राजस्थान में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर, जामा मस्जिद के पास पत्थरबाजी, जानें पूरा घटनाक्रम
फलोदी, राजस्थान में प्रशासन ने जामा मस्जिद और ईदगाह के पास अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया, तनाव को संयम और निष्पक्षता से संभाला, जिससे बड़ा विवाद टला। स्थानीय लोगों की शहरव्यापी कार्रवाई की मांग पर प्रशासन ने आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया।

राजस्थान के फलोदी में जामा मस्जिद और ईदगाह के पास बढ़ते अतिक्रमण को लेकर उपजे विवाद के बीच प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान तनावपूर्ण स्थिति को संयम और सूझबूझ से संभालकर प्रशासन ने बड़े विवाद को टाल दिया।
जामा मस्जिद के पास तनाव और कार्रवाई
जामा मस्जिद के आसपास अतिक्रमण को लेकर स्थानीय लोगों के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उपखंड अधिकारी सुनील पंवार, वृताधिकारी अचलसिंह देवड़ा, नगर परिषद आयुक्त विक्रमसिंह चारण और अतिक्रमण निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। कुछ लोगों ने विरोध जताते हुए पत्थर उठा लिए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रशासन ने संयम बरतते हुए समझाइश का रास्ता अपनाया और लोगों को शांत किया। इसके बाद बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को हटाया गया।
ईदगाह के पास भी अतिक्रमण पर कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की कि यदि जामा मस्जिद के पास अतिक्रमण हटाया जा रहा है, तो ईदगाह के पास के अतिक्रमण पर भी कार्रवाई हो। प्रशासन ने इस मांग को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ईदगाह के पास बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण ध्वस्त किए। इस कार्रवाई से लोगों में यह संदेश गया कि प्रशासन बिना भेदभाव के अतिक्रमण के खिलाफ कदम उठा रहा है।
लोगों की मांग और प्रशासन का आश्वासन
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कुछ लोग आक्रोशित हुए और उन्होंने शहर के अन्य हिस्सों में भी अतिक्रमण हटाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि फलोदी में कई ऐसी जगहें हैं जहां अवैध निर्माण हो रहे हैं। प्रशासन ने लोगों की मांग को स्वीकार करते हुए पूरे शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
प्रशासन की पारदर्शिता और सूझबूझ
इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई, पारदर्शिता और संयम ने स्थिति को बिगड़ने से रोका। अधिकारियों की मौजूदगी और निष्पक्ष रवैये ने स्थानीय लोगों का भरोसा जीता। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई न केवल जामा मस्जिद या ईदगाह तक सीमित रहेगी, बल्कि शहर के हर हिस्से में अवैध निर्माण के खिलाफ कदम उठाए जाएंगे।
फलोदी में अतिक्रमण के खिलाफ यह कार्रवाई प्रशासन की सक्रियता और निष्पक्षता का उदाहरण है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।