मारवाड़ में जमीनों को सरकार रेवड़ियों की तरह बांट रही है, कंपनियां वोट नहीं देगी जनता देगी – विधायक रविंद्र सिंह भाटी...!

विधानसभा में शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने एक बार फिर अपनी बेबाकी से सुर्खियां बटोरीं। आज विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "रेवड़ियां बांटना बंद करें सरकार।

Mar 21, 2025 - 19:12
मारवाड़ में जमीनों को सरकार रेवड़ियों की तरह बांट रही है, कंपनियां वोट नहीं देगी जनता देगी – विधायक रविंद्र सिंह भाटी...!

रिपोर्ट जसवंत सिंह - 21 मार्च 2025 को राजस्थान विधानसभा में शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने एक बार फिर अपनी बेबाकी से सुर्खियां बटोरीं। आज विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "रेवड़ियां बांटना बंद करें सरकार। ये मल्टीनेशनल कंपनियां और अधिकारी वोट नहीं देंगे। वोट तो जनता ही देगी।" इसके साथ ही उन्होंने अपनी व्यक्तिगत परेशानी को भी सदन के सामने रखा और लोकतंत्र पर सवाल उठाया। भाटी ने कहा, "लोकसभा चुनाव का नॉमिनेशन भरकर जब मैं लौटा तो मेरे घर पर इनकम टैक्स सहित कई विभागों के नोटिस आए हुए थे। मुझ पर तीन-तीन मुकदमे दर्ज किए गए। क्या हम इसी तरह लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं?

बयान का संदर्भ

रविंद्र सिंह भाटी का यह बयान उस समय आया जब विधानसभा में सरकार की नीतियों और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर चर्चा चल रही थी। उनका यह आरोप कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों से नोटिस मिले, एक गंभीर मुद्दा उठाता है। भाटी ने पिछले साल बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे हार गए, लेकिन 5 लाख 86 हजार से अधिक वोट हासिल कर अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज की थी। उनके इस नए खुलासे से यह सवाल उठता है कि क्या उनकी लोकप्रियता और सरकार विरोधी रुख के चलते उन्हें निशाना बनाया गया?

विधानसभा में क्या बोले भाटी?

भाटी ने अपने संबोधन में सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान जनता की मूलभूत जरूरतों से हटकर कॉरपोरेट हितों पर केंद्रित हो गया है। "रेवड़ियां बांटना" कहकर उन्होंने सरकार की कथित दिखावटी नीतियों पर तंज कसा। इसके बाद उन्होंने अपनी निजी परेशानी का जिक्र करते हुए कहा, "लोकसभा चुनाव के दौरान मुझे अलग-अलग विभागों से नोटिस मिले। जब मैं नामांकन भरकर लौटा, तो घर पर इनकम टैक्स और अन्य विभागों के नोटिस पड़े थे। मेरे खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए गए। क्या यह लोकतंत्र की मजबूती का सबूत है?" उनका यह बयान सरकार और प्रशासन पर सीधा हमला माना जा रहा है।

पूरी जानकारी के लिए नीचे दिया गया वीडियो देखे।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ