अपील की है।
राजेश पायलट: एक प्रेरणादायी व्यक्तित्व:
राजेश पायलट का नाम राजस्थान की सियासत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। दौसा से कई बार लोकसभा सांसद रहे पायलट को उनकी सादगी, जनसंपर्क और किसानों के लिए अटूट समर्पण के लिए आज भी याद किया जाता है। केंद्रीय मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में किए गए विकास कार्य और सामाजिक न्याय के लिए उनकी लड़ाई ने उन्हें जनता का चहेता नेता बना दिया। उनकी पुण्यतिथि को "प्रेरणा दिवस" के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया जाएगा।
कांग्रेस के लिए एकजुटता का मंच:
यह श्रद्धांजलि सभा केवल एक स्मृति समारोह नहीं, बल्कि राजस्थान कांग्रेस के लिए एकजुटता और शक्ति प्रदर्शन का एक बड़ा मंच भी है। हाल के वर्षों में पार्टी के भीतर चली आ रही गुटबाजी और चुनौतियों के बीच यह आयोजन कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने और संगठन को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगा। सचिन पायलट का यह प्रयास न केवल उनके पिता की विरासत को सम्मान देने का है, बल्कि कांग्रेस को राजस्थान में एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी एक कदम माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों में उत्साह:
दौसा के स्थानीय निवासियों में इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह है। राजेश पायलट के समय से ही दौसा उनकी कर्मभूमि रहा है, और आज भी लोग उन्हें अपने बीच महसूस करते हैं। स्मृति स्मारक पर उमड़ी भीड़ और कार्यकर्ताओं का जोश इस बात का सबूत है कि पायलट का प्रभाव आज भी कायम है। आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है, और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
आगे की राह: यह सभा केवल अतीत को याद करने का अवसर नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने का भी मंच है। राजेश पायलट के विचार, उनकी सामाजिक समरसता की सोच और विकास के प्रति उनका विजन आज भी प्रासंगिक हैं। सचिन पायलट ने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं से उनके पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने और समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का आह्वान किया है।
आज का यह आयोजन राजस्थान के सियासी गलियारों में लंबे समय तक चर्चा में रहेगा। राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि न केवल उनकी स्मृति को जीवंत रखने का अवसर है, बल्कि उनके आदर्शों को अपनाकर एक बेहतर समाज और मजबूत कांग्रेस की नींव रखने का भी संकल्प है।