दौसा-मनोहरपुर हाईवे पर दिल दहलाने वाला हादसा: नवविवाहित जोड़े समेत 5 की मौत, 4 गंभीर रूप से घायल
दौसा-मनोहरपुर हाईवे (एनएच-148) पर रायसर के भटकाबास गांव के पास बुधवार सुबह 6:10 बजे एक ट्रक और जीप की टक्कर में दूल्हा-दुल्हन समेत पांच लोगों की मौत हो गई। जीप में सवार 14-15 बाराती मध्य प्रदेश से मनोहरपुर लौट रहे थे। हादसे में छह लोग घायल हैं, जिन्हें निम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे की प्रारंभिक वजह माना जा रहा है। पुलिस जांच कर रही है, और परिजनों के आने के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम होगा।

जयपुर, राजस्थान: दौसा-मनोहरपुर हाईवे पर बुधवार की सुबह एक ऐसी त्रासदी हुई, जिसने न केवल एक नवविवाहित जोड़े के सुनहरे सपनों को कुचल दिया, बल्कि उनके साथ चल रहे परिवार के हंसी-खुशी के पलों को भी मातम में बदल दिया। रायसर (जयपुर ग्रामीण) के भटकाबास गांव के पास एनएच-148 पर सुबह करीब 6:10 बजे एक भीषण सड़क हादसे ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। एक जीप (तूफान), जिसमें बारात की खुशियां समेटे लोग मध्य प्रदेश से मनोहरपुर की ओर लौट रहे थे, की एक ट्रक से आमने-सामने की टक्कर इतनी भयानक थी कि जीप के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में दूल्हा-दुल्हन समेत पांच लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए थम गई, जबकि छह अन्य बाराती गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की भयावहता: खुशियों का काफिला बना मातम
सपनों की शुरुआत करने जा रहे नवविवाहित जोड़े के लिए यह यात्रा उनकी आखिरी सैर बन गई। जीप में सवार 14-15 लोग, जिनमें दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे, शादी की रस्मों को पूरा कर खुशी-खुशी घर लौट रहे थे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, सुबह के धुंधले उजाले में तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक और जीप की टक्कर इतनी जोरदार थी कि जीप पूरी तरह से पिचक गई। शव गाड़ी में बुरी तरह फंस गए थे, और उन्हें निकालने के लिए पुलिस और स्थानीय लोगों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
हादसे में दूल्हा-दुल्हन और तीन अन्य लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल ने निम्स हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बाकी घायलों को तुरंत निम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
मंजर ऐसा कि रूह कांप जाए
हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। सड़क पर जाम लग गया, और चारों ओर चीख-पुकार गूंजने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के गांवों तक सुनाई दी। जीप में सवार लोग शादी की खुशियों में डूबे थे, लेकिन एक पल में सब कुछ खत्म हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। शवों को निकालना आसान नहीं था; गाड़ी का मलबा इस कदर बिखरा था कि हर पल बचाव कार्य और चुनौतीपूर्ण होता गया।
तेज रफ्तार बनी काल
रायसर थानाधिकारी रघुवीर सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह तेज रफ्तार और लापरवाही सामने आ रही है। पुलिस ने घायलों के बयान लेने शुरू कर दिए हैं और हादसे की गहन जांच की जा रही है। परिजनों को सूचित कर दिया गया है, और उनके आने के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
एक परिवार का टूटा सपना
यह हादसा केवल एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि एक परिवार की पूरी दुनिया उजड़ने की कहानी है। नवविवाहित जोड़ा, जो अभी-अभी एक नई जिंदगी की शुरुआत करने जा रहा था, अपनी मंजिल तक पहुंचने से पहले ही इस दुनिया से अलविदा कह गया। उनके साथ मौजूद परिवार के लोग, जो शादी की खुशियों को सेलिब्रेट कर रहे थे, अब अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या तेज रफ्तार पर अंकुश लगाने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है? क्या हाईवे पर ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और निगरानी की आवश्यकता है? इन सवालों के जवाब तलाशने की जिम्मेदारी अब प्रशासन और समाज, दोनों की है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि हर उस इंसान के दिल को झकझोर दिया, जो इस खबर को सुन रहा है। दूल्हा-दुल्हन के सपनों का काफिला अब केवल यादों में सिमटकर रह गया है।