प्रेम विवाह का दुखद अंत: गौरव की जहर खाकर मौत, प्यार की राह में बिखरी जिंदगी
भरतपुर में 2017 में प्रेम विवाह करने वाले गौरव और मोना की कहानी दुखद मोड़ पर खत्म हुई। आपसी विवाद के बाद गौरव ने पत्नी मोना और बच्चों से मिलने के दौरान जहर खा लिया, जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना रिश्तों में संवाद और समझ की कमी को दर्शाती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

भरतपुर, 2 जून 2025: प्रेम विवाह, जो कभी सपनों और वादों का प्रतीक होता है, कई बार जिंदगी की कठोर सच्चाइयों के सामने टूट जाता है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला राजस्थान के भरतपुर से सामने आया है, जहां 2017 में प्रेम विवाह करने वाले गौरव और मोना की कहानी एक दुखद मोड़ पर खत्म हुई। गौरव ने अपनी पत्नी मोना और बच्चों से मिलने की उम्मीद के साथ उनके घर पहुंचा, लेकिन वहां हुए विवाद ने उसकी जिंदगी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। गौरव ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, और चार घंटे की तड़प के बाद उसने दम तोड़ दिया।
गौरव और मोना की प्रेम कहानी 2017 में शुरू हुई थी, जब दोनों ने परिवार और समाज की परवाह किए बिना एक-दूसरे का साथ चुना। उस समय उनके प्यार ने हर बाधा को पार कर लिया था, लेकिन समय के साथ उनके रिश्ते में दरारें पड़ने लगीं। सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ समय से दोनों अलग-अलग रह रहे थे। आपसी मतभेद और तनाव ने उनके रिश्ते को इस कदर तोड़ दिया था कि बातचीत तक सीमित हो गई थी। फिर भी, गौरव अपने बच्चों और पत्नी से मिलने की आस लिए मोना के घर पहुंचा।
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, गौरव और मोना के बीच मुलाकात के दौरान तीखी नोकझोंक हुई। मोना ने कथित तौर पर गौरव के साथ गलत व्यवहार किया, जिससे आहत गौरव ने अपनी जेब से जहर की पुड़िया निकाली और मोना को धमकी दी कि वह अपनी जान दे देगा। मोना ने गुस्से में जवाब दिया, "जा, जाकर मर जा।" यह शब्द गौरव के दिल पर गहरी चोट बनकर गिरे। आवेश में आकर गौरव ने सचमुच जहर खा लिया। परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चार घंटे की जद्दोजहद के बाद गौरव जिंदगी की जंग हार गया।
यह घटना न केवल गौरव और मोना के परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी चेतावनी है। प्रेम विवाह, जो आपसी समझ और विश्वास पर टिका होता है, अगर संवाद और सम्मान की कमी से जूझने लगे, तो उसका अंत दुखद हो सकता है। गौरव की मृत्यु ने उनके बच्चों, परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गौरव एक हंसमुख और मेहनती व्यक्ति था, जो अपने परिवार से बेहद प्यार करता था। लेकिन रिश्तों में बढ़ती कड़वाहट ने उसे इस हद तक ले गई कि उसने अपनी जिंदगी को ही खत्म कर लिया।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और मोना से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू की गहन पड़ताल कर रही है। गौरव के परिजनों ने मोना पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जबकि मोना ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।
यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में संवाद, समझ और धैर्य कितना जरूरी है। प्रेम विवाह हो या व्यवस्थित विवाह, हर रिश्ते को प्यार, विश्वास और सम्मान की नींव पर टिके रहने की जरूरत होती है। गौरव और मोना की कहानी, जो कभी प्यार की मिसाल थी, आज एक दुखद सबक बनकर रह गई है।
गौरव की आत्मा को शांति मिले, और उनके परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति मिले। यह घटना हमें याद दिलाती है कि जिंदगी अनमोल है, और इसे बचाने के लिए हमें एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील और सकारात्मक रहना होगा।